फैक्ट्स
Monkey Fever: जानें कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट्स
Monkey Fever: आज के समय में जैसे जैसे प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, वैसे ही कई तरह की बीमारियाँ भी मनुष्य को अपनी चपेट में ले रही हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही बेहद खतरनाक बीमारी के बारे में बता रहे हैं, जो सुनने में बहुत ही साधारण बीमारी लगती है। परन्तु ये एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी का नाम मंकी फीवर (Monkey Fever) है।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
Monkey Fever: जानें आखिर क्या है ?
मंकी फीवर एक वायरल बीमारी है जो जानवरों से इंसानों में फैलती है। मंकी फीवर को मेडिकल भाषा में क्यासानूर फॉरेस्ट डिजीज (Kyasanur Forest Disease) कहा जाता है। यह बीमारी कर्नाटक राज्य के जंगलों में पाई जाती है।
यह बीमारी सबसे पहले वर्ष 1957 में दक्षिण भारत के कर्नाटक के क्यासानूर जंगल में एक बंदर से इंसानों में आई थी, इस वजह से इसे ‘मंकी फीवर’ कहा जाता है। यह वायरस बंदरों के शरीर में पाया जाता है और जब ये किसी इंसान को काटते हैं, तो इस बीमारी का वायरस खून के रास्ते इंसानों के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
बीमारी के मुख्य लक्षण:
आमतौर पर इस बीमारी में शुरू के दिनों में कुछ ख़ास लक्षण दिखाई नहीं देते है। परन्तु कुछ समय के बाद व्यक्ति के शरीर में बदलाव होता है और Monkey Fever के कुछ मुख्य लक्षण सामने आने लगते हैं। ये निम्न प्रकार के होते हैं –
- तेज बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी और दस्त
- नाक और मसूड़ों से खून आना
- ऑर्गन फेलियर
- इंटेस्टाइन से ब्लीडिंग आना इत्यादि।
ये कुछ सामान्य लक्षण हैं जो कुछ दिनों के अंदर ही एक रोगी के शरीर में दिखाई देते हैं। अगर रोगी अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ा भी लापरवाह होता है तो Monkey Fever का वायरस ख़तरनाक तरीके से पूरे शरीर में फ़ैल जाता है।
कुछ मामलों में, रोगियों को असामान्य रूप से निम्न रक्तचाप (लो ब्लड-प्रेशर), और कम प्लेटलेट्स का भी अनुभव हो सकता है।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
Monkey Fever से बचाव:
मंकी फीवर (Kyasanur Forest Disease) से बचाव के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन करें:
कीट-नाशक का प्रयोग करना: ऐसे लोग जो डेली ही जंगल में जाते हैं , ऐसे लोगों को कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए। ये कीटनाशक उन्हें जानवरों के द्वारा काटे जाने से बचाने में मदद करेंगे।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
जूते और दस्ताने का उपयोग: जंगल में जाने वाले लोगों को हाथों और पैरों में दस्तानो और विशेष जूतों का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करके वे वायरस द्वारा काटे जाने से बच सकते हैं।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
जानवरों से दूर रहें: लोगों को जंगल में ऐसे जानवरों से दूर रहना चाहिए जिन पर कीट अपना ठिकाना बहुत जल्दी बना लेते हैं। विदेशी सैलानियों को जंगल में जानवरों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इससे Monkey Fever का खतरा कम हो जाता है।
इस बीमारी से भारत के कर्नाटक में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है। इस बीमारी से होने वाली पहली मौत एक 18 वर्षीय लड़की की थी, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई।
