बाघ हमारे इको – सिस्टम को सही बनाये रखने में एक अभिन्न भूमिका निभाते हैं।
राजसी जानवर कहे जाने वाले बाघ के बारे में कुछ रोचक तथ्य प्रसिद्ध हैं।
अपनी ताकत और सुंदरता के कारण ही बाघों को सबसे सुंदर लेकिन क्रूर शिकारी माना जाता है।
सुंदर लेकिन क्रूर शिकारी
अपने नुकीले और पेड़ों पर पकड़ बनाने लायक पंजे की मदद से ये आसानी से पेड़ों पर चढ़ सकते हैं।
पेड़ों पर चढ़ना
भारत के जंगलों में पाई जाने वाली सभी बड़ी बिल्लियों की प्रजातियों में बाघ सबसे बड़े और वजनी होते हैं।
सबसे बड़ी बिल्ली की प्रजाति
भारत के एक बंगाल टाइगर का वजन लगभग 250 किलोग्राम और एक साइबेरियाई बाघ का वजन 320 किलोग्राम तक हो सकता है।
भारी वजन
बाघों को अक्सर नदियों, झीलों, तालाबों और जलाशयों के किनारे आराम करते हुए देख सकते हैं।
पानी से प्रेम
बाघ पेड़ों, कूड़े के ढेर, अन्य जानवरों के पंजों से गंध को अपनी नाक, होंठ और अपनी जीभ से पहचान लेते हैं।
सूंघने की अद्भुत शक्ति
बाघ की रात में देखने की क्षमता सामान्य मनुष्य से 5-6 गुना बेहतर होती है।
रात्रिचर जानवर
बाघ कई प्रकार की अनोखी आवाज़ निकाल कर यह बताते हैं कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं या कितने आक्रामक हैं।
कई आवाजें निकालना
बाघ ज्यादा समय एकान्त में बिताता है। परन्तु जब उनको परेशान किया जाता है तो वह आदमखोर भी बन सकता है।
एक शर्मीला जीव
बाघ बहुत ही चतुराई से घात लगाकर अपना शिकार करते हैं। इसीलिए इन्हें Ambush Hunters भी कहा जाता है।
घात लगाकर हमला करना
बाघ घने जंगलों, चट्टानों के बीच, गुफाओं के अंदर और कभी-कभी नरम, रेतीले या कीचड़ भरे रास्ते में भी सो जाते हैं।
पूरी पोस्ट पढ़ें
घंटों सोना