Titanic Facts In Hindi: 15 अप्रैल 1912 के दिन जब अचानक दुनिया का सबसे विशाल जहाज डूब गया, तब संसार इस घटना से स्तब्ध रह गया। टाइटेनिक दुर्घटना दुनिया की सबसे बड़ी शांति कालीन दुर्घटनाओं में से एक थी जहां बिना किसी युद्ध के हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई। आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम टाइटेनिक के बारे में कुछ ऐसे रहस्य के बारे में बात करेंगे जो शायद आपको हैरानी में डाल देंगे।
Titanic Facts In Hindi: दुनिया के सबसे विशाल जहाज के कुछ रहस्य
1. टाइटैनिक की पहली यात्रा
2. दो हिस्सों में टूटना
टाइटेनिक दुर्घटना की खबर छापने वाले शुरुआती न्यूज-पेपर्स ने यह गलत जानकारी दी कि हादसे में किसी की भी जान नहीं गई है, सभी को बचा लिया गया है। टाइटैनिक के डूबने के 2 दिन बाद से ही जानकारियां सामने आना शुरू हुई कि कितने लोगों की जान गई और कितनों को बचा लिया गया है।
टाइटैनिक डूबने के कई सालों बाद तक, आमतौर पर यह माना जाता था कि शुरूआत में पूरा जहाज पूरी तरह से पानी में डूब गया था। लेकिन जब कई साल बाद टाइटैनिक का मलबा मिला तो उसकी छानबीन से पता चला कि डूबने से पहले टाइटेनिक बीच में से दो हिस्सों में टूट गया था। टाइटेनिक उस जमाने में मानव द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा मूवेबल ऑब्जेक्ट था।
3. टेंपरेचर का फ्रीजिंग पॉइंट से भी कम होना
टाइटैनिक डूबने के बाद जब सभी बचे हुए पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स समुद्र में डूब गए तो उस वक्त पानी का टेंपरेचर – 2 डिग्री सेल्सियस था यानी फ्रीजिंग पॉइंट से भी कम। अचानक से इतनी ठंडे पानी में उतरने पर कार्डियक अरेस्ट और कोल्ड इन कैपेसिटेंस के वजह से इंसान की पानी में मौत हो जाती है।
यही मुख्य वजह थी कि यात्रियों की 15 से 30 मिनट के भीतर ही मौत हो गई। समंदर में किसी तरह तैर रहे केवल पांच लोगों को ही नाव के जरिए बचा पाया गया था।
4. मुख्य बेकर का तैरना
Charles Joughin नाम का व्यक्ति जो कि जहाज के मुख्य बेकर थे, वो फ्रीजिंग वाटर में तकरीबन 2 घंटे तक तैरते रहे। जब तक कि उन्हें बचा नहीं लिया गया। बचने के बाद उन्होंने बताया की पानी में उनको ज्यादा ठंड महसूस नहीं हो रही थी और इसके लिए उन्होंने अपनी व्हिस्की को धन्यवाद किया था। दरअसल डूबने से पहले उन्होंने काफी मात्रा में व्हिस्की का सेवन कर लिया था।
5. हिमखंड का नजर न आना
टाइटेनिक से हिमखंड का नजर आने के 37 सेकंड के अंदर टाइटेनिक उससे टकराया और 37 सेकंड के अंदर जहाज को बाएं तरफ मोड़ने की कोशिश की गई थी और उसे मोड़ भी दिया गया था। लेकिन यह इस भयंकर टकराव से बचने के लिए काफी नहीं था। यह भी कहा जाता है कि अगर 30 सेकंड और पहले आइसबर्ग नजर आ गया होता तो हादसे को टाला जा सकता था।
6. टाइटैनिक की खोज
जब टाइटैनिक डूबा तो उस वक्त उस पर 2,224 यात्री और क्रू मेंबर्स थे और उनमें से केवल 710 लोगों को ही बचाया जा सका। इस दुर्घटना में करीब 1514 लोगों ने अपनी जान गंवाई। उनमें से सिर्फ 340 लोगों के ही शव मिले और बचे हुए लोगों को ढूंढा नहीं जा सका। टाइटेनिक के डूबने के कुछ ही समय बाद उसकी खोज शुरू हो गई थी लेकिन जहाज का मलबा मिलने में 73 साल लग गए 1985 में समंदर के सतह से 12,500 फीट नीचे टाइटेनिक के मलबे पाए गए।
7. टाइटैनिक को बनाने में खर्च
Titanic Facts In Hindi: उस जमाने में टाइटैनिक जहाज 7.5 मिलियन US डॉलर की लागत से बना था। अगर आज टाइटेनिक जैसा जहाज बनाया जाए तो लगभग 200 मिलियन यूएस डॉलर के करीब धनराशि खर्च होगी। जैसा कि हमने बताया कि टाइटैनिक को बनाने में करीब 200 मिलियन यूएस डॉलर लगेंगे, तो 1997 में जेम्सकैमरून की जो टाइटेनिक मूवी आई थी, उसमें कुल 2.2 बिलियन उस डॉलर की कमाई की थी। इतने पैसे 11 नए टाइटेनिक जहाज बनाने के लिए काफी है।
Image Source: Wikipedia & Unsplash
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