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Rozgar Mela 2025- प्रधानमंत्री ने डिजिटली बांटे 51 हजार नियुक्ति पत्र, बोले- युवाओं का कौशल ही देश का भविष्य

Rozgar Mela 2025- प्रधानमंत्री ने डिजिटली बांटे 51 हजार नियुक्ति पत्र, बोले- युवाओं का कौशल ही देश का भविष्य

Rozgar Mela 2025

Rozgar Mela 2025- देश में युवाओं को सरकारी नौकरियों से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘रोजगार मेला’ अभियान के अंतर्गत शनिवार को 16वें चरण का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के अलग-अलग स्थानों पर चयनित उम्मीदवारों को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र (जॉब लेटर) सौंपे।

यह अवसर सिर्फ नौकरी मिलने का नहीं, बल्कि देश के भविष्य के निर्माण में युवाओं की सक्रिय भागीदारी का भी प्रतीक है। पीएम मोदी ने इस दौरान ‘कौशल’ को भविष्य की सबसे बड़ी पूंजी बताया, जो आज के बदलते समय में अत्यंत प्रासंगिक है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं को बधाई दी और कहा कि उनका कौशल, देश के उज्ज्वल भविष्य की सबसे बड़ी पूंजी है।

Rozgar Mela 2025- प्रधानमंत्री ने डिजिटली बांटे 51 हजार नियुक्ति पत्र

पीएम ने जताया भरोसा

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि – “रोजगार मेले का यह 16वां आयोजन दर्शाता है कि सरकार युवाओं को नौकरी देने के अपने संकल्प पर तेजी से काम कर रही है। अब तक इस अभियान के तहत लगभग 9.73 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, यह देश के युवाओं में विश्वास और उम्मीद जगाने वाला कदम है।”

युवाओं के लिए सुनहरा अवसर

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि रोजगार मेले का उद्देश्य सिर्फ नियुक्ति पत्र देना नहीं है, बल्कि युवाओं को सरकारी प्रणाली का हिस्सा बनाकर देश के विकास में सहभागी बनाना है। उन्होंने कहा कि हर नियुक्ति पत्र, एक नई जिम्मेदारी है, जो देश के निर्माण में भूमिका निभाने का अवसर देता है।

उन्होंने बताया कि जिन विभागों में नियुक्तियां की जा रही हैं उनमें रेलवे, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजस्व, और अन्य केंद्रीय मंत्रालय शामिल हैं। इससे यह भी साफ होता है कि सरकारी तंत्र को मजबूत करने और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए भी यह अभियान कारगर साबित हो रहा है।

स्किल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम

Rozgar mela 2025

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने स्किल डेवलपमेंट पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा, “हमारा युवा सिर्फ नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला भी बन रहा है। स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों ने युवाओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।”

ट्रेनिंग और अपस्किलिंग पर भी जोर

नए जॉइन हुए कर्मचारियों को उनके मंत्रालयों द्वारा विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे सरकारी प्रक्रियाओं को बेहतर तरीके से समझ सकें और आम जनता को बेहतर सेवाएं दे सकें। इसके लिए केंद्र सरकार ‘आईजीओटी- कर्मयोगी’ प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन ट्रेनिंग की सुविधा भी उपलब्ध करा रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज का दौर तेजी से बदलती तकनीकों का है, ऐसे में कर्मचारियों को नियमित रूप से खुद को अपस्किल और रिस्किल करते रहना होगा। सरकार इस दिशा में उन्हें हरसंभव सहायता दे रही है।

कौशल को सुधारना लक्ष्य

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जिस बात पर सबसे अधिक जोर दिया, वह था कौशल विकास। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सिर्फ डिग्री पर्याप्त नहीं है, बल्कि कौशल ही युवाओं को रोजगार के बाजार में प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ाएगा। यह बात बिल्कुल सही है।


तेजी से बदलती तकनीक और वैश्विक अर्थव्यवस्था में, नए कौशलों को सीखना और उन्हें समय-समय पर अपडेट करना बेहद महत्वपूर्ण है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में हो रहे प्रयोग ने उद्योगों की प्रकृति को बदल दिया है।

