What Are FPV Drones- यूक्रेन ने जब से रूस के ऊपर ड्रोन से हमला करके कई फाइटर प्लेन को तबाह किया है, तभी से FPV ड्रोन चर्चा में आ गए हैं। इस पोस्ट में हम FPV ड्रोन से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट्स बता रहे हैं।
इससे आपको इस ड्रोन की खासियत और उपयोगिता पता चल जायेगी। साथ ही यह भी पता चलेगा कि बेहद खतरनाक साबित हो रहा एफ़पीवी ड्रोन किसी भी सेना के लिए कितना जरूरी है।
What Are FPV Drones-एफपीवी ड्रोन के दम पर यूक्रेन ने रूस के एयरबेस पर मचाई तबाही
क्या है FPV Drone
एफ़पीवी ड्रोन जिसे First Person View Drone भी कहा जाता है, एक सस्ता लेकिन बहुत ही खतरनाक ड्रोन है। इसका इस्तेमाल यूक्रेन ने रूस के मिलिट्री बेस पर हमले के लिए इस्तेमाल किया। ड्रोन के इस हमले में रूस के कई फाइटर जेट्स नष्ट हो चुके हैं।
इस FPV Drone में एक कैमरा सेटअप किया जाता है, जिसकी मदद से इसको चलाने वाला स्पेशल चश्मे या स्मार्टफोन से लोकेशन की लाइव वीडियो देख सकता है। एफ़पीवी ड्रोन को कई सौ किलोमीटर की दूरी से भी उड़ाया जा सकता है।
छोटा लेकिन बहुत खतरनाक है एफ़पीवी ड्रोन
FPV Drone देखने में बहुत छोटा है लेकिन बहुत तेज उड़ने वाले इन ड्रोनों की वजह से भारी तबाही मचाई जा सकती है। ये ड्रोन बहुत सस्ता होता है इसलिए युद्ध में, फिल्म की शूटिंग में और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। एक एफ़पीवी ड्रोन की कीमत लगभग 40 हजार के करीब होती है। इन ड्रोन्स को किसी भी स्मार्टफोन की मदद से ऑपरेट किया जा सकता है।
एफ़पीवी ड्रोन की मुख्य विशेषताएं
FPV Drone की कुछ खासियत इसे अन्य ड्रोन से स्पेशल बनाती है।
L’armée ukrainienne a mené une attaque inédite ce dimanche sur le territoire russe grâce à des drones FPV
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— Le Parisien (@le_Parisien) June 3, 2025
- इनकी मैक्सिमम स्पीड 100 किलोमीटर/ घंटा से भी ज्यादा की होती है। इतनी तेज स्पीड के साथ FPV Drone किसी भी टारगेट को आसानी से निशाना बना सकते हैं।
- एफ़पीवी ड्रोन को 15 मीटर की ऊंचाई तक उड़ाया जा सकता है, जिसके कारण ये रडार से बच जाते हैं।
- 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तक सटीकता से निशाना लगाने में इन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसे चलाने के लिए बैटरी का इस्तेमाल होता है जो इन ड्रोन्स को 20 से 25 मिनट तक हवा में रख सकता है।
- GPS की वजह से FPV Drone को दूर से भी ऑपरेट किया जा सकता है।
- इन ड्रोन्स की मदद से 1 से 2 किलो तक के बम को टारगेट पर गिराया जा सकता है।
इसके अलावा भी इस टाइप के ड्रोन में अलग अलग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, जो इसे सेना के लिए और भी खास बना रहे हैं।
यूक्रेन ने किया था FPV ड्रोन का इस्तेमाल
#BreakingNews #Ukraine just hit #Russia’s nuclear-capable bomber bases 1,800–4,000km deep inside 🇷🇺
Targets: Tu-22M3, Tu-95MS, Tu-160.
Method: FPV drone swarms launched from stealth truck-mounted cabins.
Result: 40+ aircraft claimed hit.
Massive retaliation expected from 🇷🇺 pic.twitter.com/sNrD1nPiQF— ʋɛʀǟƈɨօʊֆ (@conscientious1o) June 1, 2025
बीते 1 जून को रूस के कई एयरबेस पर हमले के लिए यूक्रेन ने इन्हीं FPV Drone का इस्तेमाल किया था। इस घातक हमले में ड्रोन्स ने एयरबेस पर मौजूद कई बॉम्बर प्लेन को नष्ट कर दिया।
इसके अलावा यूक्रेन ने यह भी दावा किया है कि उसने इन FPV ड्रोन की मदद से रूस में लगभग 4 हजार किलोमीटर अंदर एयरबेस पर मौजूद खतरनाक मिसाइल वाले फाइटर जेट्स को तबाह कर दिया है।
रूस का S–400 हमले को रोकने में हुआ नाकाम
बेहद सटीक एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम S–400 भी यूक्रेन के इस एफ़पीवी ड्रोन अटैक को रोकने में सफल नहीं हुआ। रडार को चकमा देते हुए FPV Drone ने रूस के कई एयरबेस को तबाह कर दिया। इसकी कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
भारतीय सेना के पास भी ऐसे छोटे लेकिन बेहद खतरनाक ड्रोन मौजूद हैं। धीरे धीरे इन ड्रोन को चलाने की ट्रेनिंग भी सेना के जवानों को दी जा रही है। DRDO भी तेजी से ऐसे ड्रोन का निर्माण कर रहा है।
इमेज सोर्स: Twitter
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ब्लॉगिंग को पैशन की तरह फॉलो करने वाले आशीष की टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।