Missile Defence System of India- भारत ने पिछले कुछ सालों में अपनी सेना को मजबूत करने के लिए करोड़ों की डिफेंस डील की है। इन डील में भारत ने भारतीय सेनाओं के लिए कई लेटेस्ट हथियार और अत्याधुनिक मिसाइल्स को खरीदा है।
इन हथियारों और मिसाइल की बदौलत आज भारत की डिफेंस फोर्सेज काफी मजबूत हो चुकी है और दुश्मन के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। इस पोस्ट में हम भारत की कुछ प्रमुख मिसाइल्स और एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में जानेंगे। इन आधुनिक हथियारों की मदद से भारतीय सेनाएं दुश्मन देश के हर हमले का जवाब दे सकती हैं।
Missile Defence System of India-भारत के खतरनाक मिसाइल और ड्रोन सिस्टम
S–400 एयर डिफेंस सिस्टम
भारत का सबसे खतरनाक डिफेंस सिस्टम S–400 है। रूस से खरीदा गया यह एयर डिफेंस सिस्टम फाइटर जेट को मार गिराने की क्षमता रखता है। एक साथ 70 से ज्यादा मिसाइलें छोड़ने वाले इस एयर डिफेंस सिस्टम (Missile Defence System) को भारत का सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है।
रूस द्वारा विकसित किया गया S–400 एयर डिफेंस सिस्टम सतह से हवा में मिसाइल, ड्रोन, फाइटर जेट, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। एक बार एक्टिव होने के बाद S–400 किसी भी टारगेट को आसानी से मार गिराता है। इसकी कुछ विशेषताएं निम्न हैं –
- दूरी के आधार पर बेहतरीन मारक क्षमता: S–400 एयर डिफेंस सिस्टम में 5 किलोमीटर से लेकर 400 किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाली मिसाइलों का प्रयोग किया जाता है।
- टारगेट ट्रैक करने में एक्सपर्ट: बेहतरीन राडार सिस्टम से लैस S–400 अपने टारगेट को आसमानी ट्रैक कर लेता है। टारगेट ट्रैक करने के बाद यह उसे मिसाइलों से नष्ट कर देता है।
- सबसे खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम: नाटो द्वारा S–400 को अब तक का सबसे खतरनाक डिफेंस सिस्टम बताया गया है। इसकी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी युद्ध के मैदान में दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर देती है।
- कई टारगेट को निशाना बनाने में सक्षम: S–400 की मदद से एक साथ 300 टारगेट को ट्रैक किया जा सकता है।
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भारत का सुदर्शन चक्र है S–400
रूस से साल 2018 में इस एयर डिफेंस सिस्टम को खरीदा गया था। भारतीय सेना ने इसकी खूबियों के कारण इसका नाम सुदर्शन चक्र रखा है। भगवान श्रीकृष्ण का अस्त्र सुदर्शन चक्र (Missile Defence System of India) है।
सुदर्शन चक्र किसी भी स्थिति में प्रहार करने में सक्षम था, उसी तरह रूस से ख़रीदा गया S–400 एयर डिफेंस सिस्टम भी हर परिस्थिति में अटैक करने में सक्षम है।
बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD)
भारत का BMD सिस्टम दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के काम आती है। इसमें निम्न मिसाइल शामिल हैं –
- पृथ्वी मिसाइल: सतह से सतह में मार करने वाली पृथ्वी मिसाइल अपनी दूरी की वजह से जानी जाती है। इसकी रेंज 300 किलोमीटर से दो हजार किलोमीटर तक है।
- अग्नि मिसाइल: 700 किलोमीटर से लेकर 5 हजार किलोमीटर तक की दूरी तक के लक्ष्य को रोकने में सक्षम अग्नि मिसाइल के कई प्रकार भारत के पास मौजूद हैं। यह सतह से सतह पर मार करने वाली प्रमुख मिसाइल है।
