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Shardiya Navratri 2024 Paran Date And Time: नवरात्रि व्रत कब खोले अष्टमी या नवमी, क्या खाकर करें पारण।

Shardiya Navratri 2024 Paran Date And Time: नवरात्रि व्रत कब खोले अष्टमी या नवमी, क्या खाकर करें पारण।

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Shardiya Navratri 2024 Paran Date And Time: नवरात्रि के 9 दिन मां के नौ विशेष स्वरुप को समर्पित है। नवरात्रि के प्रत्येक दिन आदि शक्ति मंगल स्वरूपा मां के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। हम सभी अपने-अपने तरीके से मां की भक्ति व आराधना करते हैं। कुछ लोग 9 दिनों तक फलाहार व्रत करते हैं।

Shardiya navratri 2024 paran date and time

तो वहीं कुछ एक समय भोजन ग्रहण कर व्रत करते हैं। कुछ अष्टमी को व्रत का पारण करते हैं, तो वहीं कुछ नवमी को। शास्त्रों के अनुसार पारण के लिए नवमी तिथि के अस्त होने से पहले का समय ही सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

साथ ही दशमी तिथि भी नवरात्र पारण के लिए उपयुक्त मानी गई है। चलिए जानते हैं इस बार नवरात्रि व्रत का पारण कब कैसे क्या खाकर किया जाएगा और नवरात्रि व्रत का पारण अष्टमी या नवमी कब करें।

Shardiya Navratri 2024 Paran Date And Time: नवरात्रि व्रत में अष्टमी या नवमी कब करें पारण।

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नवरात्रि अष्टमी पारण विधि।

जो लोग नवरात्रि व्रत पारण महा अष्टमी यानी अष्टमी तिथि पर करते है। वें सप्तमी तक व्रत रखते हैं  और फिर अष्टमी के दिन प्रातः काल नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान के बाद अपनी कुलदेवी और माता गौरी का पूजन कर उन्हें उनकी सभी प्रिय चीजे और उनका प्रिय भोग लगाए। उसके बाद कन्या पूजन करें,कन्या पूजन के बाद प्रसाद ग्रहण कर नवरात्रि व्रत का पारण करें।

नवरात्रि नवमी पारण विधि।

महानवमी तिथि पर नवरात्रि व्रत पारण करने वाले लोगों को इस दिन सुबह प्रातः काल जल्दी उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर स्नान आदि के बाद मां सिद्धिदात्री की पूजा कर उन्हें भोग लगाना चाहिए।

इसके बाद घर में हवन करें,पूजा हवन करने के बाद नौ कन्याओं को भोजन करवाए और प्रसाद बांटे। कन्या पूजन के बाद भोग के लिए बनाया हुआ प्रसाद ग्रहण कर व्रत खोल सकते हैं।

व्रत का पारण क्या खाकर करें।

सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार आप कोई भी व्रत करते हैं। तो उसका पालन करने पर ही व्रत पूर्ण माना जाता है। नवरात्रि के व्रत मनोकामना पूरी करने वाले माने जाते हैं ।

किसी भी व्रत का पूर्ण फल तभी प्राप्त होता है जब आप व्रत का विधि विधान से पारण करते हैं, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि व्रत का पारण माता को भोग लगाए गए प्रसाद को खाकर ही करना चाहिए।

अर्थात् कन्या पूजन और हवन आदि के बाद अपने पारण के दिन जो भी भोग माता रानी को लगाया है। उस भोग को प्रसाद के रूप में ग्रहण कर व्रत का पारण करें।

नवरात्रि पारण मुहूर्त।

नवरात्रि व्रत का पारण और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन दशमी तिथि में किया जाता है। 2024 में नवरात्रि पारण 12 अक्टूबर दिन शनिवार को सुबह 10:58 के बाद किया जाएगा।

दशमी तिथि आरंभ और समापन- 12 अक्टूबर प्रातः काल 10:58 से 13 अक्टूबर प्रातः 9:08 तक।

दुर्गा विसर्जन मुहूर्त- दुर्गा विसर्जन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर दोपहर 1:17 मिनट से सांयकाल 3:35 मिनट तक रहेगा।

Image: Unsplash

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