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Jagannath Puri Temple Facts: पूरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य, जिन्हे आज तक कोई नहीं समझ पाया

Jagannath Puri Temple Facts: पूरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य, जिन्हे आज तक कोई नहीं समझ पाया

Jagannath Puri Temple Facts

Jagannath Puri Temple Facts: आज हम बात करेंगे भारत में स्थित एक ऐसी मंदिर के बारे में जहां विराजमान भगवान की मूर्ति में भगवान का असली दिल मौजूद है। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना, ऐसा कहा जाता है कि जब इस मूर्ति की जगह नयी मूर्ति रखी जाती है तो उस दिल को निकाल कर नयी मूर्ति में स्थापित कर दिया जाता है और इस दौरान पूरे शहर की इलेक्ट्रिसिटी को ऑफ कर दिया जाता है।

ताकि कोई भी इंसान इस दिल को ना देख सके और अगर गलती से भी कोई इंसान इस दिल को देख लेता है तो उस इंसान की मृत्यु स्वत: ही हो जाती है। यह भव्य मंदिर है पूरी का भगवान जगन्नाथ का मंदिर आज जानते हैं पूरी में स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की जिसके बारे में आज तक विज्ञान जगत भी नहीं समझ पाया।

Jagannath puri temple facts

Jagannath Puri Temple Facts: पूरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के 10 हैरान कर देने वाले रहस्य।

 

1.जगन्नाथ पुरी मंदिर भारत के चार धामों में से एक।

भगवान जगन्नाथ का मंदिर चार धामों में से एक धाम माना जाता है। मंदिर में प्रवेश करते ही एक सिंह द्वार है कहा जाता है कि सिंह द्वार के अंदर आपका कदम जब तक नहीं जाता तब तक आपकी कान में समुद्र की ध्वनि सुनाई देती है। लेकिन जैसे ही आप सिंह द्वार के अंदर कदम रखते हैं यह लहर की ध्वनि सुनाई देना बंद हो जाती है।

2.दुनिया की सबसे बड़ी रसोई में से एक।

Jagannath Puri Temple Facts: ऐसा माना जाता है कि जगन्नाथ मंदिर के परिसर में दुनिया की सबसे बड़ा रसोई है। इस रसोई में 500 रसोईया और 300 सहकर्मी मिलकर भगवान जगन्नाथ के प्रसाद तैयार करते हैं। इस रसोई से जुड़ा एक रहस्य भी है कि यहां चाहे लाखों भक्तों क्यों ना आ जाए, कभी भी प्रसाद कम नहीं पड़ता। लेकिन संध्या होने पर जैसे ही मंदिर का गेट बंद होने का वक्त होता है, प्रसाद अपने आप ही खत्म हो जाता है।

यानी कि आज तक यहां पर प्रसाद कभी भी व्यर्थ नहीं हुआ है। इसके अलावा मंदिर में जो प्रसाद का निर्माण होता है उसे पुरातत्व काल से प्राचीन विधि से लड़कियों पे ही बनाया जाता है। इस प्रसाद को बनाने में मिट्टी का बर्तन का उपयोग किया जाता है यह प्रसाद 7 बर्तन में बनाया जाता है।

सातों बर्तन को एक के ऊपर एक रखा जाता है और रहस्य वाली बात यह है कि जो बर्तन सबसे ऊपर यानी सातवें नंबर का जो बर्तन होता है उसमें सबसे पहले प्रसाद बनकर तैयार होता है और उसके बाद छठवे,पांचवें, चौथे, तीसरे, दूसरे यानी सबसे पहले यानी कि नीचे का जो बर्तन है, उसमें सबसे आखिरी में प्रसाद बनकर तैयार होता है। जो की बहुत बड़ा रहस्य है क्योंकि आज तक किसी ने सुलझा नहीं पाया है।

3.मंदिर एक विशाल क्षेत्र को कवर करता है।

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यह मंदिर चार लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई लगभग 214 फिट है ,मंदिर के नीचे खड़े होकर सिर्फ यहाँ की गुंबद को देख पाना असंभव है। इस गुंबद की छाया में भी एक राज छुपा हुआ है यह गुंबद इतना विशाल होने की बावजूद इस गुंबद की परछाई सुबह, दोपहर, शाम कभी भी जमीन पर नहीं पड़ती।

4.मंदिर का एक अनोखा ध्वज।

आपने यह तो देखा होगा कोई भी झंडा हवा के दिशा में ही लहराता है लेकिन आपको बता दें भगवान जगन्नाथ के मंदिर के ऊपर स्थापित ध्वज सदैव हवा के विपरीत दिशा में लहरता है। अब ऐसा किस कारण से होता है इसका पता आज तक नहीं चल पाया।

साथ ही, इस झंडे को हर रोज बदलने का नियम है ऐसी मान्यता है अगर किसी कारणवश इस झंडे को नहीं बदला गया तो मंदिर अगले 18 सालों के लिए बंद हो जाएगा।

