Dadasaheb Phalke Award- भारतीय सिनेमा की दुनिया में कई पुरस्कार दिए जाते हैं, लेकिन जब बात Dadasaheb Phalke पुरस्कार की होती है तो यह हर कलाकार के लिए सपने जैसा होता है। यह सम्मान केवल एक उपलब्धि नहीं बल्कि जीवनभर के योगदान की पहचान माना जाता है।
इस बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को दिया जाएगा। इस घोषणा के बाद न सिर्फ केरल, बल्कि पूरे देशभर में उनके प्रशंसकों और सिनेमा प्रेमियों के बीच उत्साह की लहर दौड़ गई है।
Dadasaheb Phalke Award-पुरस्कार की घोषणा और समारोह
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि मोहनलाल को यह सम्मान 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा। यह भव्य समारोह 23 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होगा।
#WATCH | Legendary actor Mohanlal has been conferred with the prestigious Dadasaheb Phalke Award, the highest honour in Indian films. He dedicated the award to all those who shaped his journey — artists, directors, colleagues, and his family.#Mohanlal #DadasahebPhalkeAward… pic.twitter.com/iE3kE32oNZ
— The Federal (@TheFederal_News) September 21, 2025
इस दिन राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा मोहनलाल को Dadasaheb Phalke अवॉर्ड प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि यह सम्मान हर साल उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान दिया हो।
मोहनलाल का भावुक बयान
Dadasaheb Phalke पुरस्कार की घोषणा होते ही मोहनलाल ने भावुक होकर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो पहले उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। यह पल उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है।
उन्होंने इस पुरस्कार को केवल अपनी उपलब्धि नहीं बताया बल्कि पूरे मलयालम सिनेमा, अपने सहकर्मियों और लाखों-करोड़ों प्रशंसकों को समर्पित किया। मोहनलाल ने कहा कि उनके करियर में यह सम्मान सबसे बड़ी उपलब्धि है और उन्हें गर्व है कि वे भारतीय सिनेमा के इस सुनहरे इतिहास का हिस्सा बने।
प्रधानमंत्री मोदी और फिल्म जगत की प्रतिक्रियाएँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से मोहनलाल को बधाई दी और उन्हें भारतीय सिनेमा का “उत्कृष्टता और बहुमुखी प्रतिभा का प्रतीक” बताया। देशभर के फिल्म कलाकारों, निर्देशकों और निर्माताओं ने भी इस घोषणा पर खुशी जाहिर की है।
साउथ और बॉलीवुड दोनों इंडस्ट्रीज के बड़े सितारों ने मोहनलाल को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान सही मायनों में योग्य व्यक्ति को मिला है।
दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड में क्या मिलता है?
Dadasaheb Phalke पुरस्कार केवल नाम का नहीं बल्कि स्वरूप का भी बेहद खास है। इस सम्मान के साथ ₹15 लाख की नकद राशि, एक सम्मान पत्र और एक विशेष शॉल दिया जाता है।
यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने जीवनभर की मेहनत और योगदान से भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया हो।
मोहनलाल का फिल्मी सफर
मोहनलाल ने अपने करियर की शुरुआत 1978 में की थी। लगभग 47 वर्षों के सफर में उन्होंने 340 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी लोकप्रिय फिल्मों में भारतम, वानप्रस्थम, स्पडिक्कम, दृश्यम, दृश्यम 2, और पुलिमुरुगन जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
अभिनय के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्मफेयर पुरस्कार और राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। केंद्र सरकार पहले ही उन्हें पद्मश्री (2001) और पद्म भूषण (2019) से सम्मानित कर चुकी है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और गहराई से भरे अभिनय ने उन्हें दर्शकों के दिलों में एक अलग स्थान दिलाया है।
दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड का महत्व
Dadasaheb Phalke पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1969 में हुई थी और इसका नाम भारतीय सिनेमा के जनक कहे जाने वाले धुंडीराज गोविंद फाल्के (Dadasaheb Phalke) के नाम पर रखा गया है। यह सम्मान आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है और इसे भारतीय फिल्म जगत का सर्वोच्च पुरस्कार माना जाता है।
हर कलाकार का सपना होता है कि एक दिन वह इस सम्मान को हासिल करे, क्योंकि यह केवल किसी एक फिल्म या उपलब्धि के लिए नहीं बल्कि पूरे करियर और योगदान का सम्मान है। मोहनलाल को यह सम्मान मिलना केवल उनके व्यक्तिगत सफर की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पूरे मलयालम सिनेमा की प्रतिष्ठा को भी और ऊँचा करता है।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में उनका योगदान अमूल्य है और इस पुरस्कार से उनका नाम अब उन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
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