Cristiano Ronaldo Success Story: आज हम उनकी बात करेंगे जिनके पिताजी माली का काम करते थे, माता घर-घर जाकर के बर्तन साफ किया करती थी। बचपन में खिलौने देखे नहीं थे। एक दिन घर में खिलौना आया फुटबॉल और उसे देखने के बाद इस बच्चे ने कहा कि मैं बड़ा होकर फुटबॉलर बनूंगा ।इसी में अपना फ्यूचर बनाऊंगा और आज यह व्यक्ति दुनिया का सबसे महंगा फुटबॉलर है, जिसका नाम है क्रिस्टियानो रोनाल्डो।
रोनाल्डो नाम के बड़े सारे फुटबॉलर हुए लेकिन क्रिस्टियानो रोनाल्डो नाम का सिर्फ एक ही खिलाड़ी हुआ है जो सदियों में एक बार जन्म लेता है जिसने 800 से ज्यादा गोल्स किए हैं और दुनिया का सबसे एक्सपेंसिव फुटबॉल प्लेयर है। इस व्यक्ति के कहानी से हम और आप क्या सीख सकते हैं। इसी के बारे में आज हम जानेंगे 5 मोटिवेशनल बाते क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo Success Story) के बारे में।
Cristiano Ronaldo Success Story: क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बारे में 5 मोटिवेशनल बाते
1. अपना भाग्य स्वयं बनाना।
(Cristiano Ronaldo Success Story) क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म 5 फरवरी 1985 को एक गरीब परिवार में हुआ। उनके पिता माली और माता बर्तन धोने का काम करती थीं। बचपन में रोनाल्डो को खिलौने नहीं मिले, लेकिन जब घर में फुटबॉल आई, तो उन्होंने तय कर लिया कि वे फुटबॉलर बनेंगे।
8 साल की उम्र में उन्होंने क्लब ज्वाइन किया और 12 साल की उम्र में स्पोर्टिंग सीपी के लिए साइन किए गए। 14 साल की उम्र में उन्होंने फुटबॉलर बनने का फैसला किया। आज वे दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉलर हैं। रोनाल्डो का जीवन इस बात का उदाहरण है कि व्यक्ति अपनी मेहनत और जुनून से अपना भाग्य खुद बना सकता है।
2.अपने आप पर भरोसा रखो।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो का सीधा सा फंडा है कि जिस क्षेत्र में आप सर्वश्रेष्ठ बनना चाहते हैं, पहले आपको खुद पर विश्वास करना होगा। अगर आपको खुद पर संदेह है, तो आप उस मुकाम को पाने और कठिन परिश्रम के लिए प्रेरित नहीं रह पाएंगे। इसलिए, पहले अपने आप पर अटूट विश्वास रखें।
अगर संकोच है, तो कड़ी मेहनत करें और अपने विश्वास को बदलें। अच्छे रिजल्ट मिलने पर आप अपने आप पर विश्वास करने लगेंगे और आपका मोटिवेशन बढ़ेगा। यही कारण है कि रोनाल्डो की पर्सनालिटी में अलग चमक होती है और वह एक लीजेंड बने हैं।
3.समर्पण और कड़ी मेहनत।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने खुद को पूरी तरह से फुटबॉल के प्रति समर्पित कर दिया, जिससे वे अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ बने। उन्होंने हमेशा खुद को दुनिया के सबसे बेहतरीन एथलीट्स में से एक माना है। 38 साल की उम्र में भी उनका शरीर 20 साल के युवा जैसा है। जुवेंटस के मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी बायोलॉजिकल ऐज 20 साल है, जिसमें 7% बॉडी फैट और 50% मसल्स है।
रोनाल्डो के वर्क एथिक्स बहुत सख्त हैं, जिन्हें वे लंबे समय से फॉलो कर रहे हैं। वे कड़ी मेहनत के बाद भी अपने नियमों का पालन करते हैं और खुद पर कड़ी नजर रखते हैं। इसी समर्पण के कारण वे हर दिन मैदान पर नए इंप्रूवमेंट के साथ नजर आते हैं। जबकि आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ खिलाड़ियों का गेम कमजोर होता है, रोनाल्डो की उम्र मानो रुक गई हो।
4.उन्हें इसकी परवाह नहीं कि दूसरे क्या सोचते हैं
हर महान और सफल व्यक्ति की एक खासियत होती है कि वे किसी की आलोचना और नफरत की परवाह नहीं करते, अगर वे अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी ऐसा ही सोचते हैं। वे कहते हैं कि लोग उन्हें चिढ़ाते हैं, लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वे जानते हैं कि लोग उनसे जलते हैं।
वे मानते हैं कि लोग इसलिए नफरत करते हैं क्योंकि वे रोनाल्डो जितने सफल नहीं हैं। रोनाल्डो इन बातों पर ध्यान नहीं देते और खुद को और बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं। यही मानसिकता सफल और असफल लोगों के बीच का अंतर होती है।
5.मैं सबसे अच्छा हूं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं। जैसा कि हमने पहले बताया, आपको हमेशा खुद पर विश्वास रखना होगा। दुनिया आपको कभी नहीं बताएगी कि आप सबसे अच्छे हैं।
लोग आपको हमेशा सही नहीं समझेंगे, या तो कम समझेंगे या ज्यादा। आपको हमेशा अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा और खुद पर सख्त रहना होगा।
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