Dead Sea Facts in Hindi: इजराइल और जॉर्डन के बीच पाया जाने वाला मृत सागर सदियों से लोगों को आकर्षित करता रहा है। इसकी आश्चर्यजनक सुंदरता और विशेष गुण यात्रियों और वैज्ञानिकों को आकर्षित करते रहते हैं। अपने आश्चर्यजनक तथ्यों और कहानियों के साथ, यह यहां आने वाले सभी लोगों के लिए एक मनोरम आश्चर्य बना हुआ है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की मृत सागर को मृत सागर क्यों कहा जाता है और और यह आपको कभी डूबने क्यों नहीं देता है? इस अनोखे और प्राकृतिक चमत्कार से भरे इस मृत सागर के बारे में आज हम आपको कुछ रोचक तथ्य बताएंगे जो आपने पहले कभी नहीं सुना होगा।
Dead Sea Facts in Hindi: जानिये इस सागर का नाम मृत सागर क्यों पड़ा?
आमतौर पर जब भी हम मृत सागर का नाम सुनते है तब हमारे दिमाग में एक ही चीज आती है वह यह कि इसे मृत सागर क्यों कहा जाता है? आपको बता दे इस सागर को मृत सागर इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस सागर में नमक की मात्रा इतनी अधिक है कि इसके पानी में कोई भी जीवन जीवित नहीं रह सकता, इतना ही नहीं न केवल पेड़ पौधे या जानवर बल्कि बैक्टीरिया भी इस पानी में जीवित नहीं रह पाते।
और तो और इसके पानी में पाए जाने वाले मिनरल्स जैसे की सल्फर, मैग्निशियम,कैलशियम ब्रोमाइड, जिंक, जैसे मिनरल साल्ट की मात्रा इतनी अधिक है कि इसके नमक का भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यही कारण है कि इस सागर का नाम मृत सागर पड़ा।
आखिर क्यों इस समुद्र में कोई नहीं डूबता है?
मृत सागर दुनिया में पाया जाने वाला एकमात्र ऐसा सागर है जहां कभी कोई चाह कर भी नहीं डूब सकता। जी हां, यह बिल्कुल सच है आपको बता दे डेड सी में सालाना लाखों टूरिस्ट तैराकी का लुत्फ उठाने आते हैं। यहां तक यहाँ वह भी आते हैं जिन्हें तैरना नहीं आता क्योंकि इस समुद्र में कभी कोई डूब ही नहीं सकता। तो ऐसा इसलिए है क्योंकि इस सागर में पाए जाने वाले नमक की हाई कंसंट्रेशन पानी को उछाल युक्त बनाता है जिससे व्यक्ति आसानी से इसके सतह पर तैर सकते हैं। जिसके कारण इसके पानी में कभी कोई डूब ही नहीं सकता।
मृत सागर कोई सागर नहीं है।
शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मृत सागर असल में कोई सागर नहीं बल्कि एक साल्ट वॉटर लेक (एक खारे पानी की झील) है जो कि इसराइल और जॉर्डन के बीच समुद्र तल से लगभग 430 मीटर नीचे स्थित है। आपको बता दे डेड सी पृथ्वी का सबसे लोवेस्ट प्वाइंट है और पुराने समय में इसे लोग ‘नमक के सागर’ या अराबा के सागर जैसे विभिन्न नामों से जानते थे।
कई बिमारियों का इलाज भी करता है मृत सागर का पानी।
जी हां, आज से नहीं बल्कि सदियों से लोग इसके उपचार शक्तियों की ओर आकर्षित होते आए हैं। पुराने जमाने के लोग इस सागर के पानी की उपचार शक्तियों में विश्वास करते थे और आज भी कई लोग बीमारी से राहत पाने के लिए आते हैं। आपको बता दे सोरायसिस से पीड़ित लोग अक्सर अपनी त्वचा को कुछ आराम दिलाने के लिए इसके खारे पानी में भीगने आते हैं। इतना ही नहीं राइनोसिनुसाइटिस और बंद नाक का इलाज पाने के लिए भी लोग इस खारे पानी का उपयोग करते हैं।
काली मिट्टी त्वचा और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद।
इतना ही नहीं डेड सी में पाए जाने वाली काली मिट्टी त्वचा और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है। डेड सी में पाए जाने वाले मिट्टी त्वचा को डिटॉक्सिफाई करता है और पोषण भी देता है। ब्लैक मुड़ चेहरे के रोम छिद्रों को टाइट करने मुंहासे का इलाज करने के साथ-साथ त्वचा की अशुद्धियों को कम करने में सहायक होता है। और सबसे अच्छी बात तो यही है कि ये सब मुफ्त है। यहां की काली मिट्टी या खनिज से भर पानी का इस्तेमाल करने के लिए आपको कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता आप जब तक और जितना चाहे उतना इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
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