Malicious Crypto Wallet Apps- टेक्नोलॉजी के समय में क्रिप्टो करेंसी तेजी से पॉपुलर हो रही है। ऐसे में लोग कई क्रिप्टो प्लेटफॉर्म के जरिए अपने पैसे को इन्वेस्ट कर रहे हैं। इनमें से कुछ ही प्लेटफॉर्म और उनके ऐप्स को भारत सरकार ने मान्यता दी है।
पिछले कुछ महीनों के दौरान ही कई ऐसे ऐप्स बेहद पॉपुलर हुए हैं जिनको क्रिप्टो करेंसी के वॉलेट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से कई ऐप्स को लेकर साइबर सिक्योरिटी की टीम ने चेतावनी जारी की है।
Malicious Crypto Wallet Apps on Play Store- 20 से ज्यादा खतरनाक क्रिप्टो ऐप को तुरंत करें डिलीट
क्या है चेतावनी
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक गूगल के प्ले स्टोर पर मौजूद 20 से ज्यादा ऐसे ऐप्स हैं जिनके उपयोग से क्रिप्टो वॉलेट का डेटा चुराया जा सकता है। इसमें यूजर की इंफॉर्मेशन के अलावा उसकी क्रिप्टो करेंसी को भी ट्रांसफर करने की कोशिश की गई है।
मिलियन में डाउनलोड हो चुके इन ऐप्स से यूजर का लॉगिन क्रेडेंशियल तो चुराया जा सकता है, कुछ बार करेंसी ट्रांसफर की घटना भी रिपोर्ट की गई है।
तुरंत करें डिलीट
साइबर रिसर्च एंड इंटेलीजेंस लैब्स (CRIL) के एक्सपर्ट के मुताबिक प्ले स्टोर पर मौजूद 20 से ज्यादा ऐसे ऐप्स हैं जो गूगल की पॉलिसी को मानते हुए यूजर का डेटा चुरा रहे हैं। इन ऐप्स के माध्यम से लोग फिशिंग और स्कैम के शिकार हो रहे हैं।
साइबर एक्सपर्ट ने तुरंत ही इन ऐप्स को डिलीट करने को कहा है। साथ ही अपने स्मार्टफोन में किसी भी तरह की सेटिंग को बदलने को मना किया है। एक्सपर्ट के अनुसार ऐप्स को डिलीट करने के बाद सभी यूजर को अपनी डिवाइस और सभी ऐप्स को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लेना चाहिए।
कैसे काम करता है क्रिप्टो वॉलेट ऐप
क्रिप्टो वॉलेट ऐप्स अन्य ऐप्स की तुलना में काफी सिक्योर माने जाते हैं। ये एन्क्रिप्टेड टेक्नोलॉजी ब्लॉकचेन पर बने होते हैं। इसमें आपका डेटा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है, लेकिन अगर इनके कोड में थोड़ा बदलाव कर दिया जाय तो ये डेटा स्टोर करने लगते हैं।
क्रिप्टो वॉलेट ऐप इंस्टॉल करते ही आपको कई बार सिक्योरिटी पिन के साथ कुछ एन्क्रिप्टेड कोड भी डालना पड़ता है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बने इन ऐप्स को बिना इन एन्क्रिप्टेड कोड के एक्सेस करना मुश्किल होता है। इसीलिए ये सिक्योर माने जाते हैं।
जिन 20 से ज्यादा ऐप्स को लेकर साइबर एक्सपर्ट्स ने वार्निंग दी है, उनमें एक 12 डिजिट का रिकवरी कोड पूछा जा रहा है। एक बार आपने ये 12 डिजिट का रिकवरी कोड बता दिया तो ये ऐप्स आपके डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। आपका पर्सनल डेटा चुराया भी जा सकता है।
क्यों खतरनाक हैं ये ऐप्स
🚨Malicious crypto wallet apps on Google Play steal recovery phrases, risking users’ assets. #CryptoScam #GooglePlay #Smartphone #Finances
Delete these 22 apps immediately to protect your funds⤵️https://t.co/IYBE15fyaI
