TheRapidKhabar

Pope Francis Passes Away At The Age Of 88- पोप फ्रांसिस का निधन, 88 वर्ष की आयु में वेटिकन में ली अंतिम सांस, दुनियाभर में शोक की लहर

Pope Francis Passes Away At The Age Of 88- पोप फ्रांसिस का निधन, 88 वर्ष की आयु में वेटिकन में ली अंतिम सांस, दुनियाभर में शोक की लहर

Pope Francis Passes Away At The Age Of 88

Pope Francis Passes Away At The Age Of 88-पूरी दुनिया को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु और दुनियाभर में करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र रहे पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह निधन (Pope Francis Passes Away) हो गया। 88 वर्ष की उम्र में उन्होंने वेटिकन सिटी स्थित अपने निवास “डोमस सैंक्ते मार्थे” में अंतिम सांस ली।

Pope francis passes away at the age of 88

Pope Francis Passes Away At The Age Of 88- पोप फ्रांसिस का निधन, 88 वर्ष की आयु में वेटिकन में ली अंतिम सांस!

पिछले कुछ महीनों से पोप फ्रांसिस का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा था। फरवरी 2025 में उन्हें डबल निमोनिया की शिकायत के बाद रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ वे करीब 38 दिनों तक इलाज के अधीन रहे। हालाँकि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी उनकी तबीयत पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई और वे कमजोर होते चले गए।

एक युग का अंत: विनम्रता और बदलाव के प्रतीक

पोप फ्रांसिस का वास्तविक नाम होर्गे मारियो बेर्गोलियो था। वे 2013 में पोप चुने गए थे और इतिहास में पहले लैटिन अमेरिकी तथा पहले जेसुइट पोप बने थे। उनका कार्यकाल कैथोलिक चर्च के लिए कई मायनों में परिवर्तनकारी रहा। उन्होंने चर्च को पारंपरिक कठोरता से निकालकर करुणा, समावेशिता और मानवता की ओर अग्रसर किया।

उनका मानना था कि चर्च को केवल नियमों और सख्ती का प्रतीक नहीं, बल्कि लोगों की पीड़ा को समझने वाला, उन्हें अपनाने वाला एक जीवंत मंच होना चाहिए। उन्होंने समलैंगिक समुदाय, प्रवासी, गरीब और हाशिए पर जी रहे वर्गों के लिए चर्च की भूमिका को पुनर्परिभाषित किया।

विश्व नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

Pope francis passes away at the age of 88

पोप फ्रांसिस के निधन (Pope Francis Passes Away) पर विश्वभर में शोक की लहर दौड़ गई है। अमेरिका, फ्रांस, इटली, अर्जेंटीना, भारत और कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट किया, “पोप फ्रांसिस एक सच्चे मानवतावादी थे। उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत रहेगा।”

भारत के प्रधानमंत्री ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि “उन्होंने विश्व शांति और सहिष्णुता के लिए जो योगदान दिया, उसे भुलाया नहीं जा सकता।”

Pope Francis के निधन के बाद की प्रक्रिया

पोप फ्रांसिस (Pope Francis) की मृत्यु के बाद वेटिकन ने औपचारिक रूप से ‘सेडे वैकांते’ (पोप का पद रिक्त होना) घोषित किया है। उनके पार्थिव शरीर को वेटिकन के सेंट पीटर्स बैसिलिका में आम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जहाँ हजारों श्रद्धालु उन्हें अंतिम विदाई देंगे।

इसके बाद कार्डिनल्स की एक विशेष बैठक (जिसे कॉन्क्लेव कहा जाता है) आयोजित की जाएगी, जिसमें नए पोप का चुनाव होगा। यह प्रक्रिया गोपनीय होती है और तब तक चलती है जब तक कि एक उम्मीदवार को दो-तिहाई से अधिक बहुमत नहीं मिल जाता।

पोप फ्रांसिस की विरासत अमर रहेगी

पोप फ्रांसिस (Pope Francis) का जीवन केवल एक धार्मिक पद तक सीमित नहीं था, वह एक विचारधारा थे — सेवा, दया और समानता का प्रतीक। उन्होंने अपने कार्यकाल में न केवल कैथोलिक समुदाय को बल्कि पूरे विश्व को यह संदेश दिया कि आस्था का मतलब दीवारें खड़ी करना नहीं, बल्कि पुल बनाना है। उनका जाना एक अध्याय के समाप्त होने जैसा है, लेकिन उनके विचार और कार्य सदैव जीवित रहेंगे।

Images- Twitter

कर्नाटक के पूर्व DGP ओम प्रकाश की हत्या की आशंका, शरीर पर मिले चाकू के निशान!

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now
Instagram Page Join Now

मनोरंजन

ऑटोमोबाइल