Thyroid की बीमारी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कुछ लोगों को आनुवांशिक तौर पर तो कुछ लोगों को अपनी जीवनशैली के कारण इस बीमारी का सामना करना पड़ रहा है। Thyroid ज्यादा गर्म या ठंडी तली हुई चीजों का सेवन करने से भी थायराइड की समस्या हो जाती है।Thyroid की समस्या कम शारीरिक परिश्रम के कारण भी होती है। थायराइड दुनिया में आम बीमारियों में से एक है।
भारत में थायराइड की संख्या 4 करोड़ से अधिक लोग किसी न किसी रूप में थायराइड से पीड़ित हैं। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में थायराइड अधिक होता है। एक बार जब आपको थायराइड की बीमारी हो जाती है, तो आपको जीवन भर दवा खानी पड़ती है।
जानिए क्या है Thyroid और इसके लक्षण ?
Thyroid गर्दन के अंदर स्थित होता है। और यह तितली के आकार का होता है।Thyroid एक प्रकार की अंतःस्रावी ग्रंथि है जो एक ट्यूबलेस ग्रंथि है जो हार्मोन का उत्पादन करती है। यह एक सामान्य दोष है जो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है। थायराइड दो प्रकार का होता है।
Thyroid के प्रकार व लक्षण:
- हाइपरथायरॉयड – चिड़चिड़ापन, ज़्यादा पसीना आना, घबराहट, दिल की धड़कन का बढ़ना, वजन कम होना, भूख ज़्यादा लगना, मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द रहना इत्यादि।
- हाइपोथायरॉइड- डिप्रेशन होना, पसीना कम आना, कब्ज, बालों का झड़ना, ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, थकान महसूस होना आदि ।
जानिए Thyroid को जड़ से खत्म करने के उपाय?
तो आईए जानते हैं उन 7 उपयों के बारे में जो आपके थायराइड को जड़ से खत्म कर देगी।
1. नारियल का सेवन:
थायराइड के मरीजों के लिए नारियल का सेवन काफी फायदेमंद होता है। इसे आप किसी भी रूप में ले सकते हैं। आप इसे अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। जैसे नारियल के तेल में सब्जियां पका सकते हैं या फिर सुबह उठकर खाली पेट नारियल तेल का सेवन भी कर सकते हैं। नारियल तेल एक अलग प्रकार से डाइजेस्ट होता है इसे पचाने के लिए नमक की ज़रूरत नहीं होती है जैसा कि हम जानते हैं थायराइड के हॉर्मोन कन्वर्जन के लिए लिवर की आवश्यकता होती है।
इसलिए यह तेल लिवर को भी सही रखने में सहायक है इससे आपको मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने में मदद मिलेगी जिससे शरीर में गर्मी बढ़ती है और वेट लॉस करना भी आसान होगा।
आप नारियल पानी का भी सेवन कर सकते हैं हफ्ते में तीन-चार बार नारियल पानी पीने से आपके थायराइड लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है नारियल पानी में फैटी एसिड और ट्रायग्लिराइड पाया जाता है जिस से पाचन तंत्र समस्या में राहत मिलती है अथवा थायराइड लेवल कम करने में मदद मिलती हैं ।
2. बादाम का सेवन:
बादाम सेलेनियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। ये दोनों ही थायराइड फंक्शन के लिए बहुत अच्छे हैं। आप इन्हें अपने नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। थायराइड से बचाव के लिए रात में 3-4 बादाम भिगोकर सुबह खाएं।
इसके अलावा बादाम में मौजूद मैग्नीशियम आपके थायराइड को मक्खन की तरह सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। बादाम में प्रोटीन, फाइबर और खनिजों का भी अच्छा स्रोत हैं। बादाम में सेलेनियम होता है जो थायराइड के लिए एक स्वस्थ पोषक तत्व है।
3. ग्रीन टी का सेवन:
ग्रीन टी में एंटी इंफ़्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है और ये पूरी दुनिया में एक अचूक मेटाबोलिज्म बूस्टर के रूप में जानी जाती है। ग्रीन टी कैटेचिन होता है ये वसा कोशिकाओं को वसा छोड़ने के लिए मजबूर करता है लिवर को अतिरिक्त वसा जलाने में मदद करता है।
आप इसे रोज़ दो कप लेना चाहिए ये थॉयरॉड के लेवल कम करने में मदद करती है।
4. बीन्स का सेवन:
बीन्स फाइबर, प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट, जटिल कार्बोहाइड्रेट और विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। उच्च फाइबर सामग्री कब्ज से निपटने में मदद करती है, जो हाइपोथायराडिज्म का एक आम दुष्प्रभाव है।
5. सेब खाएँ:
थायराइड के लिए सेब निश्चित रूप से वरदान माना गया है। सेब पेक्टिन से भरपूर होते हैं। ऐसे फाइबर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं। धातुएं, विशेष रूप से वे जो इस विषाक्त पदार्थ में मौजूद हैं, थायरॉइड फ़ंक्शन में हस्तक्षेप कर सकती हैं।
लेकिन थायराइड हार्मोन के स्तर को कम कर सकता है। थायराइड अनुकूल नाश्ते के लिए रोजाना एक सेब छिलके सहित खाएं जिसमें उच्च मात्रा में पेक्टिन होता है। इसके अलावा सेब वजन कम करने में भी मदद करता है, यह थायराइड ग्रंथि को अच्छे से कम करने में मदद करता है।
6. डेरी प्रोडक्ट:
Thyroid के मरीज को अपने आहार में डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करना चाहिए। डेयरी उत्पाद थायराइड विकारों का इलाज करने के बजाय उन्हें रोकने में मदद करते हैं। हालाँकि, डेयरी में कैल्शियम का उच्च स्तर आयोडीन की थायराइड हार्मोन का उत्पादन करने की क्षमता में हस्तक्षेप करेगा क्योंकि कैल्शियम आयोडीन से बंध जाएगा। आपको अपने आहार में दूध, दही और पनीर को जरूर शामिल करना चाहिए।
7. योग करे।
जिनको थायराइड है हाइपोथाइरॉएड हो या हाइपरथाइरॉएड दोनों में ही 10 से 30 मिनट तक कपालभाति उज्जाई प्राणायाम करें। आप सर्वांगआसान व हलासन भी कर सकते हैं ।जिनको थायराइड की समस्या ज्यादा है और वो व्यायाम व आसान ज्यादा ना कर पाते हैं तो वह 7 से 21 बार तक कपालभाति व उज्जाई प्राणायाम करें।
इसके अलावा आप सूर्य नमस्कार ,मत्स्यासन, भृजंगासन आदि कर सकते हैं। यह योग आपके थायराइड को नियंत्रित रखते हैं।
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