टेक्नोलॉजी
China Built World Fastest Humanoid Robot: चीन ने बनाया दुनिया का सबसे तेज स्पीड वाला रोबोट, डिटेल जानकर हो जायेंगे हैरान
China Built World Fastest Humanoid Robot: चीन एक ऐसा देश है जो सुर्खियों में बना रहता है। कभी वह अपने पड़ोसी देश पर हमले की योजना बनाता है तो कभी विश्व के कई देशों को कर्ज देता है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी चीन नए नए प्रयोग करता रहता है।
विश्व की प्रसिद्ध कारों की हुबहू नकल करके बनाने में भी चीन को महारत हासिल है। स्पेस में अपने प्रयोग के चलते और पूरी दुनिया में चीनी प्रोडक्ट को बेचने की वजह से चीन चर्चा में रहता है। इस बार चीन ने टेक्नोलॉजी में एक ऐसा प्रयोग किया है, जिससे एलन मस्क की कंपनी टेस्ला भी चौक गई है।
दरअसल चीन ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जिसने टेस्ला के सबसे तेज ह्यूमनाइड रोबोट को स्पीड के मामले में पीछे छोड़ दिया है। इस पोस्ट में हम दोनों रोबोट की कुछ खास विशेषताओं के बारे में जानेंगे।
China Built World Fastest Humanoid Robot: चीन ने बनाया दुनिया का सबसे तेज स्पीड वाला रोबोट – Star 1
चीन ने बनाया विश्व का सबसे तेज रोबोट
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में चीन ने कमाल करते हुए विश्व का सबसे तेज रोबोट बनाया है। स्पीड और कुछ अन्य फीचर्स के मामले में यह ह्यूमनाइड रोबोट एलन मस्क की कंपनी टेस्ला द्वारा बनाए गए रोबोट ऑप्टिमस से काफी बेहतर है। आइए दोनों रोबोट की कुछ प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानते हैं।
चीन का ह्यूमनाइड रोबोट स्टार1
चीन की एक रोबोट स्टार्टअप कंपनी Robot Era ने इस सबसे तेज ह्यूमनाइड रोबोट को बनाया है। कंपनी का कहना है कि स्पीड के मामले में यह रोबोट दुनिया की अन्य कंपनियों के रोबोट से काफी तेज है।
स्टार वन की प्रमुख विशेषताएं
- जहां स्टार–1 रोबोट की लंबाई 5.6 फीट है। वहीं इसका वजन करीब 143 पाउंड है।
- स्पीड की बात की जाय तो यह रोबोट 8 मील प्रति घंटे यानि लगभग 13 किलोमीटर की टॉप स्पीड से दौड़ सकता है। अभी तक ह्यूमनाइड रोबोट की सबसे फास्टेस्ट स्पीड 7.4 मील प्रति घंटे की रही है।
- यह रोबोट इंसानों की हबहू नकल करता है, जिससे इससे कई ऐसे कठिन काम कराए जा सकते हैं जो इंसानों के लिए मुश्किल और खतरे वाले होते हैं।
- तकनीक की बात करें तो इस रोबोट में एडवांस्ड सेंसर के साथ साथ लेटेस्ट एआई और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का यूज किया गया है।
क्या खूबी है टेस्ला के ऑप्टिमस में
टेस्ला ने वर्ष 2021 में अपने पहले ह्यूमनाइड रोबोट को बनाना शुरू किया था। जिसका नाम ऑप्टिमस रखा गया। इसे टेस्ला बॉट भी कहते हैं। जब यह रोबोट बन रहा था, तो उस समय एआई और अन्य टेक्नीक डेवलप हो रही थी। हालांकि फिर भी एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने एक ऐसा ह्यूमनाइड रोबोट बनाया, जो कई मामलों में बेहतर था।
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ऑप्टिमस रोबोट की कुछ प्रमुख खूबियां
- जहां ऑप्टिमस रोबोट की ऊंचाई 5 फीट 8 इंच के करीब है। वहीं यह लगभग 125 पाउंड वजनी है।
- मानव जीवन के डेली के कामों को यह ह्यूमनाइड रोबोट बहुत ही आसानी से पूरा कर सकता है। इसी वजह से यह बहुत पॉपुलर हुआ।
- जिस समय एआई टेक्नीक डेवलप हो रही थी, ठीक उसी समय इस रोबोट बनाया गया। एआई का यह बहुत ही बेहतरीन उदाहरण है।
- वर्तमान में इस रोबोट का इस्तेमाल बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसकी मदद से जटिल से जटिल काम को आसानी से किया जा सकता है।
पहाड़ी में हुई रोबोट की टेस्टिंग
आमतौर पर रोबोट को रोड, फैक्ट्री या घरों में टेस्ट किया जाता है। परन्तु चीन ने स्पीड को टेस्ट करने के लिए अपने रोबोट स्टार 1 को पहाड़ी में टेस्ट किया। सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी जारी किया गया।