5.मुख्य मंदिर के शीर्ष पर सुदर्शन चक्र।

मुख्य मंदिर के शीर्ष के ऊपर भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि आप पूरी में कहीं भी खड़े हो आप इस चक्र को देख सकते हैं। इस चक्र की बनावट इतनी अद्भुत है कि आप किसी भी दिशा से इस चक्र को देखें आपको ऐसा प्रतीत होता कि यह चक्र बिल्कुल आपके सामने ही है। इसे वीर चक्र भी कहा जाता है यह चक्र अष्टधातु से निर्मित है जो की अति पावन एवं पवित्र माना जाता है।

6.मंदिर की प्रसिद्ध रथ यात्रा।

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जगन्नाथ पुरी मंदिर की रथ यात्रा एक प्रसिद्ध और धार्मिक उत्सव है जिसे “रथ महोत्सव” भी कहा जाता है। इस उत्सव के दौरान, देवताओं को विशेष रथों में सजाकर निकाला जाता है और हजारों भक्त इन रथों को सड़कों पर खींचते हैं।

यह उत्सव जगन्नाथ पुरी के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और यहाँ से अनेक लोग इस दिव्य क्षेत्र का दर्शन करने आते हैं। रथ यात्रा का आयोजन वर्षान्त के समय में होता है और इसे सभी क्षेत्रों से भक्तों का उत्साही स्वागत किया जाता है।

Jagannath Puri Temple Facts: यह उत्सव भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुबद्रा को उनके स्थान से दूसरे स्थानों तक ले जाने के लिए आयोजित किया जाता है। रथ यात्रा के दौरान, लोग नाच-गाने के साथ रथ को खींचते हैं और इसे धार्मिक भाव से भर देते हैं। यह उत्सव भक्तों के लिए आनंदमय और प्रेरणादायक होता है, जिसमें सभी धर्मों के लोग भाग लेते हैं और एक-दूसरे के साथ आनंद लेते हैं।

7. पक्षियों का ना बैठना।

आमतौर पर ऐसा देखा गया है किसी भी मंदिर, मस्जिद तथा किसी भी ऊंचाई वाले स्थान पर पक्षियों का बैठना आम बात है लेकिन जगन्नाथ मंदिर के शीर्ष के ऊपर आज तक कभी भी किसी पंछी को उड़ते या उसके ऊपर बैठते नहीं देखा गया है। यही वजह है कि मंदिर के ऊपर हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर के उड़ने पर भी मनाही है।

8. जगन्नाथ पुरी तीन मूर्ति विराजमान है।

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जगन्नाथ पुरी में मुख्य रूप से तीन मूर्ति विराजमान है। भगवान श्री कृष्णा बड़े भाई बलभद्र और छोटी बहन सुभद्रा जगन्नाथ पुरी की तीनों मूर्ति को हर 12 साल में बदल जाता है। पुरानी मूर्तियों की जगह पर नई स्थापित किया जाता है। मूर्ति बदलने की प्रक्रिया में भी एक बहुत ही रोचक हिस्सा है और जिस वक्त मूर्ति बदली जाती है उसे वक्त पुरी शहर की बिजली को काट दिया जाता है मंदिर के आसपास पूरी तरह अंधेरा कर दिया जाता है। मंदिर के बाहर सीआरपीएफ की सुरक्षा तैनात कर दी जाती है। उस वक्त मंदिर में किसी की भी एंट्री पर पाबंदी होती है। सिर्फ मुख्य पुजारी ही अंदर जाते हैं, जिन्हें मूर्तियों को बदलना होती है।

9. भगवान कृष्ण का हृदय

ऐसी मान्यता है कि जब भगवान कृष्ण ने अपने देह का त्याग किया और उनका अंतिम संस्कार किया गया तो शरीर की एक हिस्से को छोड़कर उनका पूरा शरीर पांच तत्व को लीन हो गया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का हृदय एक जिंदा इंसान की तरह आज भी धड़क रहा है ऐसा मानता है कि वह दिल आज भी सुरक्षित है और भगवान जगन्नाथ के लकड़ी की मूर्ति के अंदर साक्षात विराजमान है।

10. पुजारी द्वारा मंदिर के ध्वज को बदलना

आपको यह बात जानकर हैरानी होगी जगन्नाथ मंदिर में प्रतिदिन संध्या काल में मंदिर के ऊपर स्थापित ध्वज को यहां के पुजारी द्वारा मंदिर में उल्टा चढ़कर बदलना पड़ता है।इस भब्य मंदिर में पुजारी को सीधा नहीं बल्कि उल्टा चढ़ना पड़ता है और ध्वज भी इतना भव्य है जब यह लहराता है तब सब देखते ही रह जाते हैं इससे भब्य ध्वज पर भगवान शिव का चंद्र भी बना हुआ है।

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Image Credit: Unsplash & Freepik

 

 

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