Signs And Symptoms Of Colon Cancer: आपने कई तरह के कैंसर के बारे में सुना होगा और उनके इलाज के बारे में भी लेकिन क्या आपने आंतों के कैंसर या कोलन कैंसर के बारे में सुना है आप जानते हैं कि ये कितना खतरनाक है अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे आंतों के कैंसर के बारे में इसके लक्षण क्या है इसकी वजह क्या है और इसका इलाज कैसे हो सकता है और इस से आप कैसे बच सकते हैं ।
Signs And Symptoms Of Colon Cancer: तेजी से बढ़ता हैं ये कोलन कैंसर
कोलोरेक्टल कैंसर जिसे कोलन कैंसर (Colon Cancer) भी कहा जाता है। यानी आंतों का कैंसर ये बड़ी आत या मलाशय में होता है। ये कैंसर तभी पूरी तरह ठीक हो सकता है जब तक ये सिर्फ आंतों में ही सीमित है। पहले ये बीमारी 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में देखी जाती थी।
लेकिन अब ये युवाओं में भी फैलने लगी है। अमेरिका में हुए एक रिसर्च में पाया गया है कि पिछले 20 साल में वहां के युवाओं में कोलोरेक्टल कैंसर यानी आंतों का कैंसर के मामले लगातार बढ़ते चले गए ये रिसर्च 2024 के डाइजेस्टिव डिजीज वीक में पेश किया जाएगा।
रिसर्च में पाया गया की 1999 से 2022 के बीच 10 से 14 साल के बच्चों में कोलोरेक्टल कैंसर की दर 500% से ज्यादा बढ़ी है 15 से 19 साल के किशोरों में 333 % और 20 से 24 साल भी युवाओं में 180% बढ़ी हैं
जाने कोलन कैंसर (Colon Cancer) होता कैसे हैं।
रिसर्च के अनुसार कोलन कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले कारकों में परिवार में सूजन की हिस्ट्री रोग या कोलोरेक्टल कैंसर का जो इतिहास है वो शामिल होगा। आपको ये होने के चांसेस ऐसे में बढ़ सकते हैं।
इसके अलावा मोटापा, धूम्रपान, शराब का सेवन कम फाइबर वाला खाना खाना या फिर ज्यादा नॉनवेज खाना इन चीजों की वजह से कोलोरेक्टल कैंसर के जो चांसेस है वो बढ़ जाते हैं। साथ ही परिवार की हिस्ट्री के वजह से भी कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता हैं।
Colon Cancer के लक्षण
- कोलोन कैंसर में स्टूल के साथ ब्लड आने या रेक्टम में ब्लीडिंग होने की प्रॉब्लम होती है इसलिए स्टूल के साथ ब्लड आए तो इसे इग्नोर ना करें।
- डाइट या एक्सरसाइज में बदलाव किए बगैर अचानक वजन घटने लगे तो ये कोलन कैंसर हो सकता है।
- कोलोन कैंसर होने पर डाइजेशन सही तरह से नहीं हो पाता ऐसे में बार-बार पेट फूलने की प्रॉब्लम हो सकती है।
- पेट के निचले हिस्से में अक्सर दर्द या ऐंठन महसूस हो तो आपको कोलन कैंसर हो सकता है
- अक्सर कमजोरी महसूस होना थोड़ा काम करने पर ही थक जाना कोलन कैंसर की निशानी हो सकती है।
- बाउल हैबिट में अचानक बदलाव होना, कब्ज या लूज मोशन की प्रॉब्लम बने रहना कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है।
- पेट ठीक तरह से साफ न हो पाए बार बार टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस हो,तो ये कोलन कैंसर का संकेत हो सकता हैं।
- बार बार उल्टी होना या जी मिचलाना कोलन कैंसर का संकेत हो सकता हैं।
कोलन कैंसर से बचाव कैसे करे।
सबसे पहले तो अपनी डाइट में फाइबर वाली चीजों को शामिल करें। जैसे कि अनाज गेहूं वाला पास्ता,बीन्स ,छोले, दालें भी आप इसमें शामिल कर सकते हैं।
क्योंकि इसमें भी फाइबर की मात्रा जो है वो ज्यादा होती है। हर दिन 30 ग्राम फाइबर खाने से आपकी आंत की कैंसर का खतरा जो है वो कम हो सकता है।दूसरा ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं साथ ही हाइड्रेटेड अपने आप को रखिए और योग एक्सरसाइज भी करें।
Image: Freepik
खरमास में गलती से भी मत करना ये काम!!
पल्लवी को लाइफस्टाइल की अच्छी समझ है, वह हेल्थ, लाइफस्टाइल, मनोरंजन से संबंधित पोस्ट लिखना पसंद करती हैं।