Syria Civil War News Updates: सीरिया में पिछले एक दशक से ज्यादा समय से सरकार और विद्रोहियों के बीच गृहयुद्ध चला आ रहा है। इसके कारण सीरिया के हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं।
इसी बीच खबर मिल रही है कि सीरिया में विद्रोहियों ने दमिश्क शहर को अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा कर लिया है, जिसके बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अभी वह कहां हैं, यह किसी को भी नहीं मालूम।
Syria Civil War News Updates: सीरिया में तख्तापलट, राष्ट्रपति बशर ने देश छोड़ा
कई शहरों पर हुआ कब्जा
सीरिया के कई महत्वपूर्ण शहरों पर विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद सरकार और सैनिक भी पीछे हट रहे हैं। दो दशकों से भी लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध में राष्ट्रपति के भागने पर विद्रोहियों ने शासन अपने हाथ में लेना शुरू कर दिया है।
हुआ शासन का अंत
आपको बता दें कि बशर अल असद वर्ष 2000 से सीरिया की सत्ता संभाल रहे हैं। इस बीच गृहयुद्ध की परिस्थितियों और भारी विरोध के बावजूद बशर रूस और ईरान के सहयोग से अपनी सरकार चला रहे थे।
Syrian Civil War: Latest Development Since November 2024
Syria’s #CivilWar has reignited again after years of relative calm. #Rebel forces led by Hayat Tahrir al-Sham and #Turkish backed factions, launched offensives against Assad’s #government capturing key cities including… pic.twitter.com/faA3lnU6cU
— The GEOSTRATA (@TheGeostrata) December 8, 2024
लेकिन रूस और ईरान जैसे देशों में भी युद्ध की स्थिति होने से राष्ट्रपति बशर को पर्याप्त मदद नहीं मिल पा रही थी। जिसके कारण विद्रोहियों ने काफी विरोध के बाद बशर अल असद को देश छोड़ कर भागने पर मजबूर कर दिया।
50 साल पुरानी है सत्ता
वैसे देखा जाय तो लोग सीरियाई विद्रोहियों को क्रूर बता रहे हैं। लेकिन अगर आप इतिहास के पन्नों में सीरियाई सरकार के शासन पर गौर करेंगे तो इनके शासन के समय लोगों पर क्रूरता पूर्वक अत्याचार किया गया है। बशर अल असद सरकार के अलावा पूर्व की सरकारों ने भी सीरिया में लोगों पर गोलियां तक चलवाई हैं। लोगों को मौत के घाट भी उतारा गया है।
❗️🇸🇾 – After 53 years of dynastic rule, the Assad regime officially fell on December 7, 2024. Syrian rebels announced the capture of Damascus and the overthrow of Bashar al-Assad through radio and TV networks.
After 13 years of an extremely brutal and complex civil war, Syria’s… pic.twitter.com/5iIkGlXbvQ
— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) December 8, 2024
बॉर्डर और एंबेसी पर बढ़ी सुरक्षा
एक तरफ सीरिया में राष्ट्रपति बशर के देश छोड़ कर भागने पर विद्रोही जश्न मना रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सीरिया से सेट देशों ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाने के साथ साथ बॉर्डर सील करने का भी निर्देश दिया है। दूसरी तरफ ईरान ने सीरिया में अपनी एंबेसी को खाली कर दिया है। भारत और चीन ने भी सीरिया में एंबेसी के लोगों की सुरक्षा करने को कहा है।
CR | #BreakingNews : सीरिया के हालात पर भारतीय दूतावास का स्टेटमेंट
‘दमिश्क में भारतीय दूतावास अभी भी सक्रिय’
‘वहां रह रहे भारतीयों के संपर्क में दूतावास’Watch : https://t.co/a73ow22uAW#Syria #IndianEmbassy #SyriaCivilWar #Bharat24Digital pic.twitter.com/zTqjcNbPNi
— Bharat 24 – Vision Of New India (@Bharat24Liv) December 8, 2024
गायब हुआ बशर अल असद का विमान
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रपति जिस विमान में बैठ कर देश से बाहर जा रहे थे, वो विमान दमिश्क एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ समय के बाद ही रडार से गायब हो गया। खबरों के मुताबिक विमान की लास्ट लोकेशन विद्रोहियों के कब्जे वाले शहर होम्स के पास की बताई जा रही है।
ASAD’S PLANE DISAPPEARS FROM RADAR The signal of the plane that Bashar al-Assad used to escape from Syria was lost shortly after takeoff: RUMORS ARE CIRCULATING THAT IT CRASHED#Siria pic.twitter.com/XgTmEHyc0D
— Jedan od vas🎭Один из вас (@Borcanet) December 8, 2024
ऐसे में यह आशंका भी जताई जा रही है कि विद्रोहियों ने विमान को टारगेट करके उसे गिरा दिया है या प्लेन क्रैश हो गया है। समाचार लिखे जाने तक प्लेन की स्थिति का पता नहीं चल पाया है।
रूस जा सकते हैं राष्ट्रपति बशर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति बशर बेहद सुरक्षित रूस के किसी एयरबेस पर जा सकते हैं। चूंकि रूस और ईरान दोनों ही बशर अल असद का समर्थन करते हैं तो ज्यादा संभावना है कि राष्ट्रपति रूस के किसी एयरबेस या किसी गुप्त स्थान पर शरण ले सकते हैं।
दमिश्क में जश्न का माहौल
दशकों चले गृहयुद्ध के बाद सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के साथ साथ आम नागरिक भी जश्न मना रहे हैं। जहां गोलियों और बमों की आवाज सुनाई देती थी, उसी जगह पर अब झंडे लहराए जा रहे हैं। लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिल रही है।
विद्रोहियों ने दमिश्क में राष्ट्रपति आवास के अंदर घुसकर भी लूटपाट की है। विद्रोहियों द्वारा जश्न मनाने की खबरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं।
राष्ट्रपति बशर के देश छोड़ कर भागने के बाद अब मिडिल ईस्ट में चल रहे युद्ध में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है। आने वाले दिनों में रूस – यूक्रेन के अलावा इजरायल – ईरान और लेबनान पर भी इसका असर पड़ सकता है।
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