Ram Navami Significance in Hinduism- राम नवमी हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह भगवान श्रीराम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। श्रीराम का जीवन सत्य, धर्म, त्याग और कर्तव्यपरायणता का प्रतीक है।
हर साल यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आता है, जो आमतौर पर मार्च-अप्रैल में पड़ता है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं, रामायण का पाठ करते हैं और भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान राम का गुणगान करते हैं।
अयोध्या, जहां भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, इस दिन भव्य समारोहों का केंद्र बन जाती है। पूरे भारत में राम नवमी (Ram Navami Significance) की झांकियां, शोभायात्राएं और धार्मिक आयोजन होते हैं।
इस पर्व को नेपाल, इंडोनेशिया, फिजी, थाईलैंड, मॉरीशस और अन्य देशों में भी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। आज हम इस पावन पर्व का महत्व, इससे जुड़ी पौराणिक कथा और कुछ रोचक तथ्यों को विस्तार से जानेंगे।
Ram Navami Significance in Hinduism-राम नवमी की पौराणिक कथा और महत्व
कहा जाता है कि अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ— कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा थीं, लेकिन उन्हें संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी, जिससे वे अत्यंत चिंतित रहते थे। ऋषि वशिष्ठ की सलाह पर उन्होंने पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया, जिसके फलस्वरूप अग्निदेव प्रकट हुए और उन्होंने राजा दशरथ को एक दिव्य खीर दी।
राजा दशरथ ने वह खीर अपनी तीनों रानियों को बांट दी, जिससे कौशल्या के पुत्र श्रीराम, कैकेयी के पुत्र भरत, और सुमित्रा के जुड़वां पुत्र लक्ष्मण व शत्रुघ्न का जन्म हुआ।
श्रीराम के जन्म के समय अयोध्या में हर्षोल्लास छा गया, देवताओं ने पुष्प वर्षा की, वातावरण पवित्रता और शांति से भर गया, और चारों दिशाओं में मंगल ध्वनियाँ गूंज उठीं। यही शुभ दिन राम नवमी के रूप में मनाया जाता है।
आपको बता दें भगवान श्रीराम को हिंदू धर्म में “मर्यादा पुरुषोत्तम” कहा जाता है। वे भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं, जिन्होंने त्रेता युग में जन्म लिया था।
उनका जन्म राक्षस राज रावण के अत्याचारों को समाप्त करने और धरती पर धर्म की स्थापना करने के लिए हुआ था। श्रीराम के जीवन से हमें धैर्य, त्याग, प्रेम, कर्तव्यनिष्ठा और सत्य पर चलने का संदेश मिलता है। यही कारण है कि राम नवमी (Ram Navami Significance) का विशेष महत्व है।
राम नवमी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य!
1. भगवान राम का जन्म
शास्त्रों के अनुसार, श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी को दोपहर 12 बजे हुआ था। इसी कारण इस समय विशेष पूजा और भजन-कीर्तन किए जाते हैं।
2. सरयू नदी में स्नान का विशेष महत्व
अयोध्या में राम नवमी के दिन सरयू नदी में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इससे सभी पाप समाप्त हो जाते हैं।
3. अखंड रामायण पाठ की परंपरा
इस दिन कई भक्त अपने घरों और मंदिरों में अखंड रामायण पाठ कराते हैं, जो लगातार 24 घंटे तक चलता है।
4. रामलीला का आयोजन
कई स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को नाटकीय रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
5. भगवान परशुराम का जन्म भी इसी दिन हुआ था
यह दिन केवल भगवान राम का ही नहीं, बल्कि भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम का जन्मदिन भी माना जाता है। इसलिए कई स्थानों पर परशुराम जयंती भी मनाई जाती है।
6. अयोध्या में भव्य शोभायात्राएं निकाली जाती हैं
इस दिन अयोध्या में भव्य शोभायात्राएं और झांकियां निकाली जाती हैं, जिनमें भगवान श्रीराम (Ram Navami) के जीवन की झलक देखने को मिलती है।
7. राम नवमी केवल भारत ही नहीं, विदेशों में भी मनाई जाती है
भारत के अलावा नेपाल, इंडोनेशिया, फिजी, थाईलैंड, मॉरीशस और गुयाना जैसे देशों में भी यह पर्व बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
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