How to Make Your Child Mentally Strong: आज के समय में जब कॉम्पटीशन इतना ज्यादा बढ़ गया है, सभी माता पिता यह चाहते हैं कि उनका बच्चा मानसिक रूप से इतना मज़बूत बने कि किसी भी प्रकार की परेशानी और तनाव को आसानी से हैंडल कर सकें। वर्तमान समय में यह बहुत जरुरी है।
आज के समय में जब भी बच्चे के ऊपर थोड़ी सी भी परेशानी आती है तो वह यह नहीं समझ पाता कि इस समस्या से निपटा कैसे जाय। इसके लिए उनके अंदर बचपन से ही ऐसी आदतों को विकसित करना चाहिए जिससे आपका बच्चा किसी भी परेशानी या मुसीबत में घबराने के बजाय उस परिस्थिति को आसानी से हैंडल कर सके।
इस पोस्ट में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताये जा रहे हैं जिससे आपके बच्चे को मानसिक रूप से मज़बूत बनाने में आपको मदद मिलेगी।
How to Make Your Child Mentally Strong: अपने बच्चे को मानसिक रूप से मजबूत बनाएं
प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल को मजबूत करना
आज के इस डिजिटल युग में जब सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है और कॉम्पिटिशन भी तेजी से बढ़ रहा है तो ऐसे में आपके बच्चे को चुनौतियों का सामना करना आना चाहिए। यदि आप अभी अपने बच्चे के अंदर ऐसी स्किल्स को डेवलप नही करेंगे तो आगे चलकर आपका बच्चा छोटी सी परेशानी से भी घबरा जायेगा।
प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल ऐसी कमाल की स्किल है जिससे आपका बच्चा बड़ी से बड़ी समस्या को चुटकियों में हल कर सकता है और वो भी पूरे आत्मविश्वास के साथ।
अनुशासन को बढ़ावा देना
डिजिटल गैजेट्स के आने के बाद बच्चों के अधिकतर काम बहुत ही आसानी से हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें यह बताना बहुत जरूरी है कि हमारे जीवन में अनुशासन का कितना महत्व है। बच्चों के अंदर अनुशासन को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे उनके अंदर निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होती है।
ग्रोथ माइंडसेट डेवलप करना
कहा जाता है कि इंसान जैसा भी होता है, उसके पीछे उसका माइंडसेट निर्भर करता है। ये बात बच्चों के ऊपर भी लागू होती है। अगर आपका बच्चा किसी भी प्रॉब्लम को दूर करने की बजाय उससे खुद को हटा रहा है तो आपको अपने बच्चे के माइंडसेट पर काम करने की जरूरत है।
आपको यह बात अपने बच्चे को सिखानी होगी कि किस प्रकार से जब वह चुनौतियों का सामना करता है तो उसके दिमाग का सही उपयोग होता है। दिमाग के सही दिशा में काम करने से आपके बच्चे की बुद्धि और स्किल्स का विकास होता है।
जोखिम लेने को बढ़ावा दें
आप अपने बच्चे के अंदर रिस्क लेने की आदत को बढ़ावा दे सकते हैं। इससे आपके बच्चे के अंदर फेल होने का डर दूर होगा और बच्चा नई बातों और काम को सीखने का प्रयास भी करेगा। अपने बच्चे को यह जरूर बताएं कि जब भी हम गलतियां करते हैं तो हमें उस गलती से सबक जरूर सीखना चाहिए और पूरी कोशिश करनी चाहिए कि वैसी गलती फिर कभी ना करें।
डर का सामना करना
जब आपका बच्चा छोटा होता है तो वह नए लोगों से मिलने से, अंधेरे में जाने से या कुछ नया काम करने से डरता है। ऐसे में माता पिता की यह मुख्य जिम्मेदारी होती है कि अपने बच्चे के अंदर से इस डर को दूर किया जाय। यह डर एक दिन में दूर नहीं किया जा सकता है। इसके लिए आपको रोज थोड़ा थोड़ा प्रयास करना पड़ेगा, जिससे एक दिन आपके बच्चे के अंदर से यह डर दूर हो जाएगा।
इसके लिए आप उसको रोज या कभी कभी बाहर थोड़ी भीड़ वाली जगहों पर घुमाने ले जा सकते हैं। शॉपिंग के लिए अपने साथ मार्केट में ले जा सकते हैं। शुरू में तो आपका बच्चा थोड़ा डरेगा, परंतु जब आप उसकी हिम्मत बढ़ाते हैं तो वह सहज होने लगता है और धीरे धीरे उसके अंदर का डर दूर हो जाता है।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना
अपने बच्चे को यह जरूर सिखाना चाहिए कि चाहे कोई भी परिस्थिति क्यों ना हो, उसका स्वास्थ्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस जीवन में स्वास्थ्य से बढ़कर कोई और चीज नही है। इसलिए अपने स्वास्थ्य को सही रखने के लिए सही खान – पान का ध्यान जरूर देना चाहिए। कभी भी खाने को लेकर लापरवाही नही करनी चाहिए।
चरित्र का निर्माण करने पर जोर देना
वर्तमान समय में लोगों के अंदर से यह गुण गायब होता जा रहा है। ऐसे में आपको अपने बच्चे में इस गुण को डालना बेहद जरूरी है। इससे आपके बच्चे का संपूर्ण विकास होता है और उसका आने वाला कल बेहतर बनता है।
बच्चे को ईमानदारी, दयालुता का भाव, भक्ति और लोगों के प्रति सहानुभूति की भावना जरूर सिखानी चाहिए। इससे आपके बच्चे का भविष्य बेहतर होता है और एक मजबूत चरित्र का निर्माण होता है।
यह हमेशा ध्यान रखें कि हर बच्चे के अंदर कुछ खास गुण होते हैं। सभी बच्चों को उनके खास गुणों को विकसित करने में माता पिता को पूरी मदद करनी चाहिए। ऊपर बताए गए कुछ गुणों को अपने बच्चों के अंदर विकसित करने पर आप उनमें अद्भुत परिवर्तन देखेंगे जो आपके बच्चे के भविष्य को बेहतर बनाने में बहुत मदद करेंगे।
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