Actress B Saroja Devi Passed Away: भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग की मशहूर अभिनेत्री बी. सरोजा देवी का मंगलवार, 14 जुलाई 2025 को निधन हो गया। 87 वर्षीय सरोजा देवी पिछले कुछ समय से बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रही थीं। उन्होंने बेंगलुरु स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री, खासतौर पर दक्षिण भारतीय सिनेमा में शोक की लहर दौड़ गई है।
Actress B Saroja Devi Passed Away: अभिनेत्री बी. सरोजा देवी का सात दशकों का गौरवशाली करियर।
B Saroja Devi का फिल्मी करियर सात दशकों तक फैला रहा। उन्होंने कन्नड़, तमिल, तेलुगु और हिंदी भाषा की 200 से भी अधिक फिल्मों में अभिनय किया। वह 1950 और 1960 के दशक की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्हें ‘अभिनय सरस्वती’ की उपाधि भी दी गई थी।
Unbelievably Talented Icon..
B Saroja Devi Garu Is No More☹️
She Lit Up The Silver Screens With An Ethereal Internal Glow In The Golden Era Of B&W Cinema!
So Popular That She Worked Triple Shifts In 1960s
Unforgettable !🙏#PadmaShri #PadmaBhushan #bsarojadevi
With #ANR Garu ! pic.twitter.com/fsOvc7DEx0— Ram Prasad (@ramvee) July 14, 2025
B Saroja Devi की पहली फिल्म 1955 में आई ‘महाकवि कालिदास’ थी, जो कन्नड़ भाषा की फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने 1958 में तमिल सुपरहिट फिल्म ‘नादोड़ी मन्नन’ में काम किया, जिसमें उनके साथ एम. जी. रामचंद्रन (एमजीआर) थे। इस फिल्म से उनकी लोकप्रियता चरम पर पहुंच गई।
हिंदी फिल्मों में भी दिखाया जलवा
B Saroja Devi ने दक्षिण भारत में अपनी मजबूत पहचान बनाने के बाद हिंदी सिनेमा में भी काम किया। उन्होंने दिलीप कुमार के साथ ‘पैगाम’ (1959) जैसी हिट फिल्म की, जो उस समय की बड़ी व्यावसायिक सफलताओं में शामिल रही। इसके बाद ‘हम सब चोर हैं’, ‘घराना’, ‘झांसी की रानी’ जैसी फिल्मों से भी उन्होंने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
पुरस्कार और सम्मान
उनके बेहतरीन अभिनय और योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें कई राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा:
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पद्मश्री (1969)
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पद्म भूषण (1992)
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कालीममणि पुरस्कार (तमिलनाडु सरकार)
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राज्योत्सव पुरस्कार (कर्नाटक सरकार)
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बैंगलोर विश्वविद्यालय से मानद डॉक्टरेट
अंतिम समय और पारिवारिक शोक
सरोजा देवी के परिवार में उनकी बेटी और पोते-पोतियाँ हैं। उनके पति श्री हरेन्द्र कुमार का निधन 1986 में हो गया था। अपने अंतिम वर्षों में वे सार्वजनिक जीवन से काफी हद तक दूर रहीं लेकिन भारतीय सिनेमा से उनका जुड़ाव बना रहा।
Leader of the Opposition in the Legislative Assembly R. Ashoka pays his last respects to veteran actress B. Saroja Devi at her Malleswaram residence.#RIPSarojaDevi #Bangalore #IndianCinema #RIP pic.twitter.com/xcFsxU3Ygq
— Madhuri Adnal (@madhuriadnal) July 14, 2025
उनके निधन के बाद कई फिल्मी हस्तियों और नेताओं ने सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त किया। सुपरस्टार रजनीकांत, अभिनेत्री खुशबू सुंदर और साउथ फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नामों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Saddened by the passing of the noted film personality, B. Saroja Devi Ji. She will be remembered as an exemplary icon of Indian cinema and culture. Her diverse performances left an indelible mark across generations. Her works, spanning different languages and covering diverse…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 14, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें “भारतीय सिनेमा की गौरवशाली पहचान” बताते हुए उनके निधन पर शोक जताया।
बी. सरोजा देवी का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा
B Saroja Devi का जीवन सादगी, मेहनत और प्रतिभा का प्रतीक रहा। उन्होंने जिस शालीनता और आत्मविश्वास के साथ हर भाषा में काम किया, वह आज भी लाखों कलाकारों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने एक ऐसे युग में फिल्में कीं जब महिला कलाकारों के लिए सीमाएं थीं, लेकिन सरोजा देवी ने उन सीमाओं को पार कर नई मिसालें कायम कीं।
बी. सरोजा देवी का जाना भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने सिर्फ फिल्मों में अभिनय नहीं किया, बल्कि एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया कि किस तरह कला को गरिमा और संस्कृति के साथ जोड़ा जा सकता है। उनका योगदान इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा।
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