Axiom-4 Mission Postponed- अमेरिकी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भारत के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला को लेकर जाने वाले मिशन को टाल दिया गया है। SpaceX और नासा की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार रॉकेट में कुछ तकनीकी खराबी की वजह से यह एक्जिओम मिशन चौथी बार रोका गया है।
Axiom-4 Mission Postponed- लीकेज की वजह से टला Axiom मिशन
पहले भी टाला गया था मिशन
SpaceX के वैज्ञानिकों के अनुसार इससे पहले भी इस एक्जिओम मिशन को नहीं लॉन्च किया जा सका था। इसके पीछे उन्होंने रॉकेट के LOX यानी लिक्विड ऑक्सीजन की लीकेज को मुख्य कारण बताया है।
साइंटिस्ट के मुताबिक किसी भी रॉकेट में इस तरह का लीकेज काफी खतरनाक होता है। यह कई बार अंतरिक्ष हादसों की बड़ी वजह भी बन सकता है। 11 जून का दिन भारत के लिए बेहद खास होने वाला था, लेकिन SpaceX के रॉकेट में खराबी की वजह से अब यह मिशन पोस्टपोन कर दिया गया है।
क्या है LOX
जिस लिक्विड ऑक्सीजन की वजह से मिशन को पोस्टपोन किया गया है, आइए उसके बारे में जानते हैं। LOX एक तरह का लिक्विड फ्यूल होता है। यह रॉकेट लॉन्च के समय ईंधन के साथ जलकर बहुत ज्यादा एनर्जी पैदा करता है। इसकी वजह से ही कोई भी रॉकेट तेजी से ऊपर उठता है।
आजकल हर रॉकेट के लॉन्च होने के समय हाइड्रोजन या अन्य ईंधन के साथ LOX का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लीक होने के कई कारण होते हैं। इनके लीक होने से रॉकेट के हवा में ही ब्लास्ट करने का भी खतरा रहता है। इसीलिए Axiom मिशन को टाला गया है।
Axiom–4 मिशन क्यों हैं जरूरी
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— The Edge: News & Beyond (@TheEdgeNewsIn) June 11, 2025
अमेरिका की कई स्पेस एजेंसी द्वारा कुछ प्राइवेट अंतरिक्ष मिशन भी चलाए जाते हैं। इनमें नासा के साथ Axiom Space और SpaceX जैसी कंपनियां एक साथ काम करती हैं। इन मिशनों में कई एस्ट्रोनॉट International Space Station पर जाते हैं।
इनका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में रिसर्च करना और वहां से कई महत्वपूर्ण जानकारियां पृथ्वी तक लाना होता है। इन जानकारियों की मदद से बड़े स्पेस मिशन की शुरुआत की जाती है।
दूसरे भारतीय एस्ट्रोनॉट हैं शुभांशु शुक्ला
he carries the dreams of a billion hearts💙❤️
Sky’s No Limit! 🚀
SKAT wishes Gp Capt #ShubhanshuShukla a stellar journey to space! 🌠From defending our skies to exploring the cosmos,he carries dreams of a billion hearts. @IAF_MCC @DefencePRO_Guj @isro @NASA
VC @Suryakiran_IAF pic.twitter.com/NrDNSO9444— BEENA R KHEMANI(ARMY DAUGHTER)🇮🇳 (@BeenaKhemani) June 11, 2025
भारत की तरफ से अंतरिक्ष में जाने वाले शुभांशु दूसरे एस्ट्रोनॉट बनने वाले थे। इससे पहले राकेश शर्मा भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। शुभांशु शुक्ला के साथ तीन और अंतरिक्षयात्री ISS में जाने वाले थे।
सभी का मिशन पिछले महीने की 29 मई को ही शुरू होना था, लेकिन रॉकेट में बार बार खराबी आने की वजह से मिशन को पहले 8 जून तक टाला गया। अब इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।
नासा और SpaceX अब बाद में मिशन के डेट की अनाउंसमेंट करेंगे। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला ने अपनी स्कूली पढ़ाई यहीं के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पूरी की है।
इंडियन एयरफोर्स के प्रति अपने जुनून के कारण ही उन्होंने NDA की परीक्षा पास की। जिसके बाद उन्होंने कई सालों तक भारतीय वायुसेना में सेवा भी दी। रिपोर्ट के मुताबिक शुभांशु शुक्ला को इंडियन एयरफोर्स में सुखोई, मिग–21, मिग–29, हॉक और जगुआर जैसे फाइटर प्लेन उड़ाने का भी अच्छा अनुभव है।
इसरो भी कर रहा है मदद
अमेरिका के Axiom मिशन में इसरो भी मदद कर रहा है। सभी अंतरिक्षयात्रियों को स्पेस में भेजने के लिए भारत और अमेरिका के साइंटिस्ट एक दूसरे से लगातार संपर्क में हैं। भारत के कई साइंटिस्ट रॉकेट में आई खराबी को दूर करने के लिए अमेरिका पहुंच चुके हैं।
SpaceX, नासा और इसरो के वैज्ञानिकों की पूरी टीम लीकेज को दूर करने में लगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही LOX लीकेज को दूर करके सभी एस्ट्रोनॉट को ISS पर रवाना कर दिया जाएगा।
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