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ह्यूमनाइड रोबोट का है भविष्य
आज के समय में एआई के बढ़ते इस्तेमाल के बाद सभी प्रमुख देश ऐसे रोबोट को बना रहे हैं। जिससे भविष्य में ऐसे ह्यूमनाइड रोबोट का इस्तेमाल होने की काफी संभावना है। मनुष्य अपने कई कामों के लिए इन रोबोट्स का इस्तेमाल कर सकता है। आने वाले समय में ऐसे ह्यूमनाइड रोबोट बड़ी संख्या में देखने को मिलेंगे।
इमेज सोर्स: Robot Era Official Website
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आशीष ने कुछ समय पहले ही ब्लॉग लिखना शुरू किया है। इनकी टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।
टेक्नोलॉजी
Delhi Pollution Lockdown Latest News: दिल्ली के कई इलाको में AQI लेवल 500 के पार, राजधानी में लॉकडाउन लगने के आसार।
Delhi Pollution Lockdown Latest News: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने दिल्ली में लॉकडाउन (Delhi Pollution Lockdown) लगाने के असार बताये हैं। दिल्ली के कई इलाकों में हर तरफ केवल धुंध ही धुंध छाया हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली में भयानक प्रदूषण के चलते दिल्ली की हवा इस कदर खराब हो चुकी है कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए सांस लेने में कठिनाई जैसी स्थिति होने लगी है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्ली के कई बड़े इलाकों में AQI लेवल 500 के पार पहुंच गया है दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने GRAP 4 की पाबंदियां लगाई है जिसके तहत ट्रकों की एंट्री पर रोक, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों की एंट्री, 9वीं तक के स्कूल बंद, ऑनलाइन पढ़ाई और वर्क फ्रॉम होम, निर्माण कार्य पर अस्थाई रोक, इत्यादि जैसे प्रदूषण रोकथाम के उपाय किए गए हैं।इन तमाम उपायों के अलावा सड़कों पर गाड़ियों के लिए odd- even फॉर्मूले पर भी काम किया जा सकता है।
Delhi Pollution Lockdown Latest News: दिल्ली वासियों के लिए भारी पड़ रहा प्रदूषण का कहर।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते (Delhi Pollution Lockdown) दिल्ली के लोगों को बहुत से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो रही हैं। कई डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली की हवा में सांस लेने वाले लोगों को 50 सिगरेट के सेवन जितना नुकसान पहुंचा रहा है। सूखी खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानियां लेकर बहुत से लोग अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
Delhi isn’t just breathing air—it’s chain-smoking 40 cigarettes a day! 🚬
Air pollution has become the nation’s most unwanted addiction.#AirPollution #pollutioncontrol pic.twitter.com/fYVBQkHvs8
— Chintan Chheda (@chintanchheda) November 18, 2024
इन परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए डॉक्टरों की सलाह है कि सुबह के समय टहलने या वॉकिंग करने वाले लोग घर के बाहर बिल्कुल भी न निकलें और अगर किसी परिस्थिति में बाहर निकलना पड़े तो N95 मास्क का प्रयोग करें। इतना ही नहीं बच्चों और बुजुर्गों के बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है।
15 से ज्यादा जगहों पर AQI लेवल 500 के पार।
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण बेहद ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है ठंड बढ़ने के साथ-साथ दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। ऐसे में दिल्ली सरकार द्वारा कई सारे उपाय करने के बावजूद भी दिल्ली के प्रदूषण स्तर में सुधार की कोई भी स्थिति नहीं हो रही है।
इतना ही नहीं आपको बता दें दिल्ली का प्रदूषण स्तर इस हद तक बढ़ गया है कि दिल्ली के 15 से ज्यादा इलाकों में AQI लेवल 500 के पार पहुंच गया है।
It’s not the Bhopal of 1984,
It’s not the Chernobyl of 1986,
It’s the Gurgaon of 2024 !!