— Moneycontrol (@moneycontrolcom) June 8, 2025
दरअसल जब भी आप कोई ऐप अपने स्मार्टफोन में इंस्टाल करते हैं तो दिखने में वो सीधे प्ले स्टोर से इंस्टॉल हो जाता है। लेकिन कई तरह के कोड ऐप के इंस्टॉल होने के बाद भी बैकग्राउंड में रन होते रहते हैं। इनमें से कई कोड तो ऐसे होते हैं जिनके लिए इंटरनेट की भी जरूरत नहीं होती।
अगर आपका फोन ऑन है तो भी ये खतरनाक कोड बिना आपकी जानकारी के बैकग्राउंड में चलते रहते हैं और आपके जरूरी डेटा, फोटो, डॉक्यूमेंट आदि का बैकअप बना लेते हैं। फिर जैसे ही आप इंटरनेट से कनेक्ट होते हैं, ये ऐप्स इन बैकअप्स को सीधे सर्वर पर ट्रांसफर कर देते हैं और आपको पता भी नहीं चलता।
कौन कौन से हैं ये ऐप्स
साइबर एक्सपर्ट और रिसर्च टीम ने उन सभी ऐप्स की लिस्ट भी जारी की है जो खतरनाक हैं। ये ऐप्स गूगल की कई पॉलिसी को मान रहे हैं जिसके कारण प्ले स्टोर से इनको लगातार डाउनलोड किया जा रहा है। लेकिन वास्तव में ये काफी डेंजरस साबित हो सकते हैं।
इन ऐप्स में Suiet Wallet, SushiSwap, Raydium, HyperLiquid, BullX Crypto, Pancake Swap, Open Ocean Exchange, Meteora Exchange, Harvest Finance प्रमुख हैं। इसके अलावा साइबर एक्सपर्ट्स अन्य ऐप्स का पता भी लगा रहे हैं।
सीख कर करें इस्तेमाल
आज दुनिया भर में वर्चुअल करेंसी तेजी से ग्रो कर रही है। ऐसे में भारत भी पीछे नहीं है। पैसों को कई गुना करने के चक्कर में लोग पैसों को वर्चुअल क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट कर रहे हैं। ऐसे में जो लोग इन करेंसी के एल्गोरिथम को समझ कर इन्वेस्ट कर रहे हैं, उन्हें तो फायदा हो रहा है।
लेकिन दूसरों की देखा देखी और बिना समझे पैसे को इन्वेस्ट करके कई गुना करने के चक्कर में अधिकांश लोग स्कैम, फ्रॉड और फिशिंग का शिकार हो जा रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक भारत में अधिकतर युवा ऐसे स्कैम में तेजी से फंसते जा रहे हैं।
उन्हें पहले इन करेंसी के काम करने के तरीके को समझना होगा, उसके बाद ही इन्वेस्ट करना चाहिए। ठीक इसी तरह के कई स्कैम स्टॉक एक्सचेंज में भी देखने को मिल रहे हैं।
अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कर रहे हैं या करने का प्लान बना रहे हैं तो उन ऐप्स का ही इस्तेमाल करें जो भारत सरकार द्वारा अधिकृत हों। इसके साथ ही ऐप्स के डेवलपर्स को भी जरूर चेक करें। सिर्फ अधिक डाउनलोड या बढ़िया रिव्यू के कारण इन ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें।
इसके अलावा टू–फैक्टर, बायोमेट्रिक सेफ्टी और फेस रिकॉग्निशन को भी चेक करें। एक बार इन ऐप्स के आपने स्मार्टफोन में इंस्टाल होने के बाद ये आपका डेटा सर्वर पर भेजना शुरू कर देते हैं या एक बैकअप बना लेते हैं और आपको उसकी जानकारी भी नहीं हो पाती।
इमेज सोर्स: Freepik
दूर देखने में हो रही है समस्या, तो हो सकता है मायोपिया
ब्लॉगिंग को पैशन की तरह फॉलो करने वाले आशीष की टेक्नोलॉजी, बिज़नेस, लाइफस्टाइल, ट्रैवेल और ट्रेंडिंग पोस्ट लिखने में काफी दिलचस्पी है।