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Adani Power Stock Split:अडानी पावर का स्टॉक स्प्लिट लागू, निवेशकों को मिला बड़ा फायदा

Adani Power Stock Split:अडानी पावर का स्टॉक स्प्लिट लागू, निवेशकों को मिला बड़ा फायदा

Adani Power Stock Split

Adani Power Stock Split: देश की सबसे बड़ी निजी बिजली उत्पादक कंपनियों में से एक अडानी पावर लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों को तोहफा देते हुए हाल ही में स्टॉक स्प्लिट लागू किया है।

Adani power stock split

इस कदम के बाद निवेशकों के बीच काफी हलचल और उत्साह देखा जा रहा है। कंपनी ने यह कदम खासतौर पर छोटे निवेशकों को आकर्षित करने और बाज़ार में तरलता (Liquidity) बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया है।

Adani Power Stock Split: स्टॉक स्प्लिट क्या होता है?

स्टॉक स्प्लिट एक कॉरपोरेट ऐक्शन है जिसमें कंपनी अपने शेयर को छोटे हिस्सों में बाँट देती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी कंपनी का शेयर ₹10 फेस वैल्यू का है और उसे 1:5 अनुपात में स्प्लिट किया जाता है, तो हर एक शेयर पाँच हिस्सों में बंट जाएगा और उसका नया फेस वैल्यू ₹2 हो जाएगा। इससे निवेशक के पास शेयरों की संख्या तो बढ़ जाती है, लेकिन उसके कुल निवेश का मूल्य वही रहता है।

अडानी पावर का बड़ा फैसला

Adani Power ने अगस्त 2025 में अपने बोर्ड मीटिंग में 1:5 अनुपात में स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी दी थी। इसका मतलब है कि कंपनी के हर एक ₹10 फेस वैल्यू वाले शेयर को पाँच हिस्सों में बांटा गया और अब इनका नया फेस वैल्यू ₹2 है।

कंपनी ने इसके लिए 22 सितंबर 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की थी। इस तारीख तक जिन निवेशकों के पास अडानी पावर के शेयर थे, वे इस फैसले का फायदा पाने के हकदार बने।

शेयर की कीमत पर असर

स्प्लिट से पहले Adani Power Stock का शेयर बाज़ार में लगभग ₹700–₹716 के दायरे में कारोबार कर रहा था। लेकिन जैसे ही स्टॉक स्प्लिट लागू हुआ, इसकी कीमत घटकर लगभग ₹140–₹150 पर आ गई। यह गिरावट केवल तकनीकी है, क्योंकि शेयर छोटे हिस्सों में बंट गए हैं। निवेशकों का कुल मूल्य या पोर्टफोलियो वैल्यू बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ।

शुरुआत में कई निवेशकों को कीमत घटने से भ्रम हुआ, लेकिन विशेषज्ञों ने साफ किया कि इसमें किसी भी प्रकार का असली नुकसान नहीं है। उल्टा, बाज़ार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और शेयर में 20% तक की तेजी देखने को मिली।

क्यों किया गया स्टॉक स्प्लिट?

Adani Power ने यह कदम छोटे निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से उठाया है। जब किसी कंपनी का शेयर बहुत महंगा हो जाता है तो खुदरा निवेशकों के लिए उसे खरीदना कठिन हो जाता है। लेकिन स्प्लिट के बाद कीमत कम दिखने लगती है और छोटे निवेशक भी उसमें आसानी से निवेश कर सकते हैं।

इसके अलावा, शेयरों की संख्या बढ़ने से बाज़ार में तरलता आती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी इजाफा होता है। इससे कंपनी की बाज़ार में पकड़ और मजबूत होती है।

निवेशकों को क्या फायदा होगा?

  • छोटे निवेशकों के लिए अब अडानी पावर के शेयर आसानी से सुलभ हो गए हैं।

  • बाज़ार में शेयरों की तरलता बढ़ेगी, जिससे खरीद-बिक्री आसान होगी।

  • लंबी अवधि में कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है।

  • कंपनी की मार्केट इमेज और निवेशक आधार (Investor Base) दोनों को फायदा होगा।

मार्केट की प्रतिक्रिया

Adani Power Stock लागू होने के बाद अडानी पावर के शेयर ने बाज़ार में जोरदार हलचल मचाई। शुरुआती गिरावट के बाद शेयर तेज़ी से ऊपर गया और ऊपरी सर्किट तक पहुंच गया। विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम कंपनी के लिए लंबी अवधि में सकारात्मक साबित होगा और निवेशकों का भरोसा और मजबूत होगा।

Adani Power Stock स्प्लिट सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं बल्कि निवेशकों के लिए बड़ा अवसर है। इससे छोटे निवेशकों को कम कीमत पर शेयर खरीदने का मौका मिलेगा और कंपनी को भी अपने निवेशक आधार को बढ़ाने का लाभ मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में इस फैसले से अडानी पावर के शेयर में तरलता और भागीदारी बढ़ेगी, जिससे कंपनी के विकास के नए रास्ते खुलेंगे।

Image: Twitter

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