Top 10 Best Places to Visit in Prayagraj: प्रयागराज जिसे मुग़ल शासकों ने इलाहाबाद नाम दिया था, हिन्दुओं के एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। बनारस से लगभग 120 किलोमीटर दूर स्थित प्रयागराज भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक महत्व का प्रमुख शहर है।
प्राचीन समय से ही यह साधु संतों की भूमि माना जाता रहा है। वैसे तो पूरे प्रयागराज में बहुत से स्थान हैं, परन्तु इस पोस्ट में कुछ प्रसिद्ध स्थानों के बारे में बता रहे हैं जहाँ आपको अवश्य घूमना चाहिए।
Top 10 Best Places to Visit in Prayagraj: प्रयागराज में घूमने की कुछ फेमस जगहें
त्रिवेणी संगम
प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर आपको अवश्य ही जाना चाहिए। संगम पर मिलने वाली आध्यात्मिक शांति को आप कहीं और महसूस ही नहीं कर सकते हैं। प्राचीन धर्मग्रंथों में ऐसी भी मान्यता है कि यदि कोई भी व्यक्ति संगम पर एक बार भी स्नान कर लेता है तो उसको मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
हर साल संगम के किनारे माघ मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें देश के कोने से साधु संत आते हैं। इसके अलावा इसी संगम के किनारे कुंभ मेले कभी आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और संगम में स्नान करते हैं।
इलाहाबाद किला
1583 में मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा बनवाया गया यह किला अपनी अद्भुत वास्तुकला और भव्य गलियारे के लिए प्रसिद्ध है। यह किला इतना भव्य और विशाल है जिसके कारण विदेशों से सैलानी इसको देखने आते हैं। इस किले के अंदर ही बरगद का पेड़ एक अलग ही सुंदरता बिखेरता है।
खुसरो बाग
प्रयागराज शहर के पश्चिम छोर में खुसरो बाग स्थित है। इस बाग के चारों तरफ विशाल दीवार है। जहांगीर के पुत्र ख़ुसरोऔर उनकी बेगम के मकबरे इसी बाग़ में हैं। खुसरो बाग में अमरुद के बड़े बड़े बगीचे भी हैं। इन अमरुदोँ को विदेश में भी निर्यात किया जाता हैं। वर्तमान में यहाँ एक बड़ी पौधशाला है, जहाँ हजारोँ पौधोँ को लगाने का काम किया जाता है।
प्रयागराज संग्रहालय
चंद्रशेखर आज़ाद पार्क से थोड़ी दूरी पर स्थित इस संग्रहालय में कई सदी की सुन्दर मूर्तियां रखी हुई हैं। प्रयागराज संग्रहालय में 18 गैलरी है और यह सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। प्राचीन मूर्तियों को देखने के शौकीन लोगो के लिए बीच यह बेहद प्रसिद्ध है।
ऑल सेंट्स कैथेड्रल
पत्थरों का चर्च नाम से प्रसिद्ध यह चर्च 13वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया था। इस चर्च को ब्रिटिश वास्तुकार सर विलियम एमर्सन ने गोथिक शैली में डिज़ाइन किया था। (Top 10 Best Places to Visit in Prayagraj)
आनंद भवन
आनंद भवन को नेहरू परिवार के घर के रूप में जाना जाता है। आनंद भवन में ही इंदिरा गाँधी का जन्म हुआ था जो बाद में भारत की प्रधानमंत्री बनी। वर्तमान समय में इस भवन को म्यूजियम बना दिया गया है। इस भवन में गाँधी परिवार से जुड़ी हुई कई वस्तुएँ देखने को मिल जायेंगी।
अक्षयवट वृक्ष
इलाहाबाद किले के अंदर पातालपुरी मंदिर के पास एक विशाल और लगभग 300 साल पुराना अक्षयवृक्ष मौजूद है। ऐसी मान्यता है कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभ देव ने इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था। चीनी यात्री ह्वेनत्सांग ने भी अपनी यात्रा के दौरान इस वृक्ष का उल्लेख किया है। (Top 10 Best Places to Visit in Prayagraj)
मनकामेश्वर मंदिर
यमुना नदी के पास सरस्वती घाट के किनारे पर ही मनकामेश्वर मंदिर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के साढ़े तीन फ़ीट के पवित्र शिवलिंग की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। वैसे तो यहाँ रोज ही श्रद्वालुओं की भीड़ रहती है परन्तु सोमवार और शनिवार को यह भीड़ बढ़ जाती है।
मान्यता है कि माता सीता ने जब संगम तट पर भगवान शिव की पूजा की इच्छा जताई तो भगवान राम के द्वारा इस शिव मंदिर का निर्माण किया गया। इस मंदिर की देखभाल का जिम्मा श्री शंकराचार्य ट्रस्ट ने ले रखा है।
अलोपी देवी
प्रयागराज में अलोपीबाग के पास यह अलोपी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। इस मंदिर की सबसे ख़ास बात यह है कि इस मंदिर में किसी भी देवी देवता की पूजा नहीं होती है। यहाँ एक लकड़ी की डोली की पूजा होती है। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती का बायां हाथ गिरते ही गायब हो गया था, जिसके कारण ही इस स्थान का नाम अलोपी पड़ा। नवरात्रि के दिनों में यहाँ भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है।
ललिता देवी मंदिर
यदि आप प्रयागराज घूमने गए हैं या जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको मीरापुर, प्रयागराज में स्थित ललिता देवी मंदिर जरूर जाना चाहिए। प्रयागराज में अत्यंत प्राचीन और प्रतिष्ठित शक्तिपीठ ललिता देवी स्थित है। यह मंदिर शक्तिपीठ होने के साथ – साथ अपनी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि देवी सती की दाहिनी उंगली यहाँ गिरी थी।
ऊपर बताये गए कुछ स्थानों के अलावा आप प्रयागराज में शंकर विमान मंडपम, यमुना पुल, मदन मोहन मालवीय पार्क, जवाहर तारामंडल, चंद्रशेखर आज़ाद पार्क, नंदन कानन वाटर पार्क, पातालपुरी मंदिर भी घूमने जा सकते हैं।
यदि आप माघ मेले में प्रयागराज जा सकते हैं तो अवश्य जाइए क्यूकि माघ मेले और महाकुम्भ जैसा आनंद शायद ही कहीं और देखने को मिले।
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