Assam Earthquake Latest Updates: असम रविवार शाम अचानक धरती के तेज झटकों से दहल उठा। रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र असम के उदलगुरी जिले में था।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप शाम करीब 4 बजकर 41 मिनट पर आया और इसकी गहराई लगभग 5 किलोमीटर दर्ज की गई।
Assam Earthquake Latest Updates: राजधानी गुवाहाटी और पड़ोसी राज्यों में महसूस हुए झटके
भूकंप के तेज झटके राजधानी गुवाहाटी समेत राज्य के कई हिस्सों में महसूस किए गए। घरों और दफ्तरों में बैठे लोग अचानक बाहर निकल आए। न केवल Assam बल्कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल, खासकर सिलीगुड़ी और कोलकाता में भी झटके स्पष्ट रूप से महसूस किए गए। यहां तक कि भूटान के कई इलाकों से भी धरती के हिलने की खबरें आईं।
Four earthquakes(भूकंप, भूकम्प)struck Assam, India today: largest was magnitude 5.5 (depth 29 km) near 26.607N, 92.196E; aftershocks of 3.1, 2.9, 2.7 followed.
Tremors reported in Guwahati, Tezpur, Dhubri, Bangladesh.#Sismo #earthquake https://t.co/eZNwYuXMZM pic.twitter.com/8oStdBsZAe
— GeoTechWar (@geotechwar) September 14, 2025
सौभाग्य से इस भूकंप से अब तक किसी तरह के बड़े नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। न ही किसी के घायल होने की पुष्टि हुई है। हालांकि लोगों में डर का माहौल जरूर देखा गया। कई जगहों पर लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि अभी तक किसी गंभीर क्षति की रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन सतर्कता पूरी तरह बरती जा रही है।
असम और पूर्वोत्तर का भूकंपीय खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि असम और पूर्वोत्तर भारत भूकंपीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील इलाका है। यह क्षेत्र सीस्मिक ज़ोन-5 में आता है, जिसे सबसे अधिक भूकंप-प्रवण क्षेत्र माना जाता है। इससे पहले भी असम और उसके पड़ोसी राज्यों में कई बार भूकंप के झटके आ चुके हैं। 1950 में आए असम भूकंप को भारत के सबसे विनाशकारी भूकंपों में गिना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस इलाके में टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल अक्सर धरती को हिलाती रहती है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
Assam Earthquake के तुरंत बाद असम सरकार और जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गए। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि वे लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। गुवाहाटी और आसपास के अस्पतालों को भी किसी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने भी राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
लोगों में दहशत, लेकिन जागरूकता जरूरी
भूकंप के झटकों के बाद लोगों में दहशत का माहौल था। कई लोग सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा करते नजर आए। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप आने पर सबसे जरूरी है सतर्कता और जागरूकता।
🚨Breaking: In a terrifying turn of events, a 5.9 magnitude on the richer scale earthquake jolted the Northeast today, striking several districts of Assam amid heavy rainfall, shaking homes and sending residents rushing outdoors.
Following the event which was felt for multiple… pic.twitter.com/J1dYgCYUBx
— The Truth India (@thetruthin) September 14, 2025
ऐसे हालात में लोगों को ऊंची इमारतों या घरों से तुरंत बाहर खुले मैदान में जाना चाहिए। लिफ्ट का उपयोग न करने और सुरक्षित स्थान पर ठहरने की सलाह दी जाती है।
आफ्टरशॉक्स का खतरा
भूकंप विज्ञानियों ने आगाह किया है कि इस भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स यानी हल्के झटके आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें।
असम का यह भूकंप एक बार फिर यह याद दिलाता है कि पूर्वोत्तर भारत प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। हालांकि इस बार किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई, लेकिन इस तरह की घटनाएं चेतावनी देती हैं कि हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। लोगों में जागरूकता और सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया ही ऐसी आपदाओं से बचाव का सबसे बड़ा हथियार हो सकता है।
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