PM Narendra Modi UK Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर यूनाइटेड किंगडम (यूके) पहुंचे, जहां उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए। यह दौरा भारत-यूके संबंधों के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
PM Narendra Modi UK Visit: प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत!
𝐋𝐨𝐧𝐝𝐨𝐧 𝐬𝐭𝐫𝐞𝐞𝐭𝐬 𝐭𝐮𝐫𝐧 𝐬𝐚𝐟𝐟𝐫𝐨𝐧 🇮🇳🇬🇧
As PM Modi arrives in the UK, thousands from the Indian community gather —
A moment that speaks of connection, pride, and diplomacy in motion. pic.twitter.com/4nwG7kyywp— BJP (@BJP4India) July 24, 2025
लंदन एयरपोर्ट पहुंचने पर भारतीय प्रवासी समुदाय ने पारंपरिक गीतों, नृत्यों और नारों के साथ पीएम मोदी (PM Modi) का भव्य स्वागत किया। हाथों में तिरंगा लहराते बच्चों और युवाओं ने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारों से माहौल को देशभक्ति से भर दिया।
क्या है भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA)?
भारत और यूके के बीच यह समझौता करीब तीन सालों की चर्चा और 14 दौर की वार्ताओं के बाद तय हुआ है। इस समझौते के तहत:
-
99% भारतीय निर्यात पर यूके में कोई आयात शुल्क नहीं लगेगा, जिससे वस्त्र, चमड़ा, जूते, इंजीनियरिंग गुड्स, चाय-कॉफी, और मछली जैसे उत्पादों को लाभ मिलेगा।
-
ब्रिटेन के प्रमुख उत्पादों जैसे स्कॉच व्हिस्की, ऑटोमोबाइल, कॉस्मेटिक्स और मेडिकल उपकरणों पर भारत में आयात शुल्क में कटौती की जाएगी।
-
यूके में कार्यरत भारतीय पेशेवरों को सामाजिक सुरक्षा योगदान में राहत दी जाएगी, जिससे उन्हें दोहरी कर व्यवस्था से बचाया जा सकेगा।
-
दोनों देश सेवाओं, डिजिटल व्यापार, शिक्षा, बौद्धिक संपदा और निवेश सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग को मजबूत करेंगे।
व्यापार और निवेश में नया अध्याय
इस समझौते से भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार को वर्ष 2030 तक 120 बिलियन डॉलर (लगभग ₹10 लाख करोड़) तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे लाखों नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
Touched by the warm welcome from the Indian community in the UK. Their affection and passion towards India’s progress is truly heartening. pic.twitter.com/YRdLcNTWSS
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
ब्रिटेन की सरकार ने अनुमान लगाया है कि इस समझौते से यूके की जीडीपी में प्रतिवर्ष £4.8 बिलियन (लगभग ₹50,000 करोड़) की वृद्धि होगी, जबकि भारत को वैश्विक व्यापार में नई ताकत मिलेगी।
अन्य समझौते और द्विपक्षीय सहयोग
PM Modi और ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर के बीच हुई द्विपक्षीय बातचीत में इन विषयों पर भी सहमति बनी:
-
रक्षा और समुद्री सुरक्षा में सहयोग
-
जलवायु परिवर्तन और हरित ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी साझेदारी
-
स्वास्थ्य क्षेत्र में रिसर्च और वैक्सीन निर्माण में सहयोग
-
शिक्षा में छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम और संयुक्त डिग्री कोर्स को बढ़ावा
-
भारतीय प्रवासी समुदाय के अधिकारों और सुविधाओं को लेकर सकारात्मक चर्चा
FTA से छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स को लाभ
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते से भारत के एमएसएमई और स्टार्टअप सेक्टर को बड़ा फायदा मिलेगा। कम टैरिफ और आसान एक्सपोर्ट प्रक्रिया से भारत के छोटे व्यवसाय अब यूके जैसे बड़े बाजारों तक अपनी पहुंच बना सकेंगे।
Landed in London.
This visit will go a long way in advancing the economic partnership between our nations. The focus will be on furthering prosperity, growth and boosting job creation for our people.
A strong India-UK friendship is essential for global progress. pic.twitter.com/HWoXAE9dyp
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
यह समझौता केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि राजनयिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ब्रेक्जिट के बाद यूके ने भारत को एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार माना है, और यह समझौता दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाई देगा।
आगे की रणनीति: इंडो-पैसिफिक में सहयोग और मॉलदीव दौरा
यूके दौरे के बाद PM Modi मालदीव रवाना होंगे, जहां वे देश की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। मालदीव के साथ भारत के संबंधों को मज़बूत करना ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ का हिस्सा है।
Day after tomorrow, 25th July, I will be in the Maldives at the invitation of the President Dr. Mohamed Muizzu. I am honoured to be taking part in the 60th Independence Day celebrations of the Maldives. This year we also mark 60 years of India-Maldives diplomatic relations. The…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का यूके दौरा भारतीय कूटनीति और वैश्विक व्यापार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ है। भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता न केवल व्यापार के द्वार खोलेगा, बल्कि यह दिखाता है कि भारत अब वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। आने वाले वर्षों में इस साझेदारी के और मजबूत होने की पूरी संभावना है।
Images: Freepik
ओटीटी पर धमाल मचाने आ रही है मिशन इम्पॉसिबल – द फाइनल रेकनिंग, जानें कब होगी रिलीज ?
संस्कृति एक ब्लॉगर हैं। संस्कृति को ऑटोमोबाइल, फैक्ट्स, लाइफस्टाइल और ट्रेवल से जुडी पोस्ट लिखना पसंद है।