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Cabinet Approves Chandrayaan-4 and Venus Mission: इसरो के चंद्रयान 4 को कैबिनेट ने दी मंजूरी, जानें क्यों ख़ास है चंद्रयान 4

Cabinet Approves Chandrayaan-4 and Venus Mission: इसरो के चंद्रयान 4 को कैबिनेट ने दी मंजूरी, जानें क्यों ख़ास है चंद्रयान 4

Cabinet Approves Chandrayaan-4 and Venus Mission

Cabinet Approves Chandrayaan-4 and Venus Mission: आने वाले कुछ सालों में इसरो अंतरिक्ष में कई नए मिशन शुरू करने जा रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग में इसरो के आने वाले कई मिशन को मंजूरी दी गई है।

आपको बता दें कि चंद्रयान–3 के बाद इसरो चंद्रयान–4 की तैयारी के अलावा कई अन्य मिशन को शुरू करने जा रहा है। केंद्र सरकार ने ISRO के इन सभी मिशनों को मंजूरी देते हुए भारतीय स्पेस मिशन को मजबूती प्रदान करने का काम किया है।

Cabinet approves chandrayaan-4 and venus mission

Cabinet Approves Chandrayaan-4 and Venus Mission: इसरो के चंद्रयान 4 को कैबिनेट ने दी मंजूरी

क्या है इसरो का मिशन

मिली जानकारी के मुताबिक जब से इसरो ने चंद्रयान–3 को सफलतापूर्वक पूरा किया है, उसके बाद से ही अगले मिशन की तैयारी करने में लगा है। इस मिशन में चंद्रयान–4 के अलावा वीनस यानि शुक्र ग्रह से जुड़ा मिशन और अंतरिक्ष में भारतीय स्पेस स्टेशन का निर्माण करना मुख्य है।

इसरो का चंद्रयान–4 मिशन

इसरो के मुताबिक चंद्रयान–4 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा पर लैंडिंग करने के बाद वापस पृथ्वी पर लौटने की तकनीक का विकास करना है। इससे स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा की सतह से मिट्टी और अन्य पदार्थों को पृथ्वी पर लाया जा सकेगा। वहीं इस अभियान के सफल होने के बाद चंद्रमा पर मानव को भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

बजट और लॉन्चिंग डेट

इसरो की मानें तो चंद्रयान–4 के लिए लगभग 2104 करोड़ रूपये की जरूरत पड़ सकती है। इसमें कई उन्नत टेक्नोलॉजी को डेवलप करने के अलावा स्पेसक्राफ्ट को भी बनाने का खर्च शामिल है।

इसके अलावा इसरो चीफ सोमनाथ ने यह भी बताया कि इस मिशन को 36 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पूरे मिशन में ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी टेक्निक का इस्तेमाल किया जाएगा।

Cabinet approves chandrayaan-4 and venus mission

वीनस मिशन भी जल्द शुरू होगा

भारत के वैज्ञानिकों की नजरें शुक्र ग्रह पर भी हैं। मंगल मिशन के बाद वे शुक्र पर भी स्पेसक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि वीनस ऑर्बिटर मिशन को 2028 में शुरू किया जाना है। इसके लिए तकरीबन 1200 करोड़ रूपये का बजट निर्धारित किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य शुक्र ग्रह की सतह के अलावा उसके वायुमंडल के बारे में जानकारी इकठ्ठा करना है।

बनेगा भारतीय स्पेस स्टेशन

कैबिनेट की मीटिंग में भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण को भी मंजूरी मिली है। इसरो के मुताबिक वर्ष 2035 तक भारत का स्पेस स्टेशन बन कर तैयार हो जाएगा। इससे रिसर्च करने और अंतरिक्ष को समझने में भारत को मदद मिलेगी।

जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक पूरी दुनिया के सिर्फ दो ही देश स्पेस स्टेशन बना पाए हैं। इनमें एक अमेरिका है तो दूसरा चीन। दोनों ही देश इन स्पेस स्टेशनों के माध्यम से अंतरिक्ष के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं और नए नए मिशन को लॉन्च कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने इसरो के इस प्रोजेक्ट पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इसरो के इन प्रोजेक्ट्स से भारत एक आत्मनिर्भर अंतरिक्ष स्टेशन और मानवसहित मिशन को पूरा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा रहा है।


Image: Twitter

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