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जानिए सुहागिन महिलाएं कब रखेंगी करवा चौथ का व्रत और पूजा का सही समय!

जानिए सुहागिन महिलाएं कब रखेंगी करवा चौथ का व्रत और पूजा का सही समय!

Karwa Chauth 2025 Date

Karwa Chauth 2025 Date: करवा चौथ हिंदू धर्म का एक प्रमुख व्रत है, जिसे मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और कल्याण के लिए निर्जला उपवास रखकर मनाती हैं। यह व्रत देश के विभिन्न हिस्सों में खासा श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। हर साल की तरह, 2025 में भी करवा चौथ का पर्व बड़े उत्साह और तैयारियों के साथ मनाया जाएगा।

Karwa Chauth 2025 Date: करवा चौथ 2025 की तारीख

Karwa chauth 2025 date

हिन्दू पंचांग के अनुसार करवा चौथ व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। 2025 में यह पर्व 10 अक्टूबर, शुक्रवार को पड़ रहा है। कभी-कभी लोग तारीख को लेकर भ्रमित हो जाते हैं कि यह 9 अक्टूबर है या 10 अक्टूबर। लेकिन पंडितों और प्रमाणिक पंचांगों के अनुसार 10 अक्टूबर को ही करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह दिन सुबह से शुरू होकर चांद की पूजा और दर्शन के साथ समाप्त होता है।

करवा चौथ व्रत का समय

करवा चौथ का व्रत सुबह सूर्योदय के समय से शुरू होता है और रात में चंद्रमा के दर्शन तक चलता है। 2025 में व्रत का प्रारंभ लगभग सुबह 06:12 बजे होगा और उपवास रात्रि 8:28 बजे चंद्र दर्शन के समय पूरा होगा। हालांकि, ध्यान रहे कि यह समय शहर के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है। इसलिए अपने स्थानीय पंचांग की जाँच करना आवश्यक है।

पूजा का शुभ मुहूर्त

करवा चौथ की पूजा का सबसे महत्वपूर्ण समय चंद्र दर्शन का होता है। 2025 में पूजा का शुभ मुहूर्त लगभग 5:57 PM से 7:11 PM के बीच रहेगा। इस समय में महिलाएँ अपने घर की सजाई हुई थाली लेकर दीपक, फूल, कलश, अक्षत और सिंदूर के साथ पूजा करती हैं। पूजा में करवा चौथ की कथा का वाचन और पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करना अनिवार्य माना जाता है। चंद्रमा दिखाई देने के साथ ही व्रती महिलाएँ उपवास खोलती हैं।

व्रत की तैयारी और परंपरा

करवा चौथ से पहले महिलाएँ सांझ (सर्गी) खाती हैं, जो उनकी सास या माँ द्वारा दी जाती है। इसमें हल्का भोजन, फल और पानी शामिल होता है, जिससे उपवास को बेहतर ढंग से निभाया जा सके। इसके अलावा पूजा की थाली में दीपक, फूल, मेवा, मिठाई और पानी रखना आवश्यक है। महिलाएँ पारंपरिक साड़ी या लहंगा पहनकर इस पर्व का उत्सव मनाती हैं।

स्वास्थ्य और सावधानी

करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है, इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। उपवास के दौरान तेज धूप में बाहर जाने से बचें और हल्की गतिविधियाँ ही करें। इसके अलावा, व्रत से पहले संतुलित भोजन और पानी लेने की सलाह दी जाती है, ताकि दिन भर ऊर्जा बनी रहे।

आधुनिक शैली और उत्सव

आजकल करवा चौथ का पर्व केवल पारंपरिक ही नहीं, बल्कि आधुनिक अंदाज में भी मनाया जा रहा है। महिलाएँ अपने दोस्तों और परिवार के साथ पूजा करती हैं, और सोशल मीडिया पर अपने उत्सव की तस्वीरें और रील्स शेयर करती हैं। बाजार में इस दिन की तैयारी के लिए सजावटी थालियाँ, मेहंदी, ज्वेलरी और फैशनेबल परिधान भी उपलब्ध रहते हैं।

करवा चौथ 2025 का पर्व 10 अक्टूबर को है और इसका मुख्य उद्देश्य पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखना और पूजा करना है। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 PM से 7:11 PM तक है और व्रत का समापन चंद्र दर्शन के साथ रात 8:28 बजे होगा। यह पर्व पारंपरिक भक्ति, प्रेम और उत्सव का प्रतीक है। हर साल की तरह इस बार भी महिलाएँ अपने परिवार और समाज के साथ मिलकर इसे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाएंगी।


FAQs

करवा चौथ 2025 कब है?

करवा चौथ 2025 में 10 अक्टूबर, शुक्रवार को है।

पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

शुभ मुहूर्त शाम 5:57 PM से 7:11 PM के बीच रहेगा।

व्रत का समय कब है?

सुबह 06:12 बजे से रात 8:28 बजे तक।

क्या उपवास निर्जला होता है?

हां, यह व्रत निर्जला होता है यानी ना खाना और ना पानी।

क्या सर्गी जरूरी है?

हां, सास या माँ द्वारा दिया गया सर्गी पारंपरिक रूप से शुभ माना जाता है।

इमेज सोर्स: iStock

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