It’s India’s capital New Delhi.#DelhiNCR #DelhiAirCrisis #DelhiAirPollution #Delhi #Panjab pic.twitter.com/ollVtWfVq7 pic.twitter.com/E0ikyExNCI
— Mahendra Singh (@mahendra_123_) November 18, 2024
आपको बता दे सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को सख्त नियम लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही दिल्ली में 12वीं तक के स्कूलों की पढ़ाई को पूरी तरह से ऑनलाइन चलाने के निर्देश भी सुप्रीम कोर्ट ने दिए हैं।
दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है और लोगों की सांसों पर खतरा मंडरा रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में खतरा और भी बढ़ सकता है।
Image: Twitter
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संस्कृति एक ब्लॉगर हैं। संस्कृति को ऑटोमोबाइल, फैक्ट्स, लाइफस्टाइल और ट्रेवल से जुडी पोस्ट लिखना पसंद है।
टेक्नोलॉजी
Reliance and Nvidia Partner for AI Infra: फेमस कंपनी Nvidia ने मिलाया रिलायंस से हाथ, भारत में डेवलप होगा एडवांस्ड एआई इंफ़्रास्ट्रक्चर
Reliance and Nvidia Partner for AI Infra: कंप्यूटर ग्राफिक्स और गेमिंग की दुनिया में बेहद पॉपुलर कंपनी Nvidia के सीईओ भारत दौरे पर हैं। अपनी भारत यात्रा में उन्होंने कई टेक कंपनियों के फाउंडर से मुलाकात की।
इसी बीच रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी और Nvidia के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने भी एक दूसरे से मुलाकात की। इस मुलाकात में एनवीडिया के सीईओ ने रिलायंस के साथ मिलकर भारत में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने पर भी बात की। आने वाले समय में भारत में AI हब बनाने पर दोनों कंपनियां एक दूसरे की मदद करने को तैयार हैं।
Reliance and Nvidia Partner for AI Infra: Nvidia और रिलायंस की मदद से भारत में डेवलप होगा एआई इंफ़्रा
कैसे बनेगा एआई हब
कंप्यूटर गेमिंग में इस्तेमाल होने वाले ग्राफिक्स कार्ड और चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia भारत में अपना व्यापार बढ़ाने के लिए ही यहां AI हब डेवलप करने पर कई कंपनियों से बात कर रही है। रिलायंस इंडस्ट्री के साथ उनकी डील होने की पूरी संभावना है।
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Nvidia सीईओ ने की तारीफ
Nvidia के सीईओ जेन्सेन ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत में कंप्यूटर गेमिंग इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा वर्तमान में सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट भारत में ही मौजूद हैं, जो एक बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए बहुत ही लाभकारी है।
Reliance and Nvidia Partner for AI Infra: उन्होंने कहा कि अगर यहां पर एआई इंफ्रा को डेवलप किया जाय तो बाहर से कुछ लाने की जरूरत नहीं है। वर्तमान समय में भारत में वह सारी सुविधाएं हैं जिससे यहां इंफ्रा डेवलप भी हो सकता है और यहां के लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
रिलायंस के साथ हुई है डील
Nvidia के सीईओ के साथ बात चीत में रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि अब समय तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तरफ जा रहा है। ऐसे में भारत में भी ऐसे इंफ्रा को डेवलप करने की जरूरत है जो टेक्नोलॉजी में दुनिया के साथ कदम से कदम मिला सके।
वर्तमान में जियो के पास सबसे अधिक यूजर का डेटा मौजूद है। अब इसका इस्तेमाल बेहतर भविष्य के लिए एक एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करना हमारी प्राथमिकता है। आने वाले कुछ वर्षों में भारत में AI के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है Nvidia
ताइवान में जन्मे जेन्सेन हुआंग ने 1993 में कंपनी की स्थापना की। धीरे धीरे Nvidia ने कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाले ग्राफिक्स चिप को बनाना शुरू किया। अपने पावरफुल ग्राफिक्स चिप के कारण ही यह गेमिंग इंडस्ट्री में हर गेमर की पहली पसंद है। (Reliance and Nvidia Partner for AI Infra)
ग्राफिक्स चिप के साथ साथ Nvidia कंपनी ने कई देशों में बड़े बड़े डेटा सेंटर भी खोले हैं। इसके अलावा कंपनी अब ग्राफिक्स में एआई को भी यूज कर रही है। इससे चिप और भी ज्यादा पॉवरफुल हो गई है।
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लेटेस्ट टेक्नीक का हो रहा इस्तेमाल
सीईओ जेन्सेन के अनुसार कंपनी अब अपने ग्राफिक्स और अन्य सेंसर्स में एआई और मशीन लर्निंग जैसी लेटेस्ट टेक्नीक का इस्तेमाल कर रही है। इससे चिप ज्यादा पॉवरफुल और एफिशिएंट हो गई है।
दूसरी सबसे ज्यादा वैल्युएशन वाली कंपनी
Reliance and Nvidia Partner for AI Infra: माइक्रोसॉफ्ट के बाद एनवीडिया दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा मार्केट वैल्यू वाली कंपनी बन गई है। इसने एप्पल को भी पीछे छोड़ दिया है। वर्तमान में Nvidia का मार्केट कैप लगभग 250 लाख करोड़ का है।
वहीं पहले नंबर पर रहने वाली माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप लगभग 260 लाख करोड़ का है। जिस तेजी से एनवीडिया पूरे विश्व में काम कर रही है, जल्द ही यह वैल्युएशन के मामले में माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ सकती है।
कई टेक कंपनियों के साथ कर रही है काम
सीईओ जेन्सेन हुआंग ने इंटरव्यू में बताया कि कंपनी भारत में कई बड़े टेक कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है। इनमें इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा ग्रुप की टीसीएस के अलावा विप्रो जैसी कंपनियां शामिल हैं। सभी कंपनियों का मेन फोकस भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करना है।
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