Side Effects of Drinking too Much Milk: हम सभी जब से पैदा होते हैं तभी से हमको दूध पीने को कहा जाता है और आदत भी डाली जाती है। हम सभी को यह भी बताया जाता है कि दूध पीने से शरीर मजबूत बनता है।
परन्तु क्या आप जानते हैं कि अगर आप 24 घंटे में बहुत ज्यादा दूध पी रहे हैं तो आपको कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं। वर्तमान में हम सभी गाय या भैस का दूध पी रहे हैं। शहरों में यहीं दूध पैकेट में आता है और लोग पैकेट के दूध को पौष्टिक मानकर पीते हैं।
ये शुद्ध नहीं होते हैं बल्कि इन सभी को केमिकल की मदद से बनाया जा रहा है। आज की पोस्ट में बहुत ज्यादा दूध पीने से होने वाले कुछ साइड इफ़ेक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको कई प्रकार की गंभीर बीमारी हो सकती है।
दूध एक संतुलित आहार और भरपूर पोषण से युक्त माना जाता है। दूध से दिमाग और शरीर का विकास होता है। परन्तु जब आप जरुरत से ज्यादा दूध पीने लगते हैं तो इससे आपके शरीर में कई बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है। यदि आपको दूध पीना अच्छा लगता है तो प्रतिदिन एक सही मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए। इससे शरीर को पोषण भी मिलता रहेगा।
Side Effects of Drinking too Much Milk: अधिक दूध पीने से शरीर को होने वाले कुछ नुकसान
आईसीएमआर ने एक रिपोर्ट में बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों के लिए दूध पीने की सही मात्रा बताई है। ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक यदि हम दूध का ज्यादा सेवन करते हैं तो दूध में मौजूद फैट और अन्य प्रोटीन, विटामिन के कारण हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल और वजन बढ़ने संबंधी गंभीर समस्यायें हो सकती हैं। जो लोग ज़्यादा दूध पीते हैं, उनके अंदर कुछ प्रमुख साइड इफ़ेक्ट देखने को मिल सकते हैं।
पेट की समस्या
दूध में लैक्टोज पाया जाता है। एक सीमित मात्रा में दूध पीने से हमारा पाचन तंत्र दूध को पचा देता है। परन्तु जब हम दिन में कई बार या खुराक से ज्यादा दूध पीते हैं तो दूध में पाए जाने वाले लैक्टोज को पचाने में दिक्कत होती है। इसके कारण पेट में दर्द, गैस, दस्त के अलावा ब्लोटिंग की समस्या भी हो सकती है। इसका असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है और खाना खाने और पचाने में दिक्कत होती है।
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वज़न का तेजी से बढ़ना
डॉक्टरों के मुताबिक 250 ml दूध में लगभग 170 से 180 कैलोरी पायी जाती है। यदि हम दूध को जरुरत से ज्यादा पीने लगें तो हमारे शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाएगी। यह बढ़ी हुई कैलोरी पचने की बजाय बॉडी फैट को बढ़ा देती है। इसी बॉडी फैट की वजह से हमारे शरीर का वजन बढ़ सकता है।
चूंकि यह फैट जल्दी पचता नहीं है इसलिए बढ़ा हुआ वजन भी जल्दी कम नहीं हो पाता। जिससे मोटापा होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए अगर आपका भी वजन तेजी से बढ़ रहा है तो ध्यान दीजिये कहीं आप भी ज्यादा दूध का सेवन ( Side Effects of Drinking too Much Milk ) तो नहीं कर रहे हैं।
कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि
दूध को एक संतुलित आहार माना जाता है। परन्तु जब इसी दूध को बहुत ज्यादा पीने लगें तो यह हमारे शरीर में कई बीमारियों को जन्म दे देता है। इन बीमारियों में से एक कोलेस्ट्रॉल भी है। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना किसी भी इंसान के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने पर हार्ट की कई बीमारियां हो सकती हैं।
