Chaitra Navratri 2025 Ke Niyam- नवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो देवी दुर्गा की आराधना और पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार नौ दिनों तक चलता है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
चैत्र नवरात्रि के दौरान, लोग व्रत, पूजा, और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। यह त्योहार व्यक्ति को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और देवी दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।
चैत्र नवरात्रि के दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है, जो इस त्योहार की महत्ता और पवित्रता को बनाए रखने में मदद करते हैं। इन नियमों में व्रत, पवित्रता, पूजा और आराधना, सात्विक आहार, ब्रह्मचर्य, सेवा और दान, और प्रार्थना और ध्यान शामिल हैं।
इन नियमों का पालन करके, व्यक्ति नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।
Chaitra Navratri 2025 Ke Niyam- चैत्र नवरात्रि 2025 के नियम !
घर व मंदिर की सफाई
शास्त्रों के अनुसार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन या 1 दिन पूर्व घर व पूजा स्थल की अच्छी तरह से साफ सफाई करनी चाहिए। घर से फालतू या अनुपयोगी सामान हटा दें क्योंकि इस से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। नवरात्रि के दौरान पूजा स्थल को रोजाना गंगाजल से पवित्र करना चाहिए।
तामसिक भोजन न करें
नवरात्रि के दिन बेहद प्रभावशाली होते हैं शास्त्रों की माने तो नवरात्रि के दौरान घर में तामसिक भोजन नहीं बनना चाहिए। विशेष कर जो लोग नवरात्रि का व्रत रखते हैं उन्हें 9 दिनों तक घर में सात्विक भोजन बनाकर मां को भोग लगाने के बाद ही भोजन ग्रहण करना चाहिए ।
द्वारा आए व्यक्ति को खाली ना लौटाए
कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान मां अपने भक्तों के बीच उपस्थित रहती है। ऐसे में यदि नवरात्रि में आपके द्वार पर कोई भी भिक्षुक या जरूरतमंद व्यक्ति आए तो उसे खाली हाथ न जाने दें बल्कि अपनी सामर्थ्य अनुसार उसे भोजन या दान करना चाहिए।
घर को अकेला ना छोड़े
बहुत से लोग चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में न सिर्फ व्रत रखते हैं बल्कि अपने घर में कलश स्थापना, अखंड ज्योत और माता की चौकी का आयोजन भी करते हैं।
जो लोग इस दौरान व्रत रख कर घर में अखंड ज्योत जलाते हैं तो अखंड ज्योत की देख रेख के लिए किसी न किसी को घर में जरूर रहना चाहिए।
बाल, दाढ़ी या नाखून ना काटे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों में बाल ,नाखून या दाढ़ी मूछ बनाना वर्जित माना जाता है। ये सभी कार्य नवरात्रि शुरू होने से पहले या फिर बाद में करने चाहिए।
ब्रह्मचर्य का पालन
नवरात्रि के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना एक महत्वपूर्ण नियम है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति को अपने इंद्रियों को नियंत्रित करना और विकारों से दूर रहना होता है।
ब्रह्मचर्य का पालन करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शुद्धता प्राप्त होती है, जिससे वो देवी दुर्गा की आराधना में पूरी तरह से समर्पित हो सकता है।
घर में कलह ना करें
घर के सदस्यों को एक दूसरे के साथ शांति से पेश आना चाहिए। कलह और झगड़े से घर की सकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो सकती है और देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
नवरात्रि के दौरान चमड़े से बनी चीजों का उपयोग करने से बचना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान चमड़े के चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए । व्यक्ति को चमड़े के जूते, बेल्ट, हैंडबैग, और अन्य चीजों का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
चमड़े के चीजों का प्रयोग करने से जीव हिंसा का अपराध हो सकता है और देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
किसी का अपमान ना करें
चैत्र नवरात्रि में व्यक्ति को किसी के प्रति भी अपमानजनक व्यवहार नहीं करना चाहिए, चाहे वो घर का सदस्य हो, दोस्त हो, या कोई अन्य व्यक्ति हो। अपमान करने से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है और देवी दुर्गा की नाराज़गी का सामना करना पड़ सकता हैं।
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