वहीं दूसरी मौत उडुपी जिले में हुई जब चिक्कमगलुरु के श्रृंगेरी तालुक के एक 79 वर्षीय व्यक्ति की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। उनकी पहचान भी उजागर नहीं की गई।
विभिन्न न्यूज़ सोर्स के मुताबिक, राज्य भर में अब तक मंकी फीवर के करीब 50 से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित जिलों से करीब 2,000 से अधिक नमूने एकत्र किए और इसमें केएफडी (Monkey Fever ) के कम से कम 48% का परीक्षण पॉजिटिव मिला।
यह बीमारी अभी तक कर्नाटक के जंगलों में पाई गई है। इस बीमारी का अभी तक एकमात्र इलाज वैक्सीन ही है। वैक्सीन के अलावा इसके रोकथाम के लिए कोई और तरीका मौजूद नही है। इसलिए जानवरों के संपर्क में आने से बचें और Monkey Fever से बचाव के उपायों का पालन करें।
हम आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।
इमेज क्रेडिट: All Images by https://www.freepik.com/
और पढ़ें: Hyundai Creta N Line: भारत में इस दिन होगी लॉन्च, जानिए पूरी डिटेल्स
लेटेस्ट पोस्ट्स: प्रमुख Hindu Festival Name और उनका महत्त्व
आशीष ने कुछ समय पहले ही ब्लॉग लिखना शुरू किया है। इनकी टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।
फैक्ट्स
Facts About World’s Largest Antarctica Desert: दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान से जुड़े कुछ अद्भुत रहस्य।
Facts About World’s Largest Antarctica Desert: क्या आपको पता है कि अंटार्कटिका जिसे आमतौर पर बर्फ की भूमि के नाम से जाना जाता है वह वास्तव में एक विशाल रेगिस्तान है।
जी हां, आपने सही सुना अंटार्कटिका दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान है जिसमें कई अद्भुत और अनोखे तथ्य छुपे हैं। आज हम आपको दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान अंटार्कटिका से जुड़े 5 अद्भुत रहस्य बताएंगे जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
Facts About World’s Largest Antarctica Desert: दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान, अंटार्कटिका से जुड़े 5 अद्भुत रहस्य
1.दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान
अंटार्कटिका रेगिस्तान को आमतौर पर बर्फ की वजह से केवल एक बर्फीला क्षेत्र माना जाता है, लेकिन असल में यह दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान है। रेगिस्तान की परिभाषा के अनुसार, यह एक ऐसा क्षेत्र होता है जहां बहुत कम बारिश होती है।
अंटार्कटिका में साल भर में केवल 200 मिमी से भी कम बारिश होती है, जिससे यह धरती का सबसे सूखा स्थान बन जाता है।
2.सबसे ठंडा स्थान
अंटार्कटिका रेगिस्तान धरती का सबसे ठंडा स्थान है। यहां अब तक का सबसे कम तापमान माइनस 128.6 डिग्री फारेनहाइट (माइनस 89.2 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया है, जो 21 जुलाई 1983 को वॉस्टोक स्टेशन पर मापा गया था।
इतनी कड़कड़ाती ठंड में जीवन का अस्तित्व मुश्किल हो जाता है, फिर भी कुछ विशेष जीव-जंतु और वनस्पतियाँ यहां जीवित रह पाती हैं।
3.अनोखी झीलें
अंटार्कटिका में कई अनोखी झीलें हैं, जो बर्फ के नीचे छिपी हुई हैं। सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक वॉस्टोक झील है, जो लगभग 4 किलोमीटर बर्फ की परत के नीचे स्थित है।