बहुत ज्यादा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हार्ट अटैक भी आ सकता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। जब हम दूध का ज्यादा सेवन करते हैं तो दूध में पाया जाने वाला फैट हमारे शरीर के ब्लड को प्रभावित करता है जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है। स्वस्थ शरीर के लिए फैट, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखना बेहद जरुरी है। इसके लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
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चेहरे पर मुँहासे होना
Side Effects of Drinking too Much Milk: सही मात्रा में दूध पीना सेहत के लिए जितना फायदेमंद है। जरुरत से ज्यादा दूध पीने से उतना ही नुकसान होता है। दूध में मौजूद कई तरह के फैट, प्रोटीन आदि शरीर में मौजूद हार्मोन को प्रभावित करते हैं। इससे शरीर में मोटापा और चेहरे पर मुँहासे होने लगते हैं।
फ्रैक्चर का खतरा
दूध में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। कैल्शियम से हमारे शरीर की हड्डियां मजबूत होती हैं। परन्तु कुछ रिसर्च में यह पता चला है कि यदि हम दूध का जरुरत से ज्यादा सेवन करते हैं तो इसमें मौजूद कैल्शियम का विपरीत प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण शरीर की हड्डियां कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों के कमजोर होने के कारण फ्रैक्चर की समस्या हो सकती है। बार-बार हड्डियों के फ्रैक्चर होने से हमारी सेहत पर भी असर पड़ता है।
पथरी होना
आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि अधिक दूध पीने से पथरी की समस्या भी हो सकती है। दरअसल जब हम बहुत ज्यादा दूध का सेवन करते हैं तो दूध जल्दी पचता नहीं है और इसमें मौजूद कैल्शियम से शरीर के अंदर कैल्शियम ऑक्सालेट पत्थर बन सकते हैं। यह एक प्रकार की गुर्दे की पथरी ही होती है। इसलिए यदि आपको पेट से संबंधित कोई भी बीमारी हो तो दूध का सेवन कम करना चाहिए।
प्रोटीन और कैल्शियम के लिए दूसरे फलों के इस्तेमाल को प्राथमिकता देनी चाहिए। जिन लोगों को कभी भी पथरी हो चुकी हो, वैसे लोगों को एक एक्सपर्ट डॉक्टर से सलाह लेकर ही दूध का सेवन करना चाहिए। ( Side Effects of Drinking too Much Milk )
हार्मोनल डिस्बैलेंस
वर्तमान समय में दूध की पैकिंग बड़े बड़े डेयरी फार्मों पर की जाती है। इन डेयरी फार्मों पर दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई प्रकार के केमिकल का उपयोग किया जाता है। कहीं कहीं पर तो पूरे दूध को ही केमिकल से बनाया जाता है। इन केमिकल का असर शरीर के हार्मोन्स पर पड़ता है। जिसके कारण सामान्य शरीर के अंदर कई तरह के हार्मोनल चेंज देखने को मिलते है।
Side Effects of Drinking too Much Milk: इसमें उम्र का तेजी से बढ़ना एक मुख्य कारक है। ऐसे केमिकल वाल दूध पीने से हार्मोनल डिस्बैलेंस की संभावना बहुत बढ़ जाती है। ये हार्मोनल प्रभाव प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के जोखिम को बढ़ाते हैं। ऐसे केमिकल वाले या पैकिंग दूध को एक सही मात्रा में ही उपयोग में लाना चाहिए।
वर्तमान में दूध का ऐसा कोई बेहतर विकल्प मौजूद नहीं है जिसके सेवन करने से कैल्शियम और विटामिन्स मिल सके। परन्तु हम सभी को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी परिस्थति में दूध का कम से कम इस्तेमाल करें।
आजकल छोटे बच्चों के डॉक्टर भी बच्चों को दूध पीने से मना कर दे रहे हैं। इसका मुख्य कारण खतरनाक केमिकल ही हैं। उपरोक्त लेख सिर्फ जानकारी के लिए है।
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ब्लॉगिंग को पैशन की तरह फॉलो करने वाले आशीष की टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।