India China Border Disengagement News: भारत और चीन एक दूसरे के पड़ोसी देश हैं। दोनों ही देश एक दूसरे के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से जहां चीन के सैनिकों ने एलओसी के पास बॉर्डर को क्रॉस करने की कोशिश की है।
वहीं बॉर्डर पर भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला करते हुए कई बार उन्हें वापस अपनी सीमा में जाने पर मजबूर किया है।
ऐसे में एलओसी से एक बड़ी खबर मिल रही है कि भारत और चीन दोनों देशों की सेना ने बॉर्डर पर अपनी अतिरिक्त सेनाओं को वापस बुलाने का फैसला लिया है। यह पीएम श्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग की कजान में हुई महत्वपूर्ण बातचीत का ही नतीजा है।
India China Border Disengagement News: एलओसी पर पीछे हटी भारतीय और चीनी सेना
कई साल से चल रहा था तनाव
आपको बता दें कि भारत और चीन की सेना के बीच एलओसी पर पिछले 4.5 सालों से तनाव चल रहा था। एलओसी पर दो स्थानों डेपसांग और डेमचोक में चीनी सैनिकों ने बॉर्डर लाइन को पार करके कई स्थानों पर अस्थाई टेंट बनाए थे। चीनी सेना भारत में अंदर तक ना आ पाए, इसलिए इंडियन आर्मी ने भारी संख्या में अपनी सेना को एलओसी पर तैनात कर रखा था।
दोनों सेनाएं हट चुकी है पीछे
पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी चिंगपिंग की मुलाकात के बाद इस गतिरोध और तनाव को खत्म करने पर आपसी सहमति बनी। बॉर्डर पर हो रहे सेना के बीच इस तनाव से किसी भी देश का भला नहीं हो रहा था, जिसके कारण ही दोनों देशों ने सेनाओं को वापस बुलाने का फैसला किया।
भारत और चीन दोनों देशों की सेना अपने अपने टेंट और अन्य सैन्य साज़ो समान को वापस अपनी अपनी सीमा में ले आ चुकी हैं। बुधवार को ही इस बात की पुष्टि की जा चुकी है।
एरियल सर्वे हुआ पूरा
एलओसी पर अपने क्षेत्र में वापस जाने के बाद दोनों सेनाएं एरियल सर्वे करके सेना के वापस जाने की पुष्टि करेंगी और इसकी रिपोर्ट सेना के मुख्यालय को सौंपेगी। इस एरियल वेरिफिकेशन में सेना की वर्तमान स्थिति के अलावा टेंट और अन्य सैन्य सामान की सही लोकेशन का पता किया जाएगा।
एलओसी पर शुरू होगी पेट्रोलिंग
भारत और चीन के बॉर्डर पर जिन दो जगहों से सेना पीछे हटी हैं, उन जगहों पर अब सेना के जवान नियमित पेट्रोलिंग करेंगे। इसके अलावा वेरिफिकेशन पूरा होने पर दोनों देश के जवान एक दूसरे को मिठाई भी खिलाएंगे।
एलओसी पर बटेगी मिठाई
आज पूरे भारत में दीवाली का प्रसिद्ध त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर एलओसी पर भी कई जगहों पर दोनों देशों की सेना द्वारा एक दूसरे को मिठाई खिलाई जाएगी। वैसे तो भारत और चीन के बीच कई मौकों पर मिठाई का एक्सचेंज किया जाता है, परन्तु इस बार दीवाली के मौके पर सेना के बॉर्डर से पीछे हटने की खुशी अलग ही है।
Soldiers of the Indian and Chinese Army exchange sweets at Karakoram Pass on the occasion of #Diwali.
(Source: Indian Army)#IndianArmy #ChineseArmy #Diwali2024 pic.twitter.com/jQHXsnJlmg
— India Today NE (@IndiaTodayNE) October 31, 2024
एस जयशंकर ने बताया था सेना की जीत
इससे पहले जब एलओसी पर दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट रही थी तो विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसका पूरा श्रेय भारतीय सेना के जवानों को दिया था। विदेश मंत्री के अनुसार यदि सेना के जवान एलओसी पर टिके नहीं रहते तो चीनी सैनिकों का हौसला कभी कम नहीं होता।
भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब दिया। जिसके बाद ही जवानों के बॉर्डर से पीछे हटने की यह प्रक्रिया शुरू हो पाई।
भारत रखेगा नजर
हालांकि सेना की तरफ से तो यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन भारत की नजर चीनी सैनिकों पर लगातार बनी रहेगी। पूर्व में भी चीनी सैनिकों ने बॉर्डर पर अपनी गतिविधियों को अचानक से तेज किया था।
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