Modi Tribute To APJ Abdul Kalam: भारत के पूर्व राष्ट्रपति और ‘मिसाइल मैन’ कहे जाने वाले Dr APJ Abdul Kalam की आज 10वीं पुण्यतिथि पर देशभर में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई वरिष्ठ नेताओं और नागरिकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें याद किया और उनकी विचारधारा को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
Modi Tribute To APJ Abdul Kalam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Dr APJ Abdul Kalam को याद करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
On his death anniversary, paying homage to our beloved former President, Dr. APJ Abdul Kalam. He is remembered as an inspiring visionary, outstanding scientist, mentor and a great patriot. His dedication to our nation was exemplary. His thoughts motivate the youth of India to…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2025
प्रधानमंत्री के इस संदेश ने एक बार फिर देशवासियों को डॉ. कलाम के सिद्धांतों और दृष्टिकोण की ओर ध्यान आकर्षित कराया।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी किया नमन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन सरलता, ज्ञान और राष्ट्रसेवा का प्रतीक था। शाह ने लिखा:
Tribute to Dr. APJ Abdul Kalam Ji on his Punyatithi – a visionary leader and the people’s President. His vast contributions, from the science laboratory to the political arena, have been the foundation of a new and advanced Bharat. He will remain a beacon of light for generations… pic.twitter.com/yLD8c2GlRH
— Amit Shah (@AmitShah) July 27, 2025
योगी आदित्यनाथ ने बताया ‘विज्ञान, विचार और सादगी का मेल’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी Dr APJ Abdul Kalam को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा रहेंगे। उन्होंने कहा:
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, ‘मिसाइल मैन’, भारत रत्न, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण उनका जीवन समूचे राष्ट्र के लिए एक दिव्य प्रेरणा है।
विज्ञान, शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में प्रज्वलित उनके… pic.twitter.com/cDC8Zlhb9u
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 27, 2025
डॉ. कलाम का जीवन – प्रेरणा की मिसाल
डॉ. अबुल पाकिर जैनुलआबदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत रहे। उन्हें भारत के मिसाइल कार्यक्रम का जनक माना जाता है। ‘अग्नि’ और ‘पृथ्वी’ जैसी स्वदेशी मिसाइलों के सफल परीक्षणों का श्रेय उन्हें ही जाता है।
साल 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षणों में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। 2002 में वे भारत के 11वें राष्ट्रपति बने और ‘जनता के राष्ट्रपति’ के रूप में प्रसिद्ध हुए।
27 जुलाई 2015 को हुआ था निधन
डॉ. कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को शिलॉन्ग (मेघालय) में एक व्याख्यान के दौरान हुआ था। वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM), शिलॉन्ग में छात्रों को संबोधित कर रहे थे, जब उन्हें हार्ट अटैक आया और अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनकी मौत ने पूरे देश को शोक में डाल दिया था, लेकिन उनके विचार, मूल्य और सपने आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
कलाम की विरासत
Dr APJ Abdul Kalam की किताबें जैसे ‘विंग्स ऑफ फायर’, ‘इंडिया 2020’ और ‘इग्नाइटेड माइंड्स’ आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक ग्रंथों की तरह मानी जाती हैं। उन्होंने हमेशा युवाओं को अपने सपनों का पीछा करने, आत्मनिर्भर बनने और राष्ट्र सेवा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
देशभर में मनाई गई पुण्यतिथि
आज विभिन्न शिक्षण संस्थानों, वैज्ञानिक संस्थाओं और सरकारी कार्यालयों में डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि दी गई। कई जगहों पर विशेष व्याख्यान, निबंध प्रतियोगिताएं, वृक्षारोपण और पुस्तक प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया।
Dr APJ Abdul Kalam केवल एक वैज्ञानिक या राष्ट्रपति नहीं थे, वे एक विचारधारा थे, जो आज भी करोड़ों भारतीयों के दिलों में जीवित हैं। उनकी 10वीं पुण्यतिथि पर समस्त देश ने उन्हें नमन कर यह जताया कि ‘कलाम साहब’ आज भी भारत की आत्मा का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
Image: Twitter
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच युद्ध के कारण भारत ने जारी की एडवाइजरी, जानें पूरी खबर
संस्कृति एक ब्लॉगर हैं। संस्कृति को ऑटोमोबाइल, फैक्ट्स, लाइफस्टाइल और ट्रेवल से जुडी पोस्ट लिखना पसंद है।