Bloating And Shortness Of Breath: ब्लोटिंग एक आम समस्या है जिसमें पेट में गैस जमा हो जाती है, जिससे पेट फूल जाता है और असहज महसूस होता है। इसके कारण पेट में दर्द, ऐंठन, भारीपन और पाचन समस्याएं हो सकती हैं। ब्लोटिंग के कारण सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है, क्योंकि पेट में गैस जमा होने से डायाफ्राम और फेफड़ों पर दबाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं ब्लोटिंग के कारण, लक्षण और इसके प्रभावों के बारे में।
Bloating And Shortness Of Breath: ब्लोटिंग क्या हैं ?
Bloating एक आम समस्या है जिसमें पेट में गैस जमा हो जाती है, जिससे पेट फूल जाता है और असहज महसूस होता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि गैस जमा होना, पाचन समस्याएं, खाद्य पदार्थ और हार्मोनल परिवर्तन। ब्लोटिंग के लक्षणों में पेट फूलना, सांस लेने में दिक्कत, पेट दर्द और गैस शामिल हो सकते हैं। ब्लोटिंग का इलाज जीवनशैली में बदलाव, दवाएं और आहार में बदलाव के माध्यम से किया जा सकता है। नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और तनाव प्रबंधन ब्लोटिंग को कम कर सकते हैं।
ब्लोटिंग की समस्या कई कारणों से हो सकती हैं
– गैस जमा होना: जब हम खाना खाते हैं, तो हमारे शरीर में गैस जमा हो सकती है, जो पेट में जमा हो जाती है और ब्लोटिंग का कारण बनती है। यह गैस कई स्रोतों से आ सकती है, जैसे कि:
– खाद्य पदार्थ: कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कि बीन्स, ब्रोकली, और गोभी गैस बनाने वाले बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
– पाचन समस्याएं: पाचन समस्याएं जैसे कि लैक्टोज असहिष्णुता या फ्रुक्टोज असहिष्णुता गैस जमा होने का कारण बन सकती हैं।
– पाचन समस्याएं: पाचन समस्याएं जैसे कि इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस), क्रोहन रोग, और अल्सरेटिव कोलाइटिस ब्लोटिंग का कारण बन सकती हैं। ये समस्याएं पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती हैं और गैस जमा होने का कारण बन सकती हैं।
– खाद्य पदार्थ: कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कि बीन्स, ब्रोकली, और गोभी ब्लोटिंग का कारण बन सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ गैस बनाने वाले बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
– हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोनल परिवर्तन जैसे कि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) ब्लोटिंग का कारण बन सकते हैं। हार्मोनल परिवर्तन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं और गैस जमा होने का कारण बन सकते हैं।
ब्लोटिंग में सांस लेने में दिक्कत क्यों होती है?
Bloating में सांस लेने में दिक्कत होने के कई कारण हो सकते हैं:
पेट का दबाव: जब पेट में गैस जमा होती है, तो यह पेट के आसपास के अंगों पर दबाव डाल सकती है, जैसे कि डायाफ्राम और फेफड़े। यह दबाव सांस लेने में दिक्कत का कारण बन सकता है।
डायाफ्राम का दबाव: डायाफ्राम एक मांसपेशी है जो सांस लेने में मदद करती है। जब पेट में गैस जमा होती है, तो यह डायाफ्राम पर दबाव डाल सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
फेफड़ों का दबाव: जब पेट में गैस जमा होती है, तो यह फेफड़ों पर दबाव डाल सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
ब्लोटिंग के लक्षण
Bloating के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि:
– पेट फूलना: पेट में गैस जमा होने से पेट फूल सकता है।
– सांस लेने में दिक्कत: पेट में गैस जमा होने से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
– पेट दर्द: पेट में गैस जमा होने से पेट दर्द हो सकता है।
– गैस और कब्ज: ब्लोटिंग के कारण गैस और कब्ज हो सकते हैं।
Bloating का इलाज
Bloating का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि:
-जीवनशैली में बदलाव: जीवनशैली में बदलाव जैसे कि नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, और तनाव प्रबंधन ब्लोटिंग को कम कर सकते हैं।
– दवाएं: दवाएं जैसे कि एंटासिड और गैस रिलीवर ब्लोटिंग के लक्षणों को कम कर सकती हैं।
– आहार में बदलाव: आहार में बदलाव जैसे कि गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से बचना ब्लोटिंग को कम कर सकता है।
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