ऐसे में, इन उभरते क्षेत्रों में कौशल प्राप्त युवा ही भविष्य के कार्यबल की रीढ़ होंगे। सरकार की विभिन्न कौशल विकास योजनाएं, जैसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY), इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुसार प्रशिक्षित कर रही हैं।

रोजगार मेलों का बढ़ता दायरा

यह 16वां रोजगार मेला है, और इन मेलों के माध्यम से अब तक 9.73 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि सरकार रोजगार सृजन को कितनी गंभीरता से ले रही है।

ये रोजगार मेले केवल नियुक्ति पत्र वितरण समारोह नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो युवाओं को सरकारी सेवा में शामिल होने का सीधा अवसर प्रदान करता है।

इन मेलों के माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों, जैसे भारतीय रेलवे, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सशस्त्र सीमा बल (SSB), दिल्ली पुलिस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCZ), और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) सहित अन्य में नियुक्तियां की जा रही हैं।

यह न केवल युवाओं को स्थिर करियर प्रदान करता है बल्कि विभिन्न सरकारी विभागों में मानव संसाधन की कमी को भी पूरा करता है, जिससे सरकारी कामकाज में भी गति आती है।

युवाओं का आत्मविश्वास है भारत की सबसे बड़ी ताकत

प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से कहा कि उनका आत्मविश्वास और मेहनत ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। उन्होंने कहा कि, “आज जो भी जॉब लेटर आपको मिला है, वह आपके परिश्रम और आपके सपनों की जीत है। अब यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप निष्ठा और ईमानदारी से देश की सेवा करें।”

विकसित भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ‘विकसित भारत’ के अपने दृष्टिकोण को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में हर क्षेत्र के युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।

चाहे वे सरकारी सेवाओं में हों, निजी क्षेत्र में काम कर रहे हों, या उद्यमी बन रहे हों, हर युवा का योगदान देश को आगे ले जाएगा। विकसित भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब देश का युवा सशक्त हो, शिक्षित हो और उसके पास पर्याप्त रोजगार के अवसर हों।

रोजगार मेले इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, जो युवाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद करते हैं और उन्हें देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।

भविष्य की संभावना और चुनौती

हालांकि रोजगार मेलों से बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिल रहा है, फिर भी भारत जैसे विशाल और युवा देश में रोजगार सृजन एक सतत चुनौती बनी हुई है। सरकार का ध्यान केवल सरकारी नौकरियों पर ही नहीं, बल्कि निजी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर पैदा करने पर होना चाहिए।

‘मेक इन इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘मुद्रा योजना’ जैसी पहलें इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जो बिज़नेस को बढ़ावा देकर अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार सृजन में सहायक हैं। इसके अलावा, शिक्षा प्रणाली में सुधार और उद्योगों की बदलती मांगों के अनुरूप पाठ्यक्रम को अपडेट करना भी आवश्यक है।

16वां रोजगार मेला भारत के युवाओं के लिए सिर्फ नौकरी पाने का मंच नहीं, बल्कि अपने सपनों को साकार करने का एक सशक्त माध्यम बन गया है। प्रधानमंत्री द्वारा युवाओं को दिए गए संदेश ने यह स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र सरकार न केवल रोजगार के अवसर बढ़ा रही है, बल्कि उन्हें प्रशिक्षित और सशक्त बनाकर एक आत्मनिर्भर राष्ट्र की ओर अग्रसर है।

अंततः, 16वां रोजगार मेला और इसमें 51,000 युवाओं को मिले नियुक्ति पत्र इस बात का प्रमाण हैं कि सरकार रोजगार सृजन को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रख रही है। प्रधानमंत्री का यह कथन कि “युवाओं का कौशल, भविष्य की सबसे बड़ी पूंजी” है, आज के दौर में बिल्कुल सटीक बैठता है।

यह समय है जब हमारे युवा केवल नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि कौशल से लैस होकर रोजगार पैदा करने वाले बनें और विकसित भारत के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाएं। यह पहल निश्चित रूप से देश के युवाओं में आशा और आत्मविश्वास जगाएगी, जिससे वे अपने भविष्य और देश के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए प्रेरित होंगे।

यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और लाखों युवाओं को रोजगार प्रदान करके भारत के विकास की रफ्तार को और तेज करेगा।


इमेज सोर्स: Twitter 

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