Ovarian Cancer Symptoms In Hindi: आज हम जानेंगे महिलाओं में होने वाली ओवेरियन कैंसर के बारे में ये कैंसर भारत में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में इस बीमारी से लोग जूझ रहे हैं । ये महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाली अन्य बीमारी के तुलना में तीसरे नंबर पर ओवेरियन कैंसर हैं। ये अक्सर खराब लाइफस्टाइल के चेंजिंग के वजह से होते हैं।
ये बीमारी अगर परिवार के सदस्यों में अगर किसी को हैं तो भी होना संभव हैं।इस बीमारी के होने के कई वजह हैं। इसलिए इसे वक्त पे जान पाना आसान नहीं होता ओवरियन कैंसर को यूटरस कैंसर भी कहते हैं।इस बीमारी में सही वक्त पर इलाज से ठीक हुआ जा सकता हैं। अगर इसका इलाज सही वक्त पे ना हो तो ये गंभीर रूप ले लेता हैं और पीड़ित महिला की मौत भी हो सकती हैं।
Ovarian Cancer Symptoms In Hindi: जानिए ओवेरियन कैंसर क्या है?
ओवेरियन कैंसर को गर्भाशय कैंसर या ओवेरियन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। जब यह कैंसर होता है, तो अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं। हर महिला के दो अंडाशय होते हैं, एक गर्भाशय के बाईं ओर और दूसरा दाईं ओर। ये दो अंडाशय होते हैं।
ओवेरियन कैंसर इन दोनों में से किसी एक या दोनों में हो सकता है। अंडाशय महिलाओं की प्रजनन ग्रंथियां हैं। ओवेरियन कैंसर ज्यादातर 50, 55 की उम्र के बाद होता है। कुछ ओवेरियन कैंसर बहुत कम उम्र में भी होते हैं। और ये आनुवांशिक भी होते हैं।
ओवेरियन कैंसर के कारण।
1.अनुवांशिक-यदि आपके किसी करीबी रिश्तेदार को ओवेरियन कैंसर या स्तन कैंसर रह चुका है तो ऐसे में आपको ओवेरियन कैंसर होने का संभव होगा।
2.उम्र-अधिकतर मामले महिलाओं में 55, 60 उम्र के बाद ही महिलाओं में पाए जाते हैं।
3.ब्रेस्ट कैंसर -जिन महिलाओं में स्तन कैंसर का निदान किया गया है उनमें अंडाशयी कैंसर होने जोखिम बढ़ जाता हैं।
4.हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी -जो लोग हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी कराते हैं ।उनमें ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
5.अधिक मोटापा-अन्य बीमारियों के तरह ही मोटापा इस बीमारी को भी बढ़ा देता है।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण।
- योनि से सामान्य या असामान्य ब्लीडिंग होना।
- पेडू क्षेत्र में दर्द या दबाव महसूस होना।
- पेट या पीठ में दर्द होना।
- पेट फूलना या पेट में सूजन।
- पेट भरा सा महसूस होना।
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा महसूस करना।
- मासिक धर्म में अनियमितता।
- संभोग के दौरान दर्द होना।
ओवेरियन कैंसर का इलाज।
1.सर्जरी– आमतौर पर अंडाशय कैंसर से ग्रस्त मरीजों के लिए सर्जरी ही पहले उपचार पद्धति होती है।
2.कीमोथेरेपी-कीमोथेरेपी में दबाव का प्रयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है इसमें करीब 3 से 6 कीमोथेरेपी होते हैं। जो 3 से 4 हफ्तों के अंतराल में होते हैं।
3. हार्मोन थेरेपी– इसके अलावा इसका इलाज हार्मोन थेरेपी के द्वारा भी किया जाता हैं ।
ओवेरियन कैंसर की रोकथाम।
- नियमित रूप से रक्त कैल्शियम दर की जांच कराए।
- नियमित रूप से व्यायाम करने और सामान्य वजन बनाए रखने से इस बीमारी की संभावना कम होती है।
- नशीले पदार्थ के परहेज से खुद को इस बीमारी से बचाया जा सकता है ।जैसे कि सिगरेट या शराब आदि की सेवन से ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ता है।
- विशेषज्ञ का मानना है ,कि गर्भनिरोधक गोलियां ओवेरियन कैंसर के खतरे को कम करती है।
- जिस महिला के परिवार में कोलन कैंसर ,प्रोस्टेट कैंसर या यूटेराइन कैंसर का इतिहास है उन्हें खुद में ओवेरियन कैंसर के लक्षणों का ध्यान रखना चाहिए साथ ही नियमित रूप से खुद का जांच करवाते रहना चाहिए।
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