5 Ways To Reduce Heart Attack Risk In Winters- भारत के कई हिस्सों में तेज ठंड के साथ हल्की बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके कारण लोगों में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं भी आ रही हैं। इनमें हार्ट अटैक प्रमुख है।
विभिन्न रिसर्च और एक्सपर्ट डॉक्टरों के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक आने की संभावना अन्य मौसम की अपेक्षा 50% से ज्यादा बढ़ जाती है।
5 Ways To Reduce Heart Attack Risk In Winters- सर्दियों में हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के 5 तरीके
ठंड के मौसम में शरीर की धमनियों के सिकुड़ने की वजह से ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने लगता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है और हार्ट को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है।
ऐसे में दिल के मरीजों के साथ साथ सामान्य व्यक्तियों को भी हार्ट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। इस पोस्ट में हम ऐसी 5 विशेष सावधानियों के बारे में बता रहे हैं जिससे आप सर्दियों में हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।
हैवी एक्सरसाइज कम करना
अगर डॉक्टर्स की मानें तो हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोज ही एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे हम शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहते हैं। लेकिन सर्दियों में बहुत अधिक प्रेशर वाली एक्सरसाइज को 10 से 15 मिनट तक ही करना चाहिए।
बहुत अधिक प्रेशर वाली एक्सरसाइज को ज्यादा समय तक करने पर शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिसकी वजह से भी हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।
इसकी जगह पर सर्दियों में आप ध्यान, मेडिटेशन और प्राणायाम को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना सकते हैं। विशेषकर सर्दियों में थोड़ी थोड़ी देर पर ब्रेक लेते रहना चाहिए। इससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं होती और ब्लड सर्कुलेशन बना रहता है।
नहाने का सही तरीका अपनाना
हममें से अधिकांश लोग सही तरीके से नहीं नहाते, जिसका नतीजा होता है कि हमें अक्सर सर्दी, जुकाम जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। सर्दियों में तो सही तरीके से ना नहाने की वजह से हार्ट अटैक होने की संभावना बढ़ जाती है।
नहाते समय ठंडे या हल्के गुनगुने पानी को हमेशा पैरों पर डालना चाहिए और अंत में सिर पर डालना चाहिए। हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन पैरों से सिर की तरफ होता है। इसीलिए अगर हम नहाने के समय पानी को पहले सिर पर डालते हैं तो इससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है।
5 Ways To Reduce Heart Attack Risk In Winters- दिमाग और शरीर के तापमान को बैलेंस करने के लिए हम सभी को अपने नहाने के तरीके को जरूर बदलना चाहिए। सर्दियों में खासकर पानी को सबसे पहले पैरों पर डालना चाहिए।
उसके बाद शरीर के अन्य हिस्सों पर डालते हुए अंत में सिर पर डालना चाहिए। इससे शरीर का तापमान संतुलित बना रहता है। सर्दियों में ताजे हैंडपंप से या हल्के गुनगुने पानी से नहाना चाहिए।
नींद से अचानक ना उठना
हम सभी कभी ना कभी नींद से अचानक ही उठ जाते हैं। इसका सीधा असर हमारे शरीर पर और ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है। अन्य मौसम में इसका ज्यादा असर हमें दिखाई नहीं देता, लेकिन सर्दियों में नींद से अचानक उठने पर चक्कर आने , बीपी बढ़ने और हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। इसका मुख्य कारण धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन का कम होना होता है।
जब हम सर्दियों में अचानक नींद से उठते हैं तो हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का लेवल भी काफी बढ़ सकता है। इसका सीधा असर हमारे दिल पर पड़ता है। इसलिए सर्दियों के मौसम में आँख खुलने पर कुछ देर बिस्तर पर ही रहना चाहिए। इस दौरान बिस्तर पर बैठे हुए धीरे धीरे हाथों, पैरों को हिलाना (स्ट्रेचिंग) चाहिए। इससे आपके शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही होने लगता है।
कमरे में हीटर का कम इस्तेमाल
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही लोग कमरे में हीटर चलाने लगते हैं। हीटर की गर्म हवा कुछ देर के लिए तो आपकी ठंड को दूर कर देती है लेकिन बंद कमरे में यह ऑक्सीजन का लेवल कम करके कार्बन मोनो– ऑक्साइड गैस को भी बढ़ाती है।
इसकी वजह से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। शरीर में डिहाइड्रेशन की वजह से खून गाढ़ा होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे हार्ट ब्लड को सही से पंप नहीं कर पाता। (5 Ways To Reduce Heart Attack Risk In Winters)
ब्लड के सही से पंपिंग नहीं करने से हार्ट अटैक आने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं। ऐसे में सर्दियों में बंद कमरे में हीटर का प्रयोग कम से कम करना चाहिए। यदि संभव हो तो बंद कमरे में हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल ना करें।
ऊनी कपड़े पहनकर ना सोना
सर्दियों में हार्ट अटैक आने के पीछे एक बड़ी और मुख्य वजह ऊनी कपड़े भी हैं। दरअसल ऊनी कपड़ों के रेशे शरीर से निकलने वाली गर्मी को लॉक करके रखते हैं और बाहर नहीं निकलने देते, जिसकी वजह से हमें ठंडी नहीं लगती।
हममें से अधिकतर लोग सर्दियों में ऊनी कपड़ों को ही पहनकर सो जाते हैं, जिसका नतीजा यह होता है कि रात में सोते समय शरीर से जो गर्मी निकलती है, उससे शरीर का टेंपरेचर नॉर्मल नहीं रह पाता। ऊनी कपड़े पहनकर 7 से 8 घंटे सोने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। (5 Ways To Reduce Heart Attack Risk In Winters)
जिसका असर दिल पर पड़ता है और हार्ट अटैक आ सकता है। इसलिए अगर सर्दियों में ऊनी कपड़ों को पहनकर सोने से बचना चाहिए। आप सूती या रेशमी कपड़ों को सोते समय पहन सकते हैं। इससे शरीर का टेंपरेचर सामान्य बना रहेगा।
इसके अलावा सर्दियों के मौसम में हार्ट के मरीजों को अपने खान पान का विशेष ध्यान देना चाहिए और पोषक तत्वों को अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर तुरंत ही एक्सपर्ट डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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