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दार्जिलिंग में भारी बारिश के बाद भूस्खलन, मृतकों और लापता लोगों की संख्या बढ़ी!

दार्जिलिंग में भारी बारिश के बाद भूस्खलन, मृतकों और लापता लोगों की संख्या बढ़ी!

Darjeeling Landslide Latest Updates

Darjeeling Landslide Latest Updates: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिल स्टेशन और आसपास के इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। लगातार हो रही बारिश की वजह से पहाड़ी इलाके में ज़मीन कमजोर हो गई और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ, जिससे मकान, सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।

Darjeeling Landslide Latest Updates: भूस्खलन और बारिश का कारण

मौसम विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग और कालिमपोंग जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार हुई भारी बारिश के कारण ज़मीन में नमी बढ़ गई और कई क्षेत्रों में भूस्खलन की स्थिति बन गई। विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में वर्षा के दौरान ज़मीन का स्थायित्व कम हो जाता है और बड़ी संख्या में भू-स्खलन की घटनाएँ घटती हैं।

हानि और प्रभावित क्षेत्र

दार्जिलिंग और उसके आसपास के इलाकों में मीरिक, सुखियापोखरी, सर्साली और जसबीरगांव सहित कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं। कई मकान धराशायी हुए हैं और सड़कें टूट गई हैं। बछलसन नदी पर स्थित लोहे का पुल (Dhudia Bridge) भारी बारिश के कारण गिर गया, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।

इस घटना में अब तक लगभग 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई लोग लापता हैं। प्रशासन का कहना है कि खोज और बचाव कार्य अभी जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

राहत और बचाव कार्य

NDRF, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अस्थायी आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं ताकि प्रभावित परिवार सुरक्षित रह सकें। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने घायल और प्रभावित लोगों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई है। कई मार्ग बंद होने और पुल टूटने की वजह से राहत सामग्री पहुँचाने में कठिनाई आ रही है।

सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की भी घोषणा की है। साथ ही प्रशासन ने जनता से अपील की है कि भारी बारिश के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से न जाएँ और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और वहां राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और राज्य सरकार को सभी आवश्यक मदद प्रदान करने का आदेश दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

सामाजिक संगठनों और स्थानीय समुदायों ने भी राहत कार्यों में हाथ बटाया। कई जगहों पर स्थानीय लोगों ने अपने घरों और गांवों के आसपास से मलबा हटाने और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में सक्रिय भूमिका निभाई।

चुनौतियाँ और भविष्य की संभावना

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का खतरा बरकरार रह सकता है। पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने से और भूस्खलन होने की संभावना है। प्रशासन ने सभी जिलों में सतर्कता बनाए रखने और आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने का निर्देश दिया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में लंबी अवधि के लिए स्थाई समाधान की आवश्यकता है। सड़क और पुल निर्माण में उचित इंजीनियरिंग, वन संरक्षण और भू-स्थिरता के उपाय किए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से कम नुकसान हो।

इमेज सोर्स: Twitter

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