India Ranking in Asia Power Index: भारत दिनोंदिन तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ रहा है और इसकी जानकारी कई अन्तर्राष्ट्रीय सूचियों (इंडेक्स) से पता चल रही है। सभी में भारत अपनी स्थिति को पहले की अपेक्षा मजबूत कर रहा है। हाल ही में जारी एशिया पॉवर इंडेक्स की रिपोर्ट में भी भारत की स्थिति काफी मजबूत हो गयी है।
लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा 2018 में शुरू किये गए एशिया पॉवर इंडेक्स से, एशिया में विभिन्न देशों की आर्थिक और सामाजिक शक्ति को ट्रैक करके इंडेक्स करने का काम किया जाता है। इस इंडेक्स की स्थिति से किसी भी देश की शक्ति को आसानी से समझा जा सकता है। समय समय पर इसमें परिवर्तन होते रहते हैं।
India Ranking in Asia Power Index: भारत बना तीसरा पॉवरफुल देश, जानें एशिया पॉवर इंडेक्स की रिपोर्ट के बारे में
भारत एशिया पॉवर इंडेक्स की सूची में जापान को पीछे छोड़कर तीसरे सबसे शक्तिशाली देश के रूप में उभरकर सामने आया है। यह सब पिछले कुछ वर्षों में भारत में कई परियोजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने और विश्व में भारत की स्थिति मजबूत करने की वजह से ही संभव हो पाया है।
क्या है एशिया पॉवर इंडेक्स
एशिया पॉवर इंडेक्स एक सूचकांक ( रैंकिंग सिस्टम ) है जो इंडो-पैसिफिक देशों में शक्ति और आर्थिक स्थिति को रैंक करने के लिए उपलब्ध संसाधनों को चेक करने का काम करता है। इसे 2018 से सालाना लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित किया जाता है। इस रैंकिंग सिस्टम में 27 देशों को शामिल किया गया है।
क्यों आया चर्चा में
हाल ही में, लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा एशिया पॉवर इंडेक्स की लिस्ट जारी की गयी है। वर्ष 2024 में एशिया पॉवर इंडेक्स में जापान को पीछे करते हुए भारत ने एशिया में तीसरे सबसे शक्तिशाली राष्ट्र का स्थान प्राप्त किया है। यह भारत के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है। इसके साथ ही यह विकसित हो रही अर्थव्यवस्था, युवा आबादी और विभिन्न देशों के साथ अच्छी मित्रता और कूटनीतिक भागीदारी को भी बताता है।
एशिया पॉवर इंडेक्स की कुछ खास बातें –
- एशिया पावर इंडेक्स की स्थापना लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा 2018 में की गई थी।
- यह 27 देशों का मूल्यांकन करते हुए एशिया-प्रशांत में बिजली की आपूर्ति को भी चेक करता है।
- यह भौतिक संसाधनों और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देशों के प्रभाव दोनों की जांच करता है।
- एशिया पॉवर इंडेक्स किसी भी देश की सम्पूर्ण जीडीपी और अन्य सभी संसाधनों को चेक करने के बाद ही अपनी रिपोर्ट तैयार करता है।
- संसाधनों में लोवी इंस्टिट्यूट जीडीपी, टेक्निक में उन्नति, सेना के ऊपर किये जाने वाले खर्च के अलावा भविष्य को ध्यान में रखकर लिए गए फैसलों को भी चेक करता है।
- इस इंडेक्स में टेक्नोलॉजी, मीडिया की स्थिति को भी शामिल किया जाता है।
आसियान के अलावा 27 अन्य देश शामिल
एशिया पॉवर इंडेक्स में कुल 27 देशों को उनकी क्षमता के आधार पर रैंकिंग दी जाती है। इसमें एशिया के सभी प्रमुख देशों के अलावा, रूस से लेकर ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान को भी शामिल किया जाता है। 2024 की रैंकिंग में पहली बार आसियान देशों को शामिल किया गया है और उनकी रैंकिंग की गयी है।
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कहाँ से लिया जाता है डाटा
एशिया पॉवर इंडेक्स की रैंकिंग के लिए अधिक से अधिक डेटा लोवी इंस्टीट्यूट की रिसर्च से ही लिया जाता है। इसमें कुछ अन्य सोर्स से भी कई प्रकार के डाटा को शामिल किया जाता है जिसमें किसी भी देश के राजनीतिक प्रभाव भी शामिल होते हैं। लोवी इंस्टीट्यूट अपनी रैंकिंग में विभिन्न देशों की तुलना भी करता है जिससे एक सही रिपोर्ट पेश की जा सके।
#India has risen to become the third most powerful nation in Asia, overtaking #Japan in the 2024 Asia Power Index!
The Asia Power Index ranks 27 countries by their influence, spanning from #Pakistan to #Russia and the Pacific.#asiapowerindex pic.twitter.com/HL7JFlmC41
— Benzinga India 🇮🇳 (@BenzingaIndia) September 27, 2024
भारत बना तीसरी सबसे बड़ी शक्ति
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि भारत एशिया पॉवर इंडेक्स में जापान को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी शक्ति बन गया है। यह उपलब्धि भारत की तेजी से हो रही आर्थिक वृद्धि, सबसे ज्यादा युवा आबादी और कई परियोजनाओं के सही से पूरा होने के कारण ही मिली है। इस इंडेक्स के माध्यम से पूरे विश्व में भारत की शक्ति को पहचाना जाने लगा है।
India Ranking in Asia Power Index: भारत की कोरोना महामारी के बाद तेजी से वैक्सीनेशन करके लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के साथ साथ जीडीपी में ग्रोथ ने भी इस रैंकिंग में सुधार किया है। चीन और जापान के विपरीत, भारत को युवा आबादी का ज्यादा लाभ मिल रहा है, जिससे आने वाले वर्षों में भारत में आर्थिक विकास और भी तेज गति से होने का अनुमान है।
भारत ने एक तरफ कई देशों से लड़ाकू विमान, मिसाइल ख़रीदे हैं तो कुछ ऐसे भी देश हैं जिनको भारत ने स्वदेश में बने कई मिसाइलों को बेचा भी है। इससे भारत की सैन्य उपकरणों में विदेशों पर निर्भरता कम हुई है। भारत ने अंतरिक्ष में भी कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है।
भारत की एशिया पॉवर इंडेक्स की उपलब्धि न केवल उसकी बढ़ती शक्ति को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में भारत एक प्रमुख वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है। पीएम मोदी की अगुआई में सरकार ने तेजी से काम करने को अपना लक्ष्य बनाया है जिसके कारण कई देशों ने भारत की शक्ति और अहमियत को विश्व के लिए जरुरी बताया है।
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अन्य देशों की लिस्ट यहाँ देखें: लोवी इंस्टिट्यूट

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