Curfew Imposed in Bangladesh: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में छात्रों के व्यापक प्रदर्शन के कारण कर्फ्यू लगा दिया गया है। पूरे बांग्लादेश में स्टूडेंट्स एकजुट होकर आरक्षण के खिलाफ धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं जिसके कारण हिंसा बढ़ गयी है। छात्रों द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी के कई मामले सामने आये हैं। इसे देखते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार द्वारा पूरे देश में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गयी।
Curfew Imposed in Bangladesh: बांग्लादेश में लगा कर्फ्यू, इंटरनेट और न्यूज़ चैनल बंद
क्यों लगाना पड़ा कर्फ्यू
दरअसल छात्रों ने सरकारी नौकरी में आरक्षण देने के सरकार के फैसले के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू किया था। प्रदर्शन के हिंसात्मक रूप लेने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पूरे बांग्लादेश में कर्फ्यू लगाने का आदेश दे दिया। आपको बता दें कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में ज्यादा आरक्षण स्वतंत्रता सेनानियों को मिलता है। इसी बात को लेकर छात्रों में गुस्सा है।
उनका कहना है कि इस आरक्षण से बहुत से मेधावी छात्रों का चयन ए क्लास वाली सरकारी नौकरियों में नहीं हो पाता है। इसलिए इस आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। हालांकि पूर्व में वर्ष 2018 में सरकार ने छात्रों के प्रदर्शन पर ही इस आरक्षण को ख़त्म कर दिया था। परन्तु 2021 में इस आरक्षण को फिर से लागू करने के लिए कोर्ट में एक याचिका दायर की गयी थी। इस याचिका पर लगभग तीन साल तक सुनवाई चलने के बाद इसी साल 2024 में आरक्षण को फिर से लागू कर दिया गया।
Big Breaking 🚨- Bangladesh is on fire. The government imposed a curfew.
Video and photos coming from Bangladesh. #BangladeshiStudentsareinDanger pic.twitter.com/v0x5U0Wr85
— Afridi Ahmed (@Afridima1) July 20, 2024
Curfew Imposed in Bangladesh: इसके विरोध में ही छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था। जो अब हिंसा का रूप ले चुका है। हजारों छात्र एक साथ बांग्लादेश की सड़कों पर शेख हसीना सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके पास लाठी, डंडे और हाथों में पत्थर हैं। छात्रों में आरक्षण को लेकर इतना गुस्सा है कि वे बसों और निजी वाहनों में आगजनी भी कर रहे हैं।
रैली और जुलुस पर लगी रोक
पूरे बांग्लादेश में इस समय किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सेना तैनात कर दी गयी है। वहीं देश में किसी भी तरह की रैली, जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सिर्फ गिने चुने होटल या दुकानें ही खुल रही हैं। बाहर से विदेशी टूरिस्ट को बांग्लादेश में आने से रोक दिया गया है। पूरे बांग्लादेश में यातायात व्यवस्था ठप हो गयी है। स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
When democratic parties are banned and military or civil dictatorship comes in the country, then student politics becomes the guarantee of the survival of democracy.
Long live the struggle of Bengal students 🚩#Bangladesh #haseenawajid #BangladeshiStudentsareinDanger pic.twitter.com/FEHrVlvD0h— QAU News (@NewsQau) July 19, 2024
100 से ज्यादा लोगों की मौत
Curfew Imposed in Bangladesh: बांग्लादेश में छात्रों के द्वारा होने वाले इस प्रदर्शन के कारण उनकी पुलिस से कई झड़प हो चुकी है। इसके कारण देश के अलग अलग जिलों में अब तक 100 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 50 से ज्यादा मौतें तो सिर्फ राजधानी ढाका में ही हुई हैं। इसके अलावा अभी तक 2500 से भी ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर मिल रही है। जिस तरह से प्रदर्शन और हिंसा हो रही है,उससे घायलों की संख्या बढ़ने के पूरे आसार हैं।
This is a shame what is happening in Bangladesh. These are students, some college going and some even minors.
This is against every moral ethics of Bangladesh govt. if they have left any.#StudentsUnderAttack #BangladeshiStudentsareinDanger #StudentProtest pic.twitter.com/QoM6hg0usr— Ashi (@Ashi_120) July 20, 2024
इंटरनेट और न्यूज़ चैनल बंद
आरक्षण के विरोध में हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस तथा रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा पूरे देश में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को बंद कर दिया गया है। बांग्लादेश में हिंसा को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार द्वारा कई न्यूज़ चैनलों के ऑफिस को भी बंद करने का आदेश दिया गया है। पूरे देश में अराजकता का माहौल बना हुआ है। हिंसक प्रदर्शन लगातार जारी हैं।
Muslimah brutally attacked by armed thugs from Chhatra League, student wing of ruling Awami League. #Bangladesh #QuotaReformProtest #QuotaRefromMovement pic.twitter.com/1IB7yCsDdW
— 💖نازیہ چودھری 💖 (@NSC__01) July 20, 2024
मैत्री एक्सप्रेस भी स्थगित
भारत के पश्चिम बंगाल के कोलकाता से बांग्लादेश के ढाका तक चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। शुक्रवार को यह ट्रेन कोलकाता से रवाना हुई थी परन्तु जैसे ही यह बांग्लादेश की सीमा पर पहुंची, इसको रोक दिया गया। बॉर्डर पर ही मैत्री एक्सप्रेस घंटों तक खड़ी थी। बाद में कोलकाता-ढाका मैत्री एक्सप्रेस को रेलवे अधिकारियों द्वारा रद्द करने का फैसला लिया गया।
प्रधानमंत्री ने की शांति की अपील
आरक्षण के विरोध में बांग्लादेश में हो रहे प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सभी से शांति की अपील की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस तरह के प्रदर्शन से समस्या का हल नहीं निकल सकता है। छात्रों के हित के लिए आरक्षण के मुद्दे पर उनकी सभी वरिष्ठ अधिकारियों से बात हो रही है और जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जायेगा। परन्तु आप सभी को देश में शांति की स्थापना करनी होगी।
भारत के स्टूडेंट फसें
बांग्लादेश में भारत के लगभग 1000 से ज्यादा स्टूडेंट फसें हुए हैं। उनको वापस भारत लाने के लिए बांग्लादेश की सरकार से उच्च स्तरीय बात हो रही है।
#Bangladesh में अशांति के बाद वहां मौजूद करीब 4000 भारतीय छात्रों से लगातार संपर्क में बना हुआ है विदेश मंत्रालय.
978 भारतीय छात्र स्वदेश लौट चुके हैं.#Chittagong और #Dhaka से भारत के लिए नियमित उड़ान सुनिश्चित की जा रही है. @MEAIndia @ihcdhaka pic.twitter.com/EWVXOBCPd6
— SansadTV (@sansad_tv) July 20, 2024
जल्द ही सभी की सकुशल भारत वापसी होने की संभावना है। इसके अलावा भूटान के भी कुछ विद्यार्थियों के बांग्लादेश में होने की जानकारी है। भारत उनकी भी सकुशल वापसी के पूरे इंतजाम कर रहा है।
Image Source: Twitter
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