DRDO की मदद से बनाई कई अन्य बैलिस्टिक मिसाइल (Missile Defence System) भी बनाई गई हैं। इनमें धनुष, प्रहार, शौर्य अश्विन, K–4, सागरिका प्रमुख हैं। सतह से सतह पर चलने वाली इन बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता 150 किलोमीटर से लेकर 5000 किलोमीटर तक है।
जमीन से हवा में मार करने वाली (SAM) मिसाइल
इन मिसाइलों का मुख्य काम दुश्मन की मिसाइलों, ड्रोन आदि का पता लगाना और उन्हें ट्रैक करके हवाई हमले का अलर्ट देना है। ये दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर सकती हैं। इनमें त्रिशूल, आकाश, बराक 8 जैसी मिसाइलें शामिल हैं।
- आकाश मिसाइल: स्वदेश में निर्मित इस मिसाइल की रेंज 45 से 50 किलोमीटर तक ही है। मध्यम दूरी की इस मिसाइल को फाइटर जेट के अलावा समुद्र में तैनात युद्ध पोतों में लगाया जाता है। क्रूज मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता इस मिसाइल को खास बनाती है।
- S–125 पेचोरा: जमीन से हवा में टारगेट को ट्रैक करके उसे नष्ट करने में यह मिसाइल बेजोड़ है। S–125 पेचोरा की रेंज 30 से 35 किलोमीटर की है। यह टारगेट को 100 किलोमीटर पहले ही ट्रैक कर सकती है।
हवा से हवा में मार करने वाली (AAM) मिसाइल
हवा में ही मार करने वाली इन मिसाइलों के कारण भारतीय वायुसेना पहले से काफी मजबूत हुई है। इन मिसाइलों को फाइटर जेट से छोड़ा जाता है, जो सीधे टारगेट को निशाना बनाती हैं। इनमें माइका, अस्त्र, K–100 जैसी मिसाइलें (Missile Defence System) भारत के पास हैं।
क्रूज मिसाइल
दुनिया भर में सबसे खतरनाक क्रूज मिसाइलों को माना जाता है। बेहद सटीकता के साथ ये मिसाइलें नेविगेशन सिस्टम की मदद से टारगेट को निशाना बनाती हैं। भारत के पास दुनिया की सबसे खतरनाक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, निर्भय मौजूद है।
ब्रह्मोस मिसाइल
ब्रह्मोस जैसी मिसाइल को फाइटर जेट, नौसेना पोत और सबमरीन के साथ लॉन्च किया जा सकता है। ब्रह्मोस के नाम से दुनिया के कई देश कांपते हैं।
क्रूज मिसाइल की मारक क्षमता एक हजार किलोमीटर से लेकर 1500 किलोमीटर तक मानी जाती है। पलक झपकते ही दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने की ताकत क्रूज मिसाइल में है।
एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम
टैंक के साथ बंद वाहनों को नष्ट करने के लिए भारत ने इस मिसाइल सिस्टम को बनाया है। बेहद सटीक लक्ष्य के साथ एंटी टैंक मिसाइल दुश्मन के टैंकों को निशाना बनाती हैं और उन्हें नष्ट कर देती हैं। अमोघ, नाग, हेलेना, जैसी मिसाइलों (Missile Defence System of India) से दुश्मन का बच पाना असंभव है।
इन अत्याधुनिक मिसाइल सिस्टम और हथियारों के अलावा भारत के पास न्यूक्लियर हथियार और खतरनाक सबमरीन भी मौजूद है। युद्धक बेड़ों का समूह समुद्र में भारत की सीमाओं की कड़ी निगरानी कर रहा है।
इन समुद्री पोतों पर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले फाइटर जेट और ऑटोमैटिक सेल्फ गाइडेड मिसाइल्स तैनात हैं जो किसी भी हमले को नष्ट करने में सक्षम हैं। भारत पानी सैन्य क्षमता को लगातार बढ़ा रहा है। रूस, फ्रांस, अमेरिका के अलावा कई देश भारत की मदद भी कर रहे हैं।
इमेज सोर्स: Twitter
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ब्लॉगिंग को पैशन की तरह फॉलो करने वाले आशीष की टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।