कैंसर (Cancer) एक ऐसी बीमारी है जो की कभी भी और किसी को भी हो सकती है और इसके होने के बाद काफ़ी सारी कॉम्प्लिकेशन किसी इंसान के अंदर पैदा हो सकती है और ये जानलेवा भी हो सकती है। वैसे तो कैंसर का इलाज संभव है ऐसा बिलकुल भी नहीं है के कैंसर का इलाज नहीं हो सकता हो लेकिन दिक़्क़त ये है कि शुरुवाती दौर में कैंसर को पकड़ना बड़ा मुश्किल होता है।
क्योंकि हमे अंदाज़ा नहीं हो पाता है के किसी इंसान के अंदर जो लक्षण दिखाई दे रहे है वो cancer के है या किसी और बीमारी के, और जबतक हमे इस बात का अंदाज़ा होता है या हमारे डॉक्टर समझ पाते है तब तक काफ़ी देर हो चुकी होती है और उस इंसान के अंदर जो कैंसर है वो पूरे शरीर में फैल चुका होता है और इलाज करना बहुत ज़्यादा मुश्किल हो जाता है।
इसलिए बहुत ज़्यादा ज़रूरी है के शुरुवाती लक्षण कैंसर के हमे पकड़ने आने चाहिये हमे इतनी नॉलेज होनी चाहिए कि हम इस बात को समझ सके कि ये जो लक्षण हमारे अंदर आ रहे हैं, कही ये cancer के तरफ़ इशारा तो नहीं करते है।
तो आज हम जानेंगे पाँच ऐसे लक्षणों के बारे में जो की अगर किसी इंसान के अंदर देखे जा रहे है तो ये हो सकता है उसके अंदर कैंसर के तरफ़ इशारा कर रहे हो । और इन पाँच लक्षणों के होते ही बहुत ज़रूरी है के आप फ़ौरन अपने डॉक्टर से कंसल्ट करे और इनके बारे में डिस्कस करे ।
Symptoms Of Cancer: जानें कैंसर के 5 लक्षण कौन से हैं?
तो आइए जानते है उन 5 लक्षणों के बारे में ।
1. Unexplained Weight Loss
वजन आपके बॉडी के अंदर बहुत सारे और करणों से भी घट सकता है और बीमारियो के वजह से भी घट सकता है जैसे टीबी के वजह से भी वजन घट जाता है कई बार डायबीटीज़ के वजह से भी पेशेंट का वजन बहुत तेजी से घट जाता है।
कई बार आप बहुत ज़्यादा ख़ाना पीना छोड़ देते है या आपके ऊपर वर्क लोड बहुत ज़्यादा आ जाता है । उस से भी आपका वजन घट सकता है थाइरोइड के वजह से भी वजन घट जाता है। लेकिन Cancer के वजह से भी वजन घटता है।
कैंसर के वजह से अगर आपका वजन घटता है तो इसका ख़ास पैटर्न होता है और ये पैटर्न ये के आपका वजन बहुत तेज़ी से घटने लगता है और इसके साथ साथ आपको कुछ समझ नहीं आता के ये वजन आपका क्यों घट रहा है तो ये लक्षण इशारा कर सकता है कि किसी इंसान के अंदर कैंसर की पैदाईस हो चुकी है।
2. Chronic Fatigue
हर समय थकान महसूस होना, शरीर में कमज़ोरी महसूस होना। अब cancer में थकान क्यों महसूस होती है? क्या कोई कारण है जिसकी वजह से कैंसर के मरीज़ को हर समय थकान महसूस होती है?
जब कैंसर के सेल्स शरीर में काम करते हैं और बढ़ते हैं, तो उन्हें बहुत ज़्यादा पोषण की ज़रूरत होती है और इसलिए मरीज़ जो भी खाना खाता है, उसमें जो भी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, ये कैंसर के सेल्स उन सभी पोषक तत्वों को सोख लेते हैं और शरीर के दूसरे स्वस्थ सेल्स, जो हमारे अंग हैं, उन्हें पर्याप्त भोजन नहीं मिल पाता और इसकी वजह से सारे अंग कमज़ोर होने लगते हैं और शरीर में थकान और कमज़ोरी महसूस होने लगती है।
हालाँकि, इस तरह की कमज़ोरी आपको दूसरी समस्याओं की वजह से भी हो सकती है। तो ऐसा नहीं है कि इस तरह की कमज़ोरी सिर्फ़ कैंसर में ही होती है, बस फ़र्क इतना है कि जब कैंसर की वजह से किसी में इस तरह की कमज़ोरी होती है, तो इसका कारण समझ में नहीं आता ।
3. Persistent Pain
अगर आपके बॉडी के अंदर दर्द की सिकायत है और ये दर्द ऐसा है कि किसी भी चीज़ से जा नहीं रहा है आप painkiller भी खा रहे हैं उससे भी आपको दर्द में आराम नहीं मिल रहा है या कुछ देर आराम मिलता है और फिर वापस से आपका दर्द आ जाता है तो ये एक कैंसर का लक्षण हो सकता है ।
जब cancer कोशिकाएं बढ़ती हैं। जब उसका ट्यूमर बढ़ने लगता है। तो उसके कारण क्या होता है कि ट्यूमर धीरे-धीरे आस-पास के स्वस्थ ऊतकों पर दबाव डालना शुरू कर देता है। आपकी नसें वहाँ दबने लगती हैं। और इसके कारण आपको वहाँ दर्द महसूस होने लगता है।
4. Changes In The Skin
स्किन के अंदर दो में साइन होते हैं जो कि Cancer के तरफ इशारा कर सकते हैं।पहला होता है आपके अंदर jaundice का हो जाना इसके हो जाना पूरी स्किन को पीला बना देता है।अगर पीले पीले स्किन आपकी लग रही है तो ये कैंसर की तरफ इशारा कर सकता है।
दूसरा हो सकता है के बॉडी के अंदर आपके अगर तिल है या कोई मस्सा है और वो लगातार बढ़े चले जा रहा साइज में और उसके साइड का जो एरिया है वो रफ़ होते जा रहा है, तो ये Skin cancer के तरफ़ इशारा करता है।
5. Urine & Stool Habits
अगर आपको बार-बार पेशाब आने में दिक्कत हो रही है, आप बार-बार पेशाब करने जाते हैं, थोड़ा-थोड़ा होता है लेकिन पूरा नहीं और कुछ मिनट बाद फिर से आने लगता है, तो यह prostrate cancer की ओर इशारा कर सकता है। इसके साथ ही कई बार पेशाब के साथ तेज दर्द भी होता है या कई बार पेशाब के साथ खून भी आने लगता है।
अगर किसी को पेट का कैंसर है तो उसकी वजह से उसकी पेशाब की जो हैबिट होती है जो बॉवेल मूवमेंट होती उनमे फ़र्क़ आ जाता है या तो बहुत ज़्यादा कब्ज होने लगता है या फिर बहुत ज़्यादा loosemotion होने लगते है पेट में दर्द की सिकायत रहती है और इस केस में भी पेशाब के साथ आपके लैट्रिन के साथ ब्लड आना शुरू हो जाता है ।
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