Types of Cyber Frauds: वर्तमान समय में हम अपने अधिकतर काम को ऑनलाइन तरीके से कर रहे हैं और इस डिजिटल समय में, ऑनलाइन फ्रॉड होने की सम्भावना बहुत ज्यादा बढ़ गयी है। इस विभिन्न प्रकार के फ्रॉड को एक शब्द से व्यक्त किया जा सकता है। यह शब्द साइबर फ्रॉड है।
साइबर फ्रॉड में कई तरह के फ्रॉड शामिल होते हैं। परन्तु हम लोगों को कुछ चुनिंदा फ्रॉड्स के बारे में ही जानकारी है। बहुत से ऐसे फ्रॉड हैं जिनके बारे में हम जानते ही नहीं हैं और जानकारी के अभाव में हम उस फ्रॉड के विरुद्ध कोई ठोस कदम नहीं ले पाते और अपराधियों द्वारा ठगे जाते हैं।
हम सभी को यह जानना चाहिए कि साइबर फ्रॉड क्या है? और हम इसके विभिन्न तरीकों से खुद को कैसे बचा सकते हैं? इस पोस्ट में हम विभिन्न तरह के साइबर फ्रॉड और उनसे बचने के तरीकों को भी जानेंगें।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
साइबर फ्रॉड के प्रकार (Types of Cyber Frauds)
फ़िशिंग अटैक ( Phishing Attacks ):
फ़िशिंग, साइबर फ्रॉड का सबसे पॉपुलर तरीका है। इसमें फ्रॉड करने वाला यूजर को कई तरह के ऑफर वाले ईमेल या टेक्स्ट मैसेज भेजता है और अधिकतर लोग ऑफर के लालच में आकर उन लिंक पर क्लिक कर देते हैं।
लिंक पर क्लिक करते ही यूजर का सारा महत्वपूर्ण डाटा शेयर हो जाता है। इस डाटा में यूजर का पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर शामिल हो सकता हैं।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
जानकारी को चुराना (Identity Theft)
इसमें किसी भी यूजर की पर्सनल जानकारी, जैसे उसका नाम, पता, ईमेल, कॉन्टैक्ट लिस्ट को चुराने का प्रयास किया जाता है।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड (Credit Card Fraud):
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड में बिना बताये यूजर के कार्ड का यूज़ करके उससे विभिन्न तरह के प्रोडक्ट्स की खरीदारी की जाती है। साइबर क्रिमिनल इसमें अलग-अलग माध्यमों से क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराते हैं, और अनधिकृत लेनदेन करते हैं।
इससे एक आम नागरिक को बहुत नुकसान होता है। बिना बताये कार्ड से शॉपिंग करने से उस यूजर के स्कोर पर भी एक निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है और भविष्य में उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
रैनसमवेयर फ्रॉड (Ransomware Fraud):
रैनसमवेयर फ्रॉड में हैकर्स द्वारा आपके स्मार्टफोन या आपके कंप्यूटर में एक सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर दिया जाता है, जो आपके पुरे डाटा को एन्क्रिप्ट कर देता है। इसके बाद यूजर उस फाइल को ओपन नहीं कर पाता है। इसके बाद हैकर्स आपको ईमेल या सिस्टम के एक टेक्स्ट फाइल सेंड करते हैं और आपसे पैसे की डिमांड करते हैं।
इस प्रकार के फ्रॉड में यह निश्चित नहीं होता कि हैकर्स आपसे एक बार ही पैसे की डिमांड करेंगें। वे बार बार डिमांड कर सकते हैं, क्युकि आपका डाटा उनके पास रहता है और वे कभी भी आपके सिस्टम को ब्लॉक कर सकते हैं।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
इन्वेस्टमेंट फ्रॉड (Investment Fraud):
Investment fraud आपके सपनों और आपके कीमती पैसों को बर्बाद करने का काम करता है। इसमें आपको एक बहुत ही अच्छे रिटर्न का वादा किया जाता है और आपसे एक छोटे अमाउंट का इन्वेस्टमेंट करने को बोला जाता है। परन्तु आपके पैसे देने के बाद धीरे-धीरे आपके मैसेज और फ़ोन कॉल को इग्नोर किया जाता है।
वर्तमान समय में ये बहुत ही ट्रेंडिंग में है। लोगों को शेयर मार्किट, प्रॉपर्टी और कई अलग प्रकार की स्कीम में इन्वेस्ट करने का ऑफर दिया जाता है।
ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड (Online Shopping Fraud):
इस प्रकार के फ्रॉड में कस्टमर्स को 70% से 80% तक के डिस्काउंट का ऑफर दिया जाता है और उनको किसी ऑनलाइन वेबसाइट या ऍप के माध्यम से प्रोडक्ट को खरीदने को बोला जाता है। जब कस्टमर किसी सामान को आर्डर करके पेमेंट कर देता है तो उसके बाद ये वेबसाइटें और विक्रेता ग्राहक को ओरिजिनल प्रोडक्ट ना भेज कर नकली सामान भेजती हैं।
इसमें चूँकि पेमेंट पहले हो जाता है तो इसके बाद विक्रेता भुगतान लेने के बाद गायब हो जाते हैं, जिससे ग्राहकों को परेशान होना पड़ता है। इसीलिए हम सभी को विश्वसनीय वेबसाइट या ऍप से ही ऑनलाइन शॉपिंग करनी चाहिए।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
जॉब स्कैम्स (Employment Scams):
जॉब से जुड़े हुए स्कैम्स बहुत ज्यादा फैले हुए हैं। इसमें विभिन्न प्रकार की फर्जी जॉब की पोस्टिंग अलग-अलग नौकरी के पोर्टल पर की जाती है। इसके बाद जब कोई उस जॉब के लिए अप्लाई करता है तो उस जॉब के लिए रजिस्ट्रेशन फीस या वेरिफिकेशन के लिए फीस ली जाती है। ये बिलकुल ही गलत और शोषण करने वाला है।
जो कम्पनियाँ सही होती हैं , उनमे ऐसी कोई फीस नहीं ली जाती। उनका पूरा सिस्टम होता है, जिसके द्वारा वे किसी जॉब के लिए अप्लाई करने वाले का पूरा टेस्ट लेते हैं। इसलिए किसी भी जॉब के लिए किसी भी प्रकार की फीस देने से बचें।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
टेक्निक स्कैम (Technical Scams):
आज के इस डिजिटल युग में हम स्मार्टफोन का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और ये स्कैम ज्यादातर मोबाइल यूजर के साथ होता है। कभी-कभी हमें हमारे स्मार्टफोन पर यह मैसेज देखने को मिलता है कि हमारे फ़ोन में मैलवेयर या वायरस आ गया है और हमें इस ऍप को इंस्टॉल कर लेना चाहिए।
जैसे ही हम उस ऍप को इंस्टॉल करते हैं, हमारा अधिकतर डाटा उस ऍप को बनाने वाली कंपनी के पास चला जाता है और उसके बाद वो कंपनी हमारे साथ अलग-अलग तरीकों से फ्रॉड कर सकती है। परन्तु ये जरूरी भी नहीं है कि सभी ऍप कम्पनियाँ हमारे साथ फ्रॉड ही करें। कुछ पॉपुलर कम्पनियाँ हमको ऐसे फ्रॉड से बचाने का भी काम करती हैं।
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें ( How to prevent Cyber Frauds )
सावधान रहें (Be Alert):
अनचाहे ईमेल, मैसेज के प्रति सतर्क रहें। आपको ऐसे ईमेल या कॉल आ सकते हैं, जो आपसे तुरंत ईमेल या लिंक को क्लिक करने को बोलते हो, ऐसे लोगों से बच कर रहें। ये आपको अच्छे ऑफर्स भी बताते हैं।
किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले ये जरूर चेक करें कि वह सही है या नहीं। अपनी पर्सनल डिटेल्स ऑनलाइन किसी के साथ भी शेयर ना करें।
मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल (Use Strong Passwords):
हमें अपने ईमेल, ऑनलाइन पेमेंट आदि के लिए एक स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। एक मजबूत पासवर्ड में लेटर, नंबर और स्पेशल कॅरेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए।
अपने जन्मदिन को, पालतू जानवर के नाम को, मोबाइल नंबर को अपना पासवर्ड बनाने से बचना चाहिए। हम एक मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करके हैकर्स से काफी हद तक बच सकते हैं। इसलिए हमेशा एक मजबूत पासवर्ड का यूज़ करें।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना (Update Latest Softwares):
विभिन्न प्रकार के साइबर अटैक से बचने के लिए हम सभी को अपने स्मार्टफोन और कंप्यूटर/ लैपटॉप को हमेशा लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से अपडेट करते रहना चाहिए। इसके साथ ही अच्छे और विश्वसीय एंटीवायरस, एंटी-मैलवेयर और फ़ायरवॉल सॉफ़्टवेयर को इंस्टाल करना चाहिए।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
2FA को चालू रखना (Enable Two-Factor Authentication):
हम सभी को वर्तमान में 2FA (Two-Factor Authentication) को एक्टिव करके रखना चाहिए। इससे जब भी कोई आपके अकाउंट को एक्सेस करना का प्रयास करता है तो आपके पास एक कोड आता है और बिना उस कोड को डाले बिना आपका अकाउंट ओपन नहीं हो पाता।
इसमें आपके ईमेल, बैंक खातों और कई प्रकार की ऑनलाइन एक्टिविटी को जोड़ा जा सकता है।
खुद को अपडेट रखना (Educate Yourself and Others):
सभी प्रकार के साइबर खतरों से बचने के लिए और खुद को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए हमेशा नई जानकारी और तरीकों के बारे में जानना चाहिए। हमें अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों सहित समाज के सभी लोगों को साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचाने में उनकी मदद करनी चाहिए और उनको उसके उपाय भी बताने चाहिए।
एकाउंट्स को चेक करते रहना (Check Financial Accounts):
साइबर फ्रॉड से बचने हमें अपने बैंक के अकाउंट को नियमित रूप से चेक करते रहना चाहिए कि उसमे कोई संदिग्ध ट्रांज़ैक्शन तो नहीं हुआ है। अपने क्रेडिट स्कोर को भी बैंकों की मदद से चेक कराते रहना चाहिए।
किसी भी प्रकार के फ्रॉड की सूचना अपने नजदीकी पुलिस साइबर सेल में देनी चाहिए। वर्तमान में सरकारें भी इस बात को समझ रही हैं कि साइबर क्राइम कितना बड़ा अपराध है और इनसे कैसे आम लोगों को बचाया जाए।
निष्कर्ष:
आज के इस डिजिटल युग में साइबर फ्रॉड हमारे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बन रहा है। साइबर फ्रॉड के विभिन्न तरीकों को समझकर और उनसे बचने के मजबूत उपायों को अपना कर हम तेजी से अपनी बेहतर सुरक्षा कर सकते हैं।
इसीलिए सुरक्षित रहें और साइबर क्रिमिनल्स से एक कदम आगे रहें।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
और पढ़ें: Kumbhalgarh Fort Facts: कुम्भलगढ़ फोर्ट के ऱोचक फ़ैक्ट्स
लेटेस्ट पोस्ट्स: Tesla, जानिए कैसे बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी?
ब्लॉगिंग को पैशन की तरह फॉलो करने वाले आशीष की टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।