यह झील हजारों सालों से अलग-थलग है और वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें अनोखे और प्राचीन जीवों का अस्तित्व हो सकता है, जो दुनिया के अन्य हिस्सों में नहीं पाए जाते।
4.सक्रिय ज्वालामुखी
अंटार्कटिका बर्फ से ढका हुआ है, लेकिन यहां पर सक्रिय ज्वालामुखी भी हैं। सबसे प्रसिद्ध ज्वालामुखी माउंट एरेबस है, जो दुनिया का सबसे दक्षिणी सक्रिय ज्वालामुखी है। माउंट एरेबस में एक लावा झील भी है, जो इसको और भी रोमांचक बनाती है।
5.अद्वितीय जीव-जंतु
अंटार्कटिका रेगिस्तान में कई अद्वितीय जीव-जंतु पाए जाते हैं, जो कठोर परिस्थितियों में भी जीवित रहते हैं। यहां की सबसे प्रसिद्ध प्रजातियों में से एक है अडेली पेंगुइन, जो ठंड और बर्फीली हवाओं में भी जीवित रहने की क्षमता रखती है। इसके अलावा, वाडेल सील और अंटार्कटिक क्रिल भी यहां के महत्वपूर्ण जीव हैं, जो समुद्री जीवन का हिस्सा हैं।
————————————————————————————————————————————————————————————
Image: Unsplash
- चीन ने बनाया दुनिया का सबसे तेज स्पीड वाला रोबोट
- जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में धमाका, दो दर्जन से अधिक घायल
संस्कृति एक ब्लॉगर हैं। संस्कृति को ऑटोमोबाइल, फैक्ट्स, लाइफस्टाइल और ट्रेवल से जुडी पोस्ट लिखना पसंद है।
ट्रेंडिंग
7 Interesting Facts About Goddess Katyayani: जानिए नवरात्रि के छठे दिन पूजी जाने वाली मां कात्यायनी के रूप से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।
7 Interesting Facts About Goddess Katyayani: आज नवरात्रि का छठा दिन है और आज देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। आपको बता दे देवी कात्यायनी नवदुर्गा के छठे स्वरूप में पूजनीय है। मान्यता के अनुसार मां दुर्गा ने यह रूप अपने परम भक्त ऋषि कात्यायन के लिए धारण किया था।
मां दुर्गा का छठा अवतार मानी जाने वाली माता कात्यायनी अत्यंत दिव्य और बलशाली मानी जाती है। आज हम आपको नवदुर्गा के छठे रूप देवी कात्यायनी के बारे में सात रोचक तथ्य बताएंगे, जो आपको माता कात्यायनी के महिमा से परिचित कराएंगे।
7 Interesting Facts About Goddess Katyayani: मां कात्यायनी के रूप से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
1.माता कात्यायनी की उत्पत्ति
पौराणिक कथाओं के अनुसार माता कात्यायनी देवी दुर्गा के छठे रूप में पूजी जाती हैं। कहां जाता है माता कात्यायनी का जन्म ऋषि कात्यायन के तप से हुआ था।
ऋषि कात्यायन ने उन्हें अपनी पुत्री के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया था तब देवी ने ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लिया था। कहा जाता है की देवी का नाम ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लेने से उनका नाम देवी कात्यायनी पड़ा।
2.माता कात्यायनी का रूप
माता कात्यायनी चारभुजा वाली देवी है जिनका स्वरूप अत्यंत दिव्य और प्रभावशाली है। उनकी चार भुजाएं हैं जो शक्ति और संकल्प का प्रतीक मानी जाती हैं। इन चारभुजा में माता कात्यायनी तलवार, कमल, अभयमुद्रा और वरमुद्रा को धारण करती हैं।
देवी कात्यायनी द्वारा उनके चारों भुजाओं में धारण किए गए वस्तुओं का महत्व कुछ इस प्रकार से है-
तलवार- मां कात्यायनी की एक भुजा में तलवार होती है जो बुराई और अधर्म को नाश करने वाली है। तलवार देवी कात्यायनी के शक्ति और साहस का प्रतीक है।
