Vice President Election Result 2025: भारत के 15वें उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। एनडीए उम्मीदवार और वरिष्ठ नेता सी.पी. राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।
उन्होंने विपक्षी इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को बड़े अंतर से हराया। राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। इस तरह राधाकृष्णन को करीब 60 प्रतिशत से अधिक मतों के साथ जीत दर्ज हुई।
Vice President Election Result 2025: भारी मतदान और परिणाम
इस चुनाव में कुल 781 सांसद मतदान के पात्र थे, जिनमें से 767 सांसदों ने वोट डाला। उपस्थिति लगभग 98.2 प्रतिशत रही, जो अब तक के उपराष्ट्रपति चुनावों में सबसे अधिक मानी जा रही है। इनमें से 752 वोट वैध पाए गए, जबकि 15 वोट अमान्य घोषित कर दिए गए।
No ambiguity: 452 votes (60.1%) for C.P. Radhakrishnan vs 300 (39.9%). Clear, clean and decisive.#VicePresidentialElection2025 pic.twitter.com/OSwMKV1w9d
— THESingh (@IamVishnu_Singh) September 9, 2025
वैध मतों में से CP Radhakrishnan को 452 वोट (60.10%) मिले और विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट (39.90%) हासिल हुए। विजयी अंतर 152 वोटों का रहा, जिसने राधाकृष्णन की जीत को निर्णायक बना दिया।
विपक्ष का बढ़ा वोट शेयर
हालाँकि परिणाम एनडीए के पक्ष में गया, लेकिन विपक्ष ने भी इस चुनाव में अपनी ताकत दिखाई। 2022 में हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का वोट शेयर मात्र 26 प्रतिशत था, जबकि इस बार यह बढ़कर 40 प्रतिशत तक पहुँच गया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे अपनी “राजनीतिक एकजुटता की जीत” बताया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और अन्य नेताओं ने कहा कि संख्याओं की लड़ाई भले ही हार में बदली, लेकिन नैतिक जीत विपक्ष की हुई है क्योंकि पहले की तुलना में वोट प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
क्रॉस-वोटिंग पर सवाल
चुनाव के बाद यह चर्चा भी तेज हो गई कि विपक्षी खेमे में क्रॉस-वोटिंग हुई है। कई रिपोर्टों में कहा गया कि कुछ सांसदों ने पार्टी लाइन से हटकर एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। इससे विपक्ष की एकजुटता पर सवाल खड़े हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर विपक्ष पूरी तरह एकजुट रहता तो वोट प्रतिशत और बढ़ सकता था और एनडीए का जीत अंतर कम हो सकता था।
राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
CP Radhakrishnan लंबे समय से राजनीति और सामाजिक जीवन से जुड़े हुए हैं। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे हैं और BJP के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। वे कोयंबटूर से सांसद भी रह चुके हैं और कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं।
Met Thiru CP Radhakrishnan Ji and congratulated him on winning the Vice Presidential election.@CPRGuv pic.twitter.com/yb9pbgvKXj
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2025
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले वे महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। राधाकृष्णन को संगठनात्मक कौशल और सरल स्वभाव के लिए जाना जाता है। उनकी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी।
राजनीतिक संदेश
इस चुनाव से दो बड़े राजनीतिक संदेश निकलते हैं। पहला, एनडीए अब भी संसद में मजबूत स्थिति में है और उसने उपराष्ट्रपति चुनाव को आराम से जीत लिया। दूसरा, विपक्ष ने भले ही हार झेली हो लेकिन उसका वोट शेयर तेजी से बढ़ा है, जो भविष्य की राजनीति में उसके लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आने वाले आम चुनाव से पहले विपक्ष की यह एकजुटता और बढ़ेगी, जबकि सत्ता पक्ष अपनी मजबूती का फायदा उठाने की कोशिश करेगा।
2025 का उपराष्ट्रपति चुनाव केवल एक पद की लड़ाई नहीं बल्कि देश की मौजूदा राजनीति की ताकत और संतुलन का आईना भी है। सी.पी. राधाकृष्णन की जीत ने एनडीए को मजबूती दी है, वहीं विपक्ष ने भी यह दिखा दिया कि उसकी ताकत अब बढ़ रही है। आगे का समय बताएगा कि यह बढ़त विपक्ष किस तरह राजनीतिक जमीन पर बदल पाता है।
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