Food Products Banned in India: भारत विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों का देश है और इन अलग-अलग संस्कृतियों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाये और मेहमानों को खिलाये जाते हैं। इन पकवानों में विभिन्न तरह के मसाले डाले जाते हैं। ये मसाले भारत में पूरी तरह पारम्परिक तरीकों से बनाये जाते हैं।
अपने स्वादिष्ट मसालों के कारण ही भारत दशकों से मसालों का निर्यात करता आ रहा है, परन्तु पिछले कुछ वर्षों के बीच विभिन्न कंपनियों ने इन मसालों का व्यवसायीकरण कर दिया है और अपने प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए मसालों में विभिन्न तरह के केमिकल और अन्य खतरनाक चीजों का मिश्रण करना शुरू कर दिया है। इससे आम आदमी के स्वास्थ्य पर बुरा असर देखने को मिल रहा है।
हाल ही में आपने समाचारों में भारत के मसालों को अनेक देशों द्वारा बैन करने की बात सुनी होगी जिसमे फ़ूड एजेंसियो द्वारा मसालों में ख़तरनाक केमिकल का पाया जाना एक प्रमुख कारण हैं।
विदेशों में मसालों के बैन होने के पहले भारत की fssai यानि फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने अनेक खाद्य पदार्थों को भारत में बेचने और इस्तेमाल में लाने से बैन कर रखा है। इनमें से कुछ खाद्य पदार्थ के बारे में इस पोस्ट में बता रहे हैं।
Food Products Banned in India: भारत में fssai ने किया है इन प्रोडक्ट्स को बैन
चीन में बने हुए दूध के पदार्थ
हम सभी जानते हैं कि चीन अपने अधिकतर प्रोडक्ट्स को बहुत ही कम दाम में बनाकर विदेशों में बेचता है। इनमें दूध से बने हुए प्रोडक्ट भी शामिल हैं जो भारत में बेचे जाते हैं।
FSSAI द्वारा जांच में चीन में बने इन दूध को एक छोटे शिशु के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी बेहद खतरनाक बताया गया है। चीन के इन दूध के प्रोडक्ट्स से विभिन्न तरह की बीमारियों का होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इन्हें बैन कर दिया गया है।
पोटेशियम ब्रोमेट पर बैन
वर्ष 2016 में जांच के दौरान FSSAI ने पोटेशियम ब्रोमेट में कार्सिनोजेनिक सब्स्टेंस का पता लगाया। यह विभिन्न तरह के कैंसर को बढ़ाने वाला पदार्थ है। आटे और ब्रेड में इसके उपयोग के कारण इसको बैन कर दिया गया क्यूकि हर घर में आटे और ब्रेड का उपयोग होता ही है। कैंसर को बढ़ने से रोकने के लिए ही पोटेशियम ब्रोमेट के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है।
फल जल्दी पकाने वाले केमिकल पर बैन
आज कल कोई भी फल या सब्जी एकदम ताज़ी नहीं मिलती है। उसमें कही ना कही केमिकल का यूज़ हो रहा है। ऐसे में इन केमिकल पर प्रतिबन्ध लगना ही चाहिए। आपको बता दें कि फलों को जल्दी पकाने में कैल्शियम कार्बाइड और एथिलीन गैस का प्रयोग किया जाता है।
ये खतरनाक केमिकल हमारे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे फलों को खाने से हमें अनेक तरह की बीमारियाँ हो सकती हैं। इन्हीं कारणों को ध्यान में रखकर इन केमिकल के उपयोग को भारत में बैन किया गया है । परन्तु अभी भी इन केमिकल का छुपकर इस्तेमाल किया जाता है।
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फ़ॉई ग्रास (Foie Grass)
फ़ॉई ग्रास को सामान्य तौर पर फ्रेंच व्यंजनों में प्रयोग किया जाता है। यह बत्तखों और हंसों के लिवर को बड़ा करने के लिए खिलाया जाता है। ये भी एक प्रकार का केमिकल ही है जो लिवर को जबरदस्ती बड़ा बनाता है।
असामान्य रूप से किसी भी पक्षी के लिवर को बड़ा करने और बाद में उस पक्षी से बना खाना खाने के कारण कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इसीलिए fssai ने इसे भारत बैन कर रखा है।
चीनी लहसुन
भारत में चीनी लहसुन का बड़े पैमाने पर आयात होता था। परन्तु वर्ष 2019 में जब इसकी जांच की गयी तो इसमें कई प्रकार के खतरनाक कीटनाशक पाए गए जिससे मनुष्य में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की संभावना बढ़ सकती है। इसीलिए चीनी लहसुन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ससाफ्रास तेल (Sassafras Oil)
ससाफ्रास तेल में बहुत ज्यादा मात्रा में इरुसिक एसिड ( Erucic Acid ) पाया जाता है। इसके सेवन से हार्ट की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। हृदय रोग के बढ़ते खतरे को देखते हुए fssai ने इस तेल को भारत में बैन कर रखा है।
एनर्जी ड्रिंक
कहने के लिए तो एनर्जी ड्रिंक से हमें एनर्जी मिलती है परन्तु ऐसा सच बिलकुल भी नहीं है। वास्तव में एनर्जी ड्रिंक के अंदर बहुत से ऐसे केमिकल मिलाये जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालते हैं। इनमे से कुछ एनर्जी ड्रिंक को fssai ने भारत में बैन कर रखा है। परन्तु बैन होने भी कंपनियों द्वारा इनको खुलेआम बेचा जा रहा है।
अगर आप भी एनर्जी ड्रिंक यह सोचकर पीते हैं कि इससे एनर्जी मिलेगी तो ऐसा करना बंद कर दीजिये। एनर्जी ड्रिंक पीने से आपको कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं।
इसके अलावा ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ हैं जिनसे हमारे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। इसीलिए हम सभी को ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए जिससे हमारी इम्युनिटी मजबूत बनी रहे और हम कम से कम बीमार पड़ें।
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