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World Athletics Championships 2025: जैवलिन थ्रो में भारत को निराशा, सचिन यादव चौथे और नीरज चोपड़ा आठवें स्थान पर

World Athletics Championships 2025: जैवलिन थ्रो में भारत को निराशा, सचिन यादव चौथे और नीरज चोपड़ा आठवें स्थान पर

World Athletics Championships 2025

World Athletics Championships 2025: टोक्यो में आयोजित हो रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का पुरुषों का जैवलिन थ्रो फाइनल भारतीय खेल प्रेमियों के लिए मिला-जुला नतीजा लेकर आया। ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra), जिनसे पूरे देश को एक और पदक की उम्मीद थी, इस बार अपने खेल में चमक नहीं दिखा पाए और आठवें स्थान पर सिमट गए।

World athletics championships 2025

दूसरी ओर, युवा खिलाड़ी सचिन यादव ने शानदार प्रदर्शन कर चौथा स्थान हासिल किया और यह साबित कर दिया कि भारत में जैवलिन थ्रो का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।

World Athletics Championships 2025: गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज का फैसला

फाइनल मुकाबले की शुरुआत से ही खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। दुनिया के कई बेहतरीन एथलीटों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी।

  • ट्रिनिडाड एंड टोबैगो के केशोर्न वालकॉट ने 88.16 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल जीता।

  • ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स, जो पहले भी वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं, ने शानदार थ्रो के दम पर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

  • अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

यह परिणाम दिखाता है कि जैवलिन थ्रो में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कितनी कठिन होती जा रही है।

भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन

भारत के लिए सबसे बड़ी उम्मीद नीरज चोपड़ा थे। 2021 टोक्यो ओलंपिक से लेकर 2023 बुडापेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप तक नीरज लगातार पदक जीतते आए थे। उनकी 26 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की पदक श्रृंखला थी, लेकिन टोक्यो में यह रिकॉर्ड टूट गया।

  • नीरज चोपड़ा: उन्होंने फाइनल में सर्वश्रेष्ठ 84.03 मीटर का थ्रो किया। हालांकि यह दूरी उनके मानकों के हिसाब से कम रही। नीरज को पहले तीन प्रयासों में लय पकड़ने में परेशानी हुई और बाद में भी वे बड़ी दूरी तक जैवलिन नहीं फेंक पाए। अंततः उन्हें आठवां स्थान संतोषजनक नतीजे के रूप में मिला। यह नतीजा उनके लिए और उनके फैंस के लिए निराशाजनक रहा।

  • सचिन यादव: दूसरी ओर, युवा खिलाड़ी सचिन यादव ने भारतीय दर्शकों को उत्साहित किया। उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.27 मीटर किया और चौथे स्थान पर रहे। हालांकि मेडल से थोड़ी दूरी ने उन्हें निराश किया, लेकिन उनका प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि भारत के पास नीरज चोपड़ा के बाद भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो विश्व स्तर पर मुकाबला कर सकते हैं।

पड़ोसी देश का प्रदर्शन

पाकिस्तान के अरशद नदीम, जिन्हें Neeraj Chopra का प्रमुख प्रतिद्वंदी माना जाता है, इस बार उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो अपेक्षाकृत कमजोर रहा और वे पदक की दौड़ से बाहर हो गए।

मुकाबले की खास बातें

World Athletics Championships फाइनल की खासियत यह थी कि इसमें कई खिलाड़ी ऐसे शामिल थे जिन्होंने पहले 90 मीटर या उससे अधिक दूरी तक जैवलिन फेंका है। ऐसे में प्रतिस्पर्धा बेहद कठिन और रोमांचक रही।

सचिन यादव का चौथा स्थान भारतीय खेल इतिहास के लिए बेहद खास है। यह उनके करियर का सबसे बड़ा उपलब्धि है और इससे भारतीय एथलेटिक्स को नई ऊर्जा मिली है। वहीं, नीरज चोपड़ा भले ही मेडल न जीत पाए हों, लेकिन उनका अनुभव और खेल भावना आने वाले टूर्नामेंटों में टीम इंडिया के लिए बड़ी ताकत साबित होगी।

भविष्य की राह

World Athletics Championships का नतीजा भारतीय खेलों के लिए मिला-जुला संदेश लेकर आया। एक ओर नीरज चोपड़ा की हार से निराशा हुई, तो दूसरी ओर सचिन यादव के प्रदर्शन ने भविष्य की उम्मीदों को मजबूत किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सचिन अपनी फिटनेस और तकनीक पर और काम करें, तो आने वाले वर्षों में वे भारत को वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक में मेडल दिला सकते हैं।

Neeraj Chopra की हार को लेकर खेल विशेषज्ञ मानते हैं कि यह केवल एक खराब दिन था। वे अभी भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रोअर में गिने जाते हैं और आने वाले टूर्नामेंटों में जोरदार वापसी कर सकते हैं।

Images: Twitter

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