कमल- माता कात्यायनी अपनी दूसरी भुजा में कमल धारण करती है जो उनकी कोमलता और दिव्यता को दर्शाता है और यह शांति और पवित्रता का प्रतीक है।
अभयमुद्रा- देवी कात्यायनी की तीसरी भुजा में अभय मुद्रा होती है जिससे मां कात्यानी अपने भक्तों को हर प्रकार के डर और संकट से मुक्त करती हैं। अभय मुद्रा सुरक्षा और निडरता का प्रतीक माना जाता है।
वरमुद्रा- चौथी भुजा में माता कात्यायनी वर मुद्रा को धारण करती हैं जिससे वे भक्तों की सभी इच्छाओं को पूर्ण करने का आशीर्वाद देती है और ये मां की दयालुता और करुणा का प्रतीक है।
3.महिषासुर मर्दिनी
देवी कात्यायनी को महिषासुर मर्दिनी भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने महिषासुर राक्षस का वध करने के लिए ऋषि कात्यायन की पुत्री के रूप में जन्म लिया था।
कथाओं के अनुसार माता कात्यायनी ने महिषासुर राक्षस का वध करके देवताओं को संकट से मुक्त किया था इसलिए उन्हें महिषासुर मर्दिनी भी कहा जाता है।
4.नवदुर्गा का छठा अवतार।
मां कात्यायनी को नवदुर्गा का छठा अवतार माना जाता है और नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है जिसका नवरात्रि के दिनों में बहुत ही विशेष महत्व होता है।
मां कात्यायनी को नवदुर्गा का अत्यंत दिव्य और बलशाली रूप माना जाता है जो नवदुर्गा के नौ रूपों के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
5.ऋषि कन्या
देवी कात्यानी को ऋषि कन्या के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने ऋषि कात्यायन के पुत्री के रूप में जन्म लिया था। कहा जाता है की मां कात्यायनी की पूजा करने से अविवाहित कन्याओं को योग्यवर मिलता है इसलिए नवरात्रि में मां कात्यायनी की पूजा का विशेष महत्व होता है।
6.वेदों और शास्त्रों में उल्लेख।
माना जाता है की देवी कात्यायनी का उल्लेख प्राचीन हिंदू शास्त्रों जैसे वेदों और पुराणों में किया गया है। मान्यताओं के अनुसार मार्कंडेय पुराण के देवी के महात्म्य खंड में देवी कात्यानी द्वारा दुष्ट राक्षसों का वध करने का वर्णन सामने आता है।
7.मंत्र और पूजा।
देवी कात्यायनी नवदुर्गा के साहस और दिव्यता का प्रतीक मानी जाती हैं जिनकी पूजा नवरात्रि के दिनों में बहुत विशेष महत्व रखता है।
भक्तगण यदि नवरात्रि के छठे दिन में माता कात्यायनी के बलशाली मंत्र “ॐ देवी कात्यायन्यै नमः” का जाप करते हैं तो उन्हें माता कात्यायनी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
लेटेस्ट पोस्ट: शारदीय नवरात्रि अष्टमी, नवमी कब है, जाने कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
इसे भी पढ़ें: बिग बॉस के घर में आने के लिए फाइनल हुए कंटेस्टेंट्स की पूरी लिस्ट
Image: Wallpaer Cave
संस्कृति एक ब्लॉगर हैं। संस्कृति को ऑटोमोबाइल, फैक्ट्स, लाइफस्टाइल और ट्रेवल से जुडी पोस्ट लिखना पसंद है।
-
ट्रेंडिंग3 weeks ago
Amazon India Plans Quick Commerce Entry: अमेजॉन इंडिया की क्विक कॉमर्स में होगी एंट्री, जेप्टो और ब्लींकिट पर खतरा।
-
ट्रेंडिंग3 weeks ago
Gautam Adani Bribery Case in US: गौतम अडानी पर फ्रॉड का आरोप, अमेरिका में दर्ज हुआ केस
-
ट्रेंडिंग2 weeks ago
Mahindra XEV 9e Price And Specifications: महिंद्रा ने लांच किया शानदार रेंज और परफॉर्मेंस वाली नई इलेक्ट्रिक एसयूवी Mahindra XEV 9e, जाने सभी फीचर्स।
-
ट्रेंडिंग4 weeks ago
PM Modi Praises The Sabarmati Report Movie: गोधरा कांड पर बनी द साबरमती रिपोर्ट की पीएम नरेंद्र मोदी ने की तारीफ, जानें पूरी खबर