MHA Orders Civil Defence Drills- पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत सरकार पीएम मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ कड़े एक्शन ले रही है। सिंधु जल समझौता रद्द करने, बॉर्डर बंद करने, बंदरगाह और एयरोस्पेस को पाकिस्तानी जहाजों के लिए बंद करने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका है।
आर्मी, नेवी लगातार युद्ध का अभ्यास कर रहे हैं। इसी बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। आइए जानते हैं राज्यों के लिए क्या निर्देश जारी हुए हैं।
MHA Orders Civil Defence Drills- ब्लैकआउट मॉकड्रिल के लिए गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
आम जनता को युद्ध के लिए अलर्ट करें राज्य
गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि बुधवार 7 मई को सभी राज्यों में आम जनता को युद्ध के समय अलर्ट रहने की ट्रेनिंग दी जाय। इसमें नागरिकों, छात्रों को हमले के समय खुद को बचाने की स्पेशल ट्रेनिंग शामिल है। इसके अलावा युद्ध के समय ब्लैकआउट होने पर खुद को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने और सही जानकारी की भी ट्रेनिंग देने को कहा गया है।
क्या होता है ब्लैकआउट
जब भी युद्ध होता है और हवाई हमले का खतरा होता है तो ऐसी स्थिति में पूरे शहर और राज्य की बिजली एक साथ काट दी जाती है। इससे दुश्मन के हवाई जहाजों और मिसाइलों को लक्ष्य का सटीक अंदाजा नहीं हो पाता।
ब्लैकआउट के दौरान किसी को भी हल्की रोशनी या मोमबत्ती जलाने की अनुमति नहीं होती है। अंधेरे में सुरक्षित जगह पर पहुंचना सभी नागरिकों की पहली प्राथमिकता होती है।
बॉर्डर पर हो रहा है ब्लैकआउट का अभ्यास
WATCH | Firozpur, #Punjab: As per the guidelines of the President, Cantonment Board/Station Commander, #Firozpur, a rehearsal for a #blackout was conducted across the entire Cantonment area today from 9:00 PM to 9:30 PM. pic.twitter.com/i4RqLhNExG
— TIMES NOW (@TimesNow) May 4, 2025
एलओसी (Line of Control) के नजदीक फिरोजपुर छावनी में ब्लैकआउट मॉकड्रिल शुरू कर दी गई है। इस दौरान सभी वाहनों और घरों की लाइटों को बंद करा दिया गया। इससे आसमान से कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। कुछ घरों में इनवर्टर से जलने वाली लाइटों को भी बंद कराया गया।
ब्लैकआउट की ट्रेनिंग में यहां के लोगों ने भी सेना और प्रशासन का पूरा साथ दिया। बॉर्डर से सटे फिरोजपुर में लोगों ने किसी भी प्रकार की इमरजेंसी जैसी स्थिति से निपटने के लिए राशन और जरूरी चीज़ों का स्टॉक रखना शुरू कर दिया है।
बुधवार को होगी मॉक ड्रिल
#India is activating a wartime simulation of unprecedented scale as the MHA orders full-scale civil defence mock drills across several states on May 7. With air raid sirens, blackout exercises, #evacuation rehearsals, and even schoolchildren being trained in survival tactics, the… pic.twitter.com/xCVjF6a7Jw
— News9 (@News9Tweets) May 5, 2025
गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि भारत के सभी राज्यों में ब्लैकआउट की स्थिति की जानकारी लोगों के देने के साथ साथ मॉक ड्रिल भी करानी होगी। ब्लैकआउट के समय मॉक ड्रिल में निम्न बातों पर ध्यान दिया जाता है–
- हवाई हमले के लिए अलर्ट करने वाले सायरन बजाना।
- हवाई हमले के समय खुद को बचाने के लिए सभी नागरिकों, छात्रों और महिलाओं को ट्रेनिंग देना।
- ब्लैकआउट करके युद्ध जैसा माहौल बनाना।
- सभी प्रकार के जरूरी कारखानों आदि की सुरक्षा करना और उन्हें छिपाना।
- नागरिकों से जगह को तत्काल खाली कराना या प्रैक्टिस करवाना।
दशकों पहले हुआ था ऐसा अभ्यास
आपको बता दें कि ब्लैकआउट जैसा अभ्यास आज से कई दशकों पहले वर्ष 1971 में हुआ था। उस समय पाकिस्तान ने धोखे से भारत पर हवाई हमला किया था।
जरूरी होने के साथ बेहद कारगर है ब्लैकआउट
पहले के मुकाबले भले ही टेक्नोलॉजी आज बेहतर हो गई हो, लेकिन कुछ चीजें आज भी बेहद कारगर साबित होती हैं। उनमें से युद्ध के समय होने वाला यह ब्लैकआउट भी प्रमुख है। आज की पीढ़ी को भी ब्लैकआउट मॉकड्रिल की जानकारी होना बेहद जरूरी है।
🚨 Centre to States: Conduct civil defence mock drills
⚠️Activate air raid sirens
🧍♂️Train civilians & students
🌑Ensure blackout & camouflage for vital sites
🚪Rehearse evacuation plans
Aim: Familiarize new gen with wartime SOPs#IndiaPakistanWar pic.twitter.com/nrnZ8q9J9c
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 5, 2025
वर्तमान समय में मिसाइल, ड्रोन बेहद सटीक निशाने लगाते हैं, लेकिन उन्हें भी टारगेट पर निशाना लगाने के लिए हल्की रोशनी की जरूरत होती है। ऐसे में यदि हवाई हमला यदि रात के अंधेरे में हुआ तो ब्लैकआउट की वजह से मिसाइलों को टारगेट नजर आने की संभावना काफी कम हो जाएगी और वे अपना निशाना मिस कर सकते हैं।
हालांकि भारत के पास बेहद आधुनिक हथियार और S–400 जैसा एयर डिफेंस सिस्टम भी मौजूद है। लेकिन आम जनता के लिए ब्लैकआउट की ट्रेनिंग काफी मददगार साबित हो सकती है।
सायरन बजने पर ना घबराएं
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में सभी राज्यों को निर्देश दिया गया है कि बुधवार 7 मई को राज्य सरकार हर जिले में ब्लैकआउट की ट्रेनिंग और मॉकड्रिल जरूर आयोजित करें। एडवाइजरी जारी करते हुए मंत्रालय ने सभी नागरिकों से अपील भी की है कि वे राज्य सरकार और सेना के साथ इस मॉक ड्रिल का पालन अवश्य करें।
ब्लैकआउट के समय हवाई हमले का सायरन बजने लगता है। इसलिए 7 मई को यदि आपको कोई सायरन बजता सुनाई दे, तो डरे नहीं। बल्कि अपने आस पास की सभी लाइटों को बंद कर दें और स्पीकर पर दी जा रही चेतावनी को ध्यान से सुनें। ब्लैकआउट के समय मोबाइल, कैमरे, मोमबत्ती या माचिस का प्रयोग भी ना करें।
भारत सरकार इस ब्लैकआउट की सूचना आपके स्मार्टफोन पर मैसेज के जरिए भी भेज सकती है। सावधान रहें, सुरक्षित रहें।
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