Top 7 Health Benefits of Saliva- हममें से कई लोगों ने छोटे बच्चों के मुंह से लार टपकते हुए या सोते हुए व्यक्ति के मुंह से लार गिरते हुए देखा होगा। क्या आपको मालूम है कि मुंह से गिरने वाली लार कई बीमारियों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यह सिर्फ भोजन को पचाने या मुंह को बैक्टीरिया रहित करने में ही मददगार नहीं होती, बल्कि लार का उपयोग चेहरे, स्किन, आंखों और शरीर के कुछ अन्य भागों पर भी किया जाता है। आज इस पोस्ट में हम मुंह में बनने वाली लार और उसके कुछ बेहतरीन फायदों के बारे में जानेंगे।
Top 7 Health Benefits of Saliva- मुँह में बनने वाली लार से दूर होती है कई समस्या
क्या है लार
हमारे मुंह में एक प्रकार की लार ग्रंथि पाई जाती है। इसी लार ग्रंथि से लार यानी सलाइवा बनती है। कई तरह के एंजाइम, इलेक्ट्रोलाइट्स, प्रोटीन और एंटीफंगल गुणों से भरपूर लार हमारे मुंह के साथ साथ शरीर के लिए भी बहुत उपयोगी है।
आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि कई लोग अपने चेहरे और स्किन को स्वस्थ रखने के लिए हर सुबह बासी लार का इस्तेमाल भी करते हैं। बिना मुंह धुले बासी लार का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद माना जाता है।
बीमारियों से बचाने में मददगार
हर सुबह बिना मुंह धुले लार (7 Health Benefits of Saliva) का इस्तेमाल करने से आंखों, दांतों, स्किन संबंधित बीमारियों के होने का खतरा काफी कम हो जाता है। आइए जानते हैं कि आखिर मुंह में बनने वाली लार में कौन से एंटीफंगल गुण होते हैं जो बीमारियों से लड़ने में बेहद कारगर हैं–
- लाइसोजाइम: यह एक प्रकार का एंजाइम है जो नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया की कोशिका को नष्ट करने का काम करता है।
- लैक्टोफेरिन: लार में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो बैक्टीरिया को फैलने से रोकने में कारगर है। यह बैक्टीरिया में से आयरन को अलग करता है।
- पेरोक्सीडेज एंजाइम: यह लार में हाइड्रोजन पैराक्साइड जैसे रोगाणुनाशक कंपाउंड का निर्माण करता है।
- ग्लाइकेन: मुंह में बनने वाले लार में बहुत छोटे छोटे चीनी जैसे तत्व होते हैं जो कैंडिडा एल्बिकेंस जैसे फंगस को फैलने से रोकते हैं। यह फंगस हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है।
इसके अलावा मुंह में बनने वाली लार में कई पेप्टाइड्स जैसे डिफेन्सिन, कैथेलिसिडिन भी पाए जाते हैं। ये कई प्रकार के फंगस, बैक्टीरिया और वायरस को शरीर के अन्य भागों में फैलने से रोकते हैं।
जब भी लार की बात होती है तो हम सबके मन में ये ही ख्याल आता है कि इसका प्रमुख काम भोजन को पचाना ही है। लेकिन लार का उपयोग स्किन, दांतों के अलावा आंखों को भी हेल्दी करने में किया जाता है। आइए जानते हैं कि शरीर के किस अंग के लिए लार का प्रयोग किस तरीके से किया जाता है।
पाचन में उपयोगी
सुबह की लार हमारे पाचन तंत्र के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। इसमें टायलिन नामक एंजाइम मौजूद होता है जो खाने को पचाने में मददगार होता है। इसके अलावा लार में एमाइलेज एंजाइम भी पाया जाता है जो भोजन के पेट तक पहुंचने से पहले ही उसके स्टार्च और शुगर को अलग करने का काम करता है। मुंह में बनने वाली लार के कारण ही हमें खाने का टेस्ट पता चलता है।
हार्मोनल चेंज और टेंशन में उपयोगी
लार में कोर्टिसोल, टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन को चेक करने वाले कई मार्कर भी मौजूद होते हैं। ये हमारे शरीर के हार्मोनल चेंजेज को ट्रैक करने का काम करते हैं। इसके अलावा लार में पाए जाने वाले कुछ प्रोटीन अल्जाइमर और पार्किंसन्स जैसी बीमारी का स्पष्ट संकेत देते हैं। इसका पता चेकअप में चल जाता है। कई बीमारियों के साथ साथ कैंसर का पता भी लात के माध्यम से चल सकता है।
बोलचाल में मददगार
लार की वजह से ही हम शब्दों का सही उच्चारण कर पाते हैं। जीभ, होंठ की मदद से हम बोल तो सकते हैं लेकिन शब्दों को स्पष्ट तरीके से बोलने के लिए लार बहुत जरूरी होती है।
घाव ठीक करने में कारगर
लार में कई ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं जो मुंह के छालों और घावों को जल्दी ठीक करते हैं। ये एंजाइम एंटीफंगल गुणों से युक्त तो होते हैं। इसके अलावा लार (7 Health Benefits of Saliva) में मौजूद एंजाइम टिश्यू रिपेयर का काम भी तेजी से करते हैं। इन्हीं टिश्यू की वजह से घाव जल्दी भरता है।
दांतों के संक्रमण में लाभकारी
लार में कई प्रकार के एंटीबैक्टीरियल एंजाइम होते हैं जो दांतों की सड़न और मुंह की बदबू को दूर करने का काम करते हैं। खाने और केमिकल वाली चीजों के सेवन से दांतों के इनेमल को नष्ट होने से बचाया जा सकता है।
जब मुंह में लार की कमी होती है तो बदबू आने लगती है। लार मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करके बदबू को तो दूर भगाती ही है, मुंह को स्वस्थ भी रखती है।
स्किन के लिए कारगर
लार में SPGH यानी सलाइवा पैरोटिड ग्लैंड हार्मोन पाया जाता है जो बढ़ती त्वचा के प्रभाव को कम करने में कारगर है। इसके लिए सुबह बिना मुंह धुले बासी लार को स्किन पर लगाने से मुंहासे, दाद जैसी समस्या जल्दी दूर होती है।
इसके अलावा यदि आप रोज बिना मुंह धुले अपनी लार को आंखों के चारों तरफ हल्की मालिश करते हैं तो काले घेरे दूर होने लगते हैं। मुंह सूखने, वायरल इंफेक्शन का पता लगाने, DNA की जांच में भी लार काफी कारगर है।
कोरोना होने पर अधिकतर मरीजों की बीमारी का पता लार से हो लगाया गया था। कोविड की जांच में लार की अहम भूमिका थी।
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