Tibet Earthquake 2025 Latest News: मंगलवार को तिब्बत में भूकंप से भारी तबाही के बाद अब तक कुल 126 लोगों की जाने जा चुकी हैं। बता दे तिब्बत में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई है। तिब्बत में 7 जनवरी 2025 को 6.8 से 7.1 तीव्रता वाले भूकंप ने शिगात्से क्षेत्र को हिला कर रख दिया। यह भूकंप तिब्बत के शिगात्से शहर के पास केंद्रित था और इसके झटके नेपाल, भूटान, और भारत के भी कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए।
इस त्रासदी ने तिब्बत के लोगों की ज़िंदगी को पल भर में बदल दिया। तिब्बत में भूकंप के कारण 126 लोगों की मौत हो गई और 188 लोग घायल हो गए। तिब्बत में ठंड के मौसम में यह आपदा और भी घातक साबित हो रही है क्योंकि 3,600 से अधिक घर पूरी तरह ढह गए हैं। बेघर हुए लोग खुले आसमान के नीचे जीवन जीने को मजबूर हैं।
Tibet Earthquake 2025 Latest News: राहत और बचाव कार्य लगातार जारी!
सरकार ने राहत और बचाव के लिए 1500 से अधिक कर्मियों को तैनात किया है। बचाव टीमों द्वारा लगातार मलबे के नीचे दबे लोगों को खोजा जा रहा है। आपातकालीन सहायता में टेंट, कंबल और अन्य आवश्यक वस्तुएं भेजी जा रही हैं।
Six earthquakes hit Tibet in one hour, nearly 100 dead#TibetEarthquake #earthquake #ITDigital pic.twitter.com/V8MbSKLumX
— IndiaToday (@IndiaToday) January 7, 2025
बता दें तिब्बत में भूकंप के बाद 100 से अधिक झटके महसूस किए गए, जिससे डर और अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। इन झटकों ने राहत और बचाव कार्य को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
कई देशों ने तिब्बत के संवेदनाए व्यक्त की !
बता दें भारत सहित कई देशों ने तिब्बत के लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस त्रासदी को लेकर दुख प्रकट किया और तिब्बत को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। नेपाल, भूटान, और अन्य पड़ोसी देशों ने भी इस आपदा पर शोक व्यक्त किया और तिब्बत के साथ एकजुटता का संदेश दिया। इसके अलावा, कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी तिब्बत के पुनर्निर्माण और राहत कार्यों में मदद का वादा किया है।
#MountEverest area ‘wobbles’: 9 earthquakes, 49 aftershocks | Tibet-Nepal tragedy#TibetEarthquake #Nepal pic.twitter.com/VpZh8QWX7d
— The Times Of India (@timesofindia) January 7, 2025
इसके साथ ही, तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने भी इस आपदा पर गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने भूकंप के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। दलाई लामा ने वैश्विक समुदाय से अपील की कि वे तिब्बत में भूकंप के पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने इस आपदा को मानवीयता और दया का परिचायक बताते हुए लोगों से एक-दूसरे का सहयोग करने की अपील की। उनके इस कदम ने तिब्बत के लोगों के लिए सहानुभूति का संदेश फैलाया है।
तिब्बत के लिए एक बड़ी त्रासदी।
बताते चले की 2025 का यह भूकंप न केवल तिब्बत बल्कि पूरे चीन के लिए एक बड़ी त्रासदी के रूप में उभरा है। यह 2023 के भूकंप के बाद चीन की सबसे घातक आपदा साबित हुई, जिसने न केवल जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाया।
Today’s earthquake in Tibet’s Dingri region exposes the reality behind China’s so-called ‘poverty alleviation’ propaganda. Videos reveal the dire state of infrastructure under Chinese rule, highlighting decades of neglect masked by empty rhetoric. #Tibet #DingriEarthquake pic.twitter.com/FitwoB13Bo
— Kalsang Jigme བོད། 📷 (@kalsang_jigme) January 7, 2025
बल्कि क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिरता को भी झकझोर कर रख दिया। इस भूकंप ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ तैयारी और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर किया।
Image